मोखा के बैंक खातों को खँगाल रही एसआईटी, बढ़ी रिमांड - नकली रेमडेसिविर मामला - अस्पताल में हुई दवा सप्लाई के दस्तावेजों की जाँच

SIT mooting Mokhas bank accounts, increased remand - fake Remedesvir case
मोखा के बैंक खातों को खँगाल रही एसआईटी, बढ़ी रिमांड - नकली रेमडेसिविर मामला - अस्पताल में हुई दवा सप्लाई के दस्तावेजों की जाँच
मोखा के बैंक खातों को खँगाल रही एसआईटी, बढ़ी रिमांड - नकली रेमडेसिविर मामला - अस्पताल में हुई दवा सप्लाई के दस्तावेजों की जाँच

डिजिटल डेस्क जबलपुर । नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले के आरोपी सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत मोखा की 3 दिन की रिमांड अवधि पूरी होने पर उसे कोर्ट में पेश कर दो दिन की रिमांड और ली गयी है। जानकारों के अनुसार मोखा से पूछताछ कर सिटी अस्पताल में दवा सप्लाई करने वाली फर्म भगवती फार्मा के बीच कब कितना लेन-देन हुआ है इसकी जाँच की जा रही है। वहीं इस दौरान हुए लेन-देन का पता लगाने के लिए एसआईटी बैंक से बुलाए गये खाता संबंधी दस्तावेजों को खँगाल रही है। सूत्रों के अनुसार नकली रेमडेसिविर मामले की जाँच में जुटी एसआईटी के सामने मोखा ने कबूल किया था कि उसने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन सिटी अस्पताल में दवा सप्लाई करने वाले सपन जैन से मँगाए थे और इसका भुगतान नहीं किया है। मोखा के इस बयान को संदिग्ध मानकर एसआईटी द्वारा मोखा के बैंक खातों की जानकारी के िलए बैंक को पत्र लिखा गया था। एसआईटी द्वारा बैंक से करीब 1 साल का रिकार्ड मँगाकर उसकी बारीकी से जाँच की जा रही है।  बैंक से जो डिटेल मिली है उसकी जाँच की जा रही है ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि नकली इंजेक्शन लेकर रीवा निवासी सुनील मिश्रा को 15 लाख का भुगतान मोखा ने किया था या फिर सपन जैन ने किया था।
मोखा का मोबाइल खोलेगा राज
जाँच टीम के अनुसार मोखा को तीन दिन की रिमांड पर लिया गया था।  उसकी रिमांड अवधि पूरी होने पर शनिवार को पहले विक्टोरिया अस्पताल ले जाकर स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया उसके बाद  उसे कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में जाँच अधिकारियों द्वारा कहा गया कि आरोपी का मोबाइल इस मामले में काफी महत्वपूर्ण है जो कि अब तक नहीं मिला है। मोबाइल जब्त करने के िलए उसकी रिमांड अवधि के दिन बढ़ाए जाने की माँग की गयी जिसे कोर्ट ने माना और रिमांड अवधि बढ़ा दी। मोखा से पूछताछ के बाद उसे अब  सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
सपन को जल्द लेकर आएगी पुलिस
जानकारों के अनुसार मोखा द्वारा बयान में कहा गया था कि सिटी अस्पताल में करीब 8 माह से सपन जैन दवा सप्लाई का काम करता था। इसी आधार पर एसआईटी द्वारा एक साल के बैंक लेन-देन के दस्तावेज खँगाले जा रहे हैं वहीं कुछ और दस्तावेजों के लिए बैंक को पुन: पत्र लिखा जाएगा। वहीं मोखा के बयान की पुष्टि करने के लिए गुजरात पुलिस द्वारा पकड़े गये सपन जैन को पूछताछ के लिए जल्द ही जबलपुर लाया जाएगा।
कम्प्यूटर व अन्य सबूतों की जब्ती
जानकारों के अनुसार नकली इंजेक्शन मामले में अस्पताल कर्मियों व मोखा के नौकरों के बयान के आधार पर पुलिस की टीम मोखा को लेकर उसके घर पहुँची थी और जहाँ पर इंजेक्शन की खाली शीशी नष्ट की गयी थीं वहाँ से काँच के टूटे हुए टुकड़े आदि जब्त किए गये। वहीं अस्पताल में मोखा के कक्ष का कम्प्यूटर जब्त किया गया है जिसका डाटा मोखा द्वारा नष्ट कर दिया गया था।

 

Created On :   30 May 2021 4:51 PM IST

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