67 करोड़ की जलप्रदाय योजना की सुस्त चाल, कंपनी को किया ब्लैकलिस्टेड

Slow move of water supply scheme of 67 crores, blacklisted the company
67 करोड़ की जलप्रदाय योजना की सुस्त चाल, कंपनी को किया ब्लैकलिस्टेड
संगमघाट योजना का मामला, जल निगम के प्रबंध संचालक ने की कार्रवाई 67 करोड़ की जलप्रदाय योजना की सुस्त चाल, कंपनी को किया ब्लैकलिस्टेड

डिजिटल डेस्क सिवनी।  समय वृद्धि के बावजूद संगमघाट ग्रामीण समूह जलप्रदाय योजना के काम में लापरवाही के चलते कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने की कार्रवाई की गई है। मप्र जल निगम के प्रबंध संचालक टी नायक द्वारा आदेश जारी कर की गई की इस कार्रवाई से कंपनी के अमले में हड़कंम बताई जा रही है। ब्लैकलिस्टेड किए जाने के पीछे समय वृद्धि के बाद भी योजना के काम में प्रगति न होने को कारण बताया जा रहा है।
 59.08 प्रतिशत काम
केवलारी विकासखण्ड के 86 गांवों में जलापूर्ति के लिए संगमघाट ग्रामीण समूह जलप्रदाय योजना के काम के लिए वर्ष 2016 में तकनीकी व वर्ष 2018 में प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई थी। 67 करोड़ 49 लाख 10 हजार रुपए की लागत वाली इस जलप्रदाय योजना का का कोलकाता की कंपनी मेसर्स रियान वॉटरटेक प्राइवेट लिमिटेड को मिला। कच्छप गति से काम के चलते जल निगम द्वारा कंपनी को कई नोटिस जारी किए गए। कार्य पूर्ण करने की अवधि भी बढ़ाकर 31 मार्च 2022 कर दी गई, लेकिन इसके बावजूद कंपनी 59.08 प्रतिशत काम ही पूरा कर पाई है। काम की धीमी रफ्तार के कारण मप्र जल निगम के प्रबंध संचालक टी नायक ने आदेश जारी कर कंपनी को ब्लैकलिस्टेड कर दिया है।
62 हजार से ज्यादा होंगे लाभांवित
संगमघाट जलप्रदाय योजना का काम कर रही कंपनी को ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया है, लेकिन दर्जनों गांव के लोग इस योजना के पूरी होने का इंतजार कर रहे हैं। इस योजना के पूर्ण होने पर 86 गांवों के 62 हजार से ज्यादा ग्रामीण लाभांवित होंगे और उन्हें शुद्ध पेयजल मिलेगा। इस योजना के अंतर्गत 431 किमी जल वितरण पाइप लाइन डाली जाना है, लेकिन अब तक पौने तीन सौ किमी के लगभग ही पाइप लाइन डाली गई है। 24 उच्चस्तरीय पानी की टंकियां बनाई जाना हैं, लेकिन अब तक 6 का काम ही प्रारंभ नहीं हो पाया है और 18 टंकियों का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है।
इनका कहना है-
संगमघाट ग्रामीण समूह जलप्रदाय योजना का काम कर रही कोलकाता की कंपनी को प्रबंध संचालक द्वारा आदेश जारी कर ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया है। यह कार्रवाई काम की धीमी रफ्तार के कारण की गई है।
- श्याम वर्मा, महाप्रबंधक, मप्र जल निगम, सिवनी

Created On :   18 Jan 2022 11:08 PM IST

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