एनडीए की राष्ट्रपति पद उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू का समर्थन कर सकती है शिवसेना

Shiv Sena may support NDAs presidential candidate Draupadi Murmu
एनडीए की राष्ट्रपति पद उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू का समर्थन कर सकती है शिवसेना
टूट रोकने की कवायद! एनडीए की राष्ट्रपति पद उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू का समर्थन कर सकती है शिवसेना

-    पार्टी सांसदों की मांग के आगे झुकते दिखाई दे रहे उद्धव  
-    मातोश्री की बैठक में नही पहुंचे पांच सांसद
-    गैर हाजिर रहने वाले सांसदों में विदर्भ के दो एमपी 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना विधायकों की बगावत के बाद अब पार्टी के संसदीय दल में टूट रोकने के लिए पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे राष्ट्रपति पद के चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन करने का फैसला कर सकते हैं। सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव के निजी आवास ‘मातोश्री’ पर शिवसेना के सांसदों की बैठक हुई। जिसमें शिवसेना 18 लोकसभा सदस्यों में से  5 अनुपस्थित रहे।  बैठक में मौजूद लोकसभा के सभी सांसदों ने एक सुर में एनडीए की प्रत्याशी को समर्थन देने के लिए खुलकर मांग की। इससे उद्धव पर राष्ट्रपति पद के चुनाव में एनडीए का समर्थन करने को लेकर भारी दबाव है। मुंबई के शिवसेना सांसद गजानन कीर्तिकर ने कहा कि उद्धव एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी को समर्थन देने को लेकर दो दिनों में फैसले ले लेंगे। कीर्तिकर ने कहा कि एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से आती हैं। आदिवासी समुदाय की महिला को देश का सर्वोच्च पद पर आसीन होने का मौका मिलेगा। इसलिए बैठक में अधिकांश  सांसदों ने द्रौपदी को समर्थन देने की मांग की। 

बैठक के दौरान शिवसेना के विधायकों के बगावत को लेकर भी चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राऊत पार्टी के लोकसभा सांसदों के एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करने के रूख से नाराज हैं। राऊत शिवसेना सांसदों की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत किए बिना चले गए। इससे उनकी नाराजगी को लेकर लगाए जा रहे कयास को और बल मिल गया। हालांकि देर  शाम राऊत मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा कि मैं नाराज नहीं हूं। उद्धव का आदेश मुझे मंजूर होगा। राऊत ने कहा कि बैठक में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा के बारे में चर्चा हुई है। पार्टी के सभी सांसदों ने समर्थन के बारे में अंतिम फैसला लेने का अधिकार उद्धव को दे दिया है। 

बैठक में नहीं आए तुमाने-भावना सहित पांच सांसद 

राऊत ने बताया कि बैठक में 5 सांसद शामिल नहीं हुए थे। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सांसद बेटे श्रीकांत शिंदे (कल्याण-डोंबिवली), यवतमाल-वाशिम की सांसद भावना गवली, रामटेक (नागपुर) के सांसद कृपाल तुमाने, परभणी के सांसद संजय जाधव और हिंगोली के सांसद हेमंत पाटील बैठक में मौजूद नहीं थे। शिवसेना सांसद जाधव ने मुख्यमंत्री शिंदे के पंढरपुर दौरे के समय उनसे मुलाकात की थी। उल्लेखनीय है कि शिवसेना के महाराष्ट्र में लोकसभा के 18 सांसद हैं। जबकि दादरा और नागर हवेली की सांसद कलाबेन डेलकर भी शिवसेना से हैं। वहीं राज्यसभा में पार्टी के कुल 3 सांसद हैं।  

 

Created On :   11 July 2022 10:09 PM IST

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