पिकनिक पर रवाना होंगे शिवसेना विधायक, लग रहा खरीद फरोख्त का डर

Shiv Sena feeling afraid on horse trading, MLA will go on picnic
पिकनिक पर रवाना होंगे शिवसेना विधायक, लग रहा खरीद फरोख्त का डर
पिकनिक पर रवाना होंगे शिवसेना विधायक, लग रहा खरीद फरोख्त का डर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। सरकार बनने में हो रही देरी के बीच शिवसेना को अपने विधायको की चिंता हो रही है। भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद पार्टी ने मुंबई के एक रिसार्ट में अपने विधायको को कई दिनों तक सहेज कर रखना था। अब पार्टी की एक बार फिर अपने विधायकों को सैर पर ले जाने की योजना है। सूत्रों के अनुसार आगामी 22 नवंबर को शिवसेना विधायको की मुंबई में उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री पर बैठक बुलाई गई है। उसके बाद सभी विधायकों को कुछ समय के लिए एक जगह रखा जाएगा। सूत्रों की माने तो शिवसेना विधायको को कहा गया है कि पांच से सात दिन घर से बाहर रहने की तैयारी के साथ मुंबई पहुंचे। सूत्रों के अनुसार शिवसेना विधायकों को गोवा की सैर कराई जाएगी। समझा जा रहा है कि कांग्रेस-राकांपा के साथ सरकार बनाने में हो रही देरी के चलते शिवसेना इस बात को लेकर आशंकित है कहीं भाजपा उनके विधायको पर डोरे न डाले। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व दूसरे दलों में तोड़फोड़ कर सरकार बनाने में माहिर है। हालांकि पार्टी के एक विधायक का कहना है कि विधायकों की गोवा सैर का आयोजन महज पिकनिक मनाने के लिए किया गया है। इसमें तोड़फोड़ से बचने जैसी कोई बात नहीं है। इसके पहले बीते 7 नवंबर को शिवसेना विधायको को पहले बांद्रा के रंगशारदा होटल और बाद में मलाड के एक रिसार्ट में 5 दिनों तक रखा गया था। उस वक्त लगा था कि राकांपा-कांग्रेस के समर्थन से महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार बन जाएगी लेकिन कांग्रेस के समर्थन देने को लेकर किसी फैसले पर न पहुंचे पाने के चलते ऐसा नहीं हो सका। इस बीच राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद सरकार बनाने की गतिविधियां धीमी हो गई हैं। 

‘शिकारा’ सरकार से सहज नहीं सेना विधायक

राकांपा-कांग्रेस के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाने को लेकर शिवसेना के कई विधायक सहज नहीं हैं। पार्टी के करीब 20 विधायकों को लगता है यह पार्टी के लिए आत्मघाती कदम होगा।  इससे पहले जब शिवसेना ने अपने विधायकों को मालाड के रिसार्ट में रखा गया था, उस वक्त  कांग्रेस-राकांपा के साथ सरकार बनाने को लेकर शिवसेना के विधायक दो खेमे में बट गए थे और इनके बीच हाथापाई की नौबत आ गई थी। कांग्रेस-राकांपा के साथ जाने का विरोध कर रहे विधायकों का मानना है कि जब भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़े तो उनके साथ ही सरकार बनानी चाहिए।  
 

Created On :   20 Nov 2019 8:06 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story