गाँजे की तस्करी करने वाला बना वन्य जीवों का तस्कर

smuggler of ganja became a smuggler of wildlife
गाँजे की तस्करी करने वाला बना वन्य जीवों का तस्कर
गाँजे की तस्करी करने वाला बना वन्य जीवों का तस्कर



डिजिटल डेस्क डेस्क जबलपुर। वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (डब्ल्यूसीसीबी) जबलपुर की टीम ने ओडिशा वन विभाग के साथ मिलकर वन्य जीवों की तस्करी करने वाले दो आरोपियों को दबोचा है। आरोपियों के कब्जे से 14.2 किलोग्राम वजनी पैंगोलिन स्केल्स जब्त किए हैं। पकड़े गए आरोपियों में एक पुराना बदमाश है, जो गाँजे की तस्करी में दो साल से ज्यादा जेल में बंद था। आईपीएस तिलोत्तमा वर्मा और क्षेत्रीय उपनिदेशक मध्य क्षेत्र जबलपुर अभिजीत रॉय चौधरी के मुताबिक मुखबिर से सूचना िमली थी िक ओडिशा के ढेंकनाल िजले में वन्य जीवों की तस्करी करने वाला एक िगरोह सक्रिय है। सूचना पर टीम ओडिशा पहुँची, जहाँ स्थानीय वन विभाग की टीम की मदद से ढेंकनाल जिले में दबिश दी गई। जहाँ बाइक सवार दो संदेहियों को रोककर टीम ने तलाशी ली, जिनके कब्जे से बोरी में रखा 14.2 किग्रा पैंगोलिन स्केल्स िमला। डब्ल्यूसीसीबी के अधिकारियों के अनुसार पकड़े गए आरोपियों में हाउसिंग वार्ड बाजे चौक टाउन ढेंकनाल िनवासी िफरोज खान और रत्नाकर रावत हैं।
गाँजा तस्करी में रत्नाकर काट चुका है जेल-
जाँच के दौरान पता चला कि रत्नाकर रावत शातिर अपराधी है। वर्ष 2013 में रत्नाकर गाँजा तस्करी के आरोप में 27 महीने की जेल काट चुका है। उसे 80 लाख रुपए के गाँजे के साथ गिरफ्तार किया गया था।
सात-आठ पैंगोलिन का किया शिकार-
पैंगोलिन काफी दुर्लभ वन्यजीव श्रेणी में आता है। हाल के दिनों में इसका शिकार बढ़ गया है। लोगों को भ्रम है कि इसकी कीमत काफी मिलती है। इसके स्केल्स से उत्तेजक दवाओं का निर्माण करने की बात कही जाती है। विशेषज्ञों के अनुसार एक पैंगोलिन से दो-तीन किलोग्राम ही स्केल्स निकल सकता है। आरोपियों से 14 किलोग्राम स्केल्स जब्त किए गए हैं, लिहाजा ऐसा अनुमान है िक आरोपियों ने सात-आठ पैंगोलिन का शिकार किया होगा।
 

Created On :   25 July 2021 9:47 PM IST

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