CM पद के लिए ढाई-ढाई साल का फार्मूला चाहती है शिवसेना!

Shiv Sena wants two-and-half-year formula for Chief Ministers post
CM पद के लिए ढाई-ढाई साल का फार्मूला चाहती है शिवसेना!
CM पद के लिए ढाई-ढाई साल का फार्मूला चाहती है शिवसेना!

डिजिटल डेस्क, मुंबई।आगामी लोकसभा के लिए गठबंधन की चर्चा के बीच शिवसेना ने भाजपा के सामने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की मांग का प्रस्ताव रखा है। सूत्रों के अनुसार शिवसेना चाहती है कि मुख्यमंत्री पद के लिए ढाई-ढाई साल का फार्मूला अपनाया जाए। शिवसेना लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा की सीटों का बंटवारा भी अभी ही कर लेना चाहती है। सूत्रों के अनुसार शिवसेना को विधानसभा चुनाव में सबसे बड़े दल को मुख्यमंत्री पद देने का फार्मूला मान्य है, लेकिन पार्टी कम सीटें पाने वाले दल के लिए ढाई साल तक मुख्यमंत्री पद चाहती है। शिवसेना की इस मांग के बाद दोनों दलों के बीच गठबंधन की बात आगे नहीं बढ़ पा रही है। भाजपा का कहना है कि जिसके विधायक ज्यादा चुन कर आएंगे मुख्यमंत्री उसी का होगा। 

महत्वपूर्ण विभागों पर भी नजर 
शिवसेना की नजर राज्य सरकार के कई महत्वपूर्ण विभागों पर भी है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार लोकसभा चुनाव के लिए दोनों दलों के बीच बातचीत चल रही है। कुछ सीटों पर दोनों दलों के बीच सहमति भी बनी है। सूत्रों के अनुसार शिवसेना ने भाजपा के साथ चर्चा करते समय लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव की सीटों के बंटवारे पर फैसला लेने की शर्त रखी थी। भाजपा, शिवसेना को विधानसभा की आधी सीटें देने को तैयार है, लेकिन मुख्यमंत्री पद पर दावा छोड़ने को राजी नहीं है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में शिवसेना ने 18 और भाजपा ने 23 सीटों पर जीत दर्ज की थी।

संघ भूमि से उद्धव फूंकेंगे चुनाव का बिगुल

फरवरी में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा नागपुर में चुनाव का बिगुल फूंकने की जानकारी देते हुए शिवसेना के सांसद आनंदराव अडसुल ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने स्वयं के बल पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। भाजपा के साथ युति करने बाबत कोई चर्चा नहीं हुई है। युति बाबत सभी चर्चा निराधार है। युति की अफवाह भाजपा द्वारा फैलाने का आरोप भी लगाया। अडसूल ने बताया कि उद्धव ठाकरे की नागपुर में सभा की तैयारी जोरों पर है। सभा के लिए 2 फरवरी की तारीख निश्चित की जा सकती है। सभा आयोजन और संगठन को लेकर बुधवार को पुराना काटोल नाका चौक के जंक्शन-फंक्शन सभागृह में बैठक आयोजित की गई थी। इस अवसर पर संपर्क प्रमुख गजानन कीर्तिकर, सांसद आनंदराव अडसुल, सांसद कृपाल तुमाने, राज्यमंत्री संजय राठोड, जिलाध्यक्ष पूर्व सांसद प्रकाश जाधव, खनिकर्म महामंडल के अध्यक्ष आशीष जायस्वाल सहित विदर्भ के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित थे। 
युति की कोई बैठक नहीं हुई।


तायवाडे, देशमुख, आवारी सहित 6 का नागपुर लोकसभा पर दावा
उधर नागपुर लोकसभा सीट को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इस मामले में कांग्रेस भी पीछे नहीं है। तीन राज्यों में जीत के बाद कांग्रेस में लोकसभा चुनाव को लेकर दावेदारों की संख्या बढ़ गई है। नागपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए कई उम्मीदवार सामने आए हैं। प्राचार्य बबनराव तायवाडे, गेव आवारी, आशीष देशमुख, शेख हुसैन, अशोक धवड़ और धनंजय धार्मिक ने नागपुर लोकसभा सीट के लिए अपना दावा किया है। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रामटेक लोकसभा पर अनेकों ने इच्छा जताई है।

डॉ. नितीन राऊत, जी.डी. जांभुलकर और महादेवराव नगरारे ने लोकसभा उम्मीदवारी के लिए आवेदन जमा किया है। बुधवार को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख थी। अब इन सभी नामों को प्रदेश अध्यक्ष को भेजा जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष इन नामों को लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व से चर्चा करेंगे। 

फरवरी के अंतिम सप्ताह में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने की संभावना है। ऐसे में सभी स्तरों पर पार्टियों ने तैयारियां तेज कर दी है। भाजपा जहां नागपुर में अनुसूचित जाति मोर्चा के अधिवेशन से चुनाव तैयारियों का बिगूल फूंकने जा रही है, वहीं कांग्रेस ने जनसंघर्ष यात्रा के माध्यम से नागपुर में चुनावी तैयारियों को अंजाम दिया है। कांग्रेस इस बार केंद्रीय परिवहन मंत्री नितीन गडकरी को चुनौती देने वाले चेहरे की खोज में है। फिलहाल यह चेहरा अभी तक स्पष्ट नहीं है। हालांकि इसके लिए कई नामों की चर्चा रही। नाना पटोले, प्रफुल गुडधे पाटील, बबनराव तायवाडे से लेकर राजेंद्र मुलक और विकास ठाकरे के नाम भी इस चर्चा में शामिल रहे। लगातार यह नाम उछलते रहे।

गत दिनों भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए नाना पटोले और आशीष देशमुख भी नागपुर से लोस चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं। कांग्रेस एससी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. नितीन राऊत ने पिछले दिनों यह दावा किया था कि नागपुर लोकसभा से चुनाव लड़ने की उन्हें पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से सहमति मिल गई है। इस बीच पिछले सप्ताह कांग्रेस ने नागपुर और रामटेक लोकसभा के लिए इच्छुक उम्मीदवारों से आवेदन मंगवाए थे।

अनेकों ने जताई इच्छा : नागपुर लोकसभा से अनेकों ने उतरने की इच्छा जताई है। राष्ट्रीय ओबीसी मंच के अध्यक्ष प्राचार्य बबनराव तायवाडे, पूर्व सांसद गेव आवारी, पूर्व शहर अध्यक्ष शेख हुसैन, पूर्व विधायक अशोक धवड, आशीष देशमुख और पूर्व आईआरएस धार्मिक धनंजय ने नागपुर लोकसभा से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। हालांकि पूर्व सांसद विलास मुत्तेमवार के भी नागपुर लोकसभा के लिए आवेदन ले जाने की जानकारी है, लेकिन उन्होंने अंतिम तारीख तक अपना आवेदन जमा नहीं किया है। नाना पटोले की ओर से भी नागपुर के लिए अब तक कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। 

दावा किया था नागपुर से लड़ेंगे चुनाव, पहुंच गए रामटेक
नागपुर लोकसभा से राहुल गांधी की सहमति मिलने का दावा करने वाले डॉ. नितीन राऊत ने रामटेक लोकसभा से नामांकन दाखिल किया है। रामटेक लोकसभा एससी के लिए आरक्षित होने से फिलहाल कांग्रेस के पास उम्मीदवारों की कमी दिख रही है। हालांकि यहां से मुकुल वासनिक सांसद रहे हैं। पिछला चुनाव वे शिवसेना के सांसद कृपाल तुमाने से हारे थे। इस बार मुकुल वासनिक की फिर एक बार चर्चा है। ऐसे में नितीन राऊत ने नामांकन दाखिल कर स्थिति को दिलचस्प बना दिया है। नितीन राऊत के अलावा मनपा में स्लम प्रकल्प संचालक रहे और एमपीएससी के पूर्व सदस्य जी.डी. जांभुलकर और महादेवराव नगरारे ने भी उम्मीदवारी मांगी है। फिलहाल यह देखना दिलचस्प होगा कि जिन्होंने नामांकन किया है, उन्हें उम्मीदवारी मिलती है या फिर ऊपर से कोई उम्मीदवार थोपा जाता है। 

Created On :   17 Jan 2019 10:41 AM GMT

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