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दिग्गजों को लगा झटका, नए उम्मीदवारों की किस्मत खुली
डिजिटल डेस्क, गोंदिया. जिले में रविवार को हुए ग्राम पंचायत चुनाव की मतगणना मंगलवार, 20 दिसंबर को सभी तहसील मुख्यालयों में सुबह 10 बजे एक साथ शुरू हुई और कुछ ही देर बाद चुनाव नतीजे आने शुरू हो गए। चुनाव नतीजे आते ही विजयी उम्मीदवारों के साथ उनके समर्थकों का उत्साह चरम पर दिखाई पड़ा। ग्राम पंचायत चुनाव वैसे तो किसी राजनितिक दल के अधिकृत चुनाव चिह्न पर नहीं लड़े जाते हैं, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से सभी दल अपने कार्यकर्ताओं को विविध पैनलों के माध्यम से समर्थन देकर चुनाव मैदान में उतारते है। ऐसे में चुनाव परिणामों के बाद सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने अपने-अपने क्षेत्रों की ग्राम पंचायतों में जीत के दावे किए हंै। जहां भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने 150 से 170 ग्राम पंचायतों पर अपनी जीत का दावा किया हंै तो वहीं कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दिलीप बंसोड़ ने भी की जिले की 150 ग्राम पंचायतों पर अपनी पार्टी के समर्थित उम्मीदवारों की जीत का दावा किया है। राकांपा के जिलाध्यक्ष गंगाधर परशुरामकर ने क्षेत्र के 70 से 75 ग्राम पंचायतों पर अपने समर्थित उम्मीदवारों का कब्जा होने की बात कहीं। जबकि गोंदिया के निर्दलीय विधायक विनोद अग्रवाल ने तहसील में 31 ग्राम पंचायत पर उनके संगठन का कब्जा होने की बात कहीं हंै। यदि पार्टियों के दावे को देखा जाए तो ग्राम पंचायतों की कुल संख्या से भी अधिक होती हंै। लेकिन इसलिए इस संबंध में अधिकृत रूप से कुछ कहा नहीं जा सकता कि, किस पार्टी के दावे में कितनी सच्चाई और दम हैं। इस संबंध में तहसील संवाददाताओं से मिली जानकारी के अनुसार आमगांव तहसील की 34 ग्राम पंचायतों में से 14 ग्रापं पर भाजपा समर्थित उम्मीदवारों का वर्चस्व रहा है। इसी तरह कांग्रेस -12, राष्ट्रवादी कांग्रेस-7 एवं एक ग्राम पंचायत में निर्दलीय उम्मीदवारों ने सरपंच पद पर कब्जा किया है।
सालेकसा तहसील की कुल 30 ग्राम पंचायतों में कांग्रेस-14, भाजपा-11 एवं पांच ग्राम पंचायतों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने सरपंच पद पर कब्जा किया है। देवरी तहसील की 25 ग्राम पंचायतों के लिए चुनाव होना था, जिसमें से डवकी ग्रांप में सरपंच एवं सदस्य पद का चुनाव सर्वसम्मति से होने के कारण 24 ग्राम पंचायतों के लिए चुनाव हुआ। जानकारी के अनुसार 24 ग्राम पंचायतों में से 17 ग्राम पंचायतों पर कांग्रेस पार्टी समर्थित उम्मीदवार सरपंच पद पर चुने गए हंै। उसी तरह पूर्व विधायक संजय पुराम के गृहग्राम ढीवरीनटोला में कांग्रेस समर्थित पैनल ने जीत हासिल की है। भाजपा नेता एवं सरपंच सेवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष कमल येरणे के ग्राम ओवारा में भाजपा समर्थित उम्मीदवारों की हार हुई है। गोंदिया तहसील में कुल 71 ग्राम पंचायतों के लिए चुनाव हुए। समाचार लिखे जाने तक प्राप्त कुल 53 चुनाव परिणामों में से क्षेत्र के निर्दलीय विधायक विनोद अग्रवाल के जनता की पार्टी चाबी संगठन ने 28 उम्मीदवारों के चुनाव जीतने का दावा किया है। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस के उम्मीदवारों ने भी अनेक ग्राम पंचायतों पर अपना कब्जा जमा लिया है। तिरोड़ा तहसील में कुल 74 ग्राम पंचायतों के चुनाव संपन्न हुए। तिरोड़ा तहसील में विधायक विजय रहांगडाले के नेतृत्व में भाजपा का दबदबा कायम है। मिली जानकारी के अनुसार 74 ग्राम पंचायतों में से 46 में भाजपा, 11 में राष्ट्रवादी कांग्रेस, 12 में कांग्रेस, 4 में निर्दलीय एवं 1 ग्रापं में शिवसेना का सरपंच निर्वाचित हुआ है।
अर्जुनी मोरगांव तहसील में कुल 40 ग्राम पंचायतों के चुनाव हुए, जिनमें से 25 ग्राम पंचायतों पर कांग्रेस एवं राकांपा तथा शेष 15 ग्राम पंचायतों पर भाजपा के सरपंच निर्वाचित होने की जानकारी मिली है। सड़क अर्जुनी तहसील की 43 ग्रापं में से लगभग 29 ग्राम पंचायतों पर राकांपा का कब्जा होने का दावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष गंगाधर परशुरामकर ने किया है। वहीं कांग्रेस को 3 और भाजपा को 11 पंचायतों में जीत हासिल होने की खबर मिली है। गोरेगांव तहसील में हुए 30 ग्राम पंचायत के चुनाव में से राष्ट्रवादी कांग्रेस एवं कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार अधिकतर स्थानों पर विजयी होने की जानकारी मिली है। यहां पर भी राज्य में सत्तारूढ भाजपा पिछड़ गई है।
Created On :   21 Dec 2022 7:07 PM IST