अब तक 9 डेढ़ सौ करोड़ की धान खरीदी, भुगतान एक रुपए का नहीं

So far, bought paddy worth 9 and 150 crores, payment not of one rupee
अब तक 9 डेढ़ सौ करोड़ की धान खरीदी, भुगतान एक रुपए का नहीं
अब तक 9 डेढ़ सौ करोड़ की धान खरीदी, भुगतान एक रुपए का नहीं

 डिजिटल डेस्क जबलपुर । जिले में बेमौसम हो रही बारिश एक बार फिर हजारों किसानों के लिए आफत बनकर आई। जिले के धान खरीदी केन्द्रों पर अभी भी करीब 28 हजार किसान 3 लाख मीट्रिक टन धान लेकर खरीदी का इंतजार कर रहे हैं। बारिश के चलते इसमें से हजारों क्विंटल धान एक बार फिर बर्बाद हो गई। किसानों ने बताया कि कितना भी बचाव कर चलें, निचले हिस्से की धान भीगने और फिर उमस के बाद अंकुरित होकर बर्बाद हो ही जाती है। जिले में पिछले करीब पंद्रह दिनों के  अंतराल में दो बार बारिश होने से किसानों को लाखों की चपत लग चुकी है। 
इधर प्रशासन की धान खरीदी की रफ्तार इतनी धीमी है कि खरीदी का आँकड़ा एक माह में बमुश्किल 1 लाख मीट्रिक टन पहुँच पाया, जो कि चार लाख मीट्रिक टन के  निर्धारित लक्ष्य का करीब 25 फीसदी ही है। यही रफ्तार रही तो जिले के आधे से अधिक किसान खरीदी से वंचित रह जाएँगे। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए पंजीकृत करीब 38 हजार किसानों में से अब तक महज 10580 किसानों के धान की खरीदी ही हो सकी है। करीब 28 हजार किसान अब भी खरीदी के इंतजार में बैठे हैं। 
एक माह बाद भी नहीं आया पैसा
 शासन ने जो करीब दस लाख क्विंटल धान की खरीदी की है, इसके एवज में किसानों को एक रुपए का भी भुगतान नहीं किया गया है। जिले में अब तक डेढ़ सौ करोड़ की धान खरीदी हो चुकी है। इसके एवज में पहले दौर में करीब पचास करोड़ रुपए का भुगतान किया जाएगा। इसके लिए बुधवार से प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जानकारी के  अनुसार संबंधित विभागों में जिस सुस्त गति से खरीदी की प्रक्रिया चल रही है, वही हाल भुगतान का है, जबकि स्पष्ट आदेश थे कि किसानों से धान खरीदी करने के एक सप्ताह बाद ही भुगतान कर दिया जाएगा, लेकिन शुरूआती दौर में जिन किसानों का माल खरीदा जा चुका है, एक माह गुजर जाने के बाद भी उनके खातों में पैसा नहीं पहुँचा है। 
स्टॉक होने के बाद भी नहीं पहुँचाए बारदाने 
 इस बार समर्थन मूल्य पर धान खरीदी किसानों के लिए अभिशाप साबित हो रही है। करीब डेढ़ माह से ठंड और बारिश के बीच खुले में डेरा जमाए किसानों को प्रशासन किसी न किसी रूप से परेशान कर रहा है। एक तो समर्थन मूल्य पर खरीदी काफी देर से शुरू की गई, उस पर भी किसानों को बारदाने के लिए तरसाया गया। इससे कहने को तो कागजों में खरीदी प्रक्रिया शुरू हो गई, लेकिन हकीकत में बिना बारदाने के मामला जहाँ के तहाँ अटका रहा। जिले के आधे से ज्यादा खरीदी केन्द्रों में करीब ऐसे ही हालात बने रहे। बारदानों का भरपूर स्टॉक होने के बावजूद किसानों को इसके लिए इंतजार कराया गया, अति होती देख कलेक्टर ने सख्ती की तब कहीं जाकर दो दिन पूर्व बारदानों की सही आपूर्ति की गई। खरीदी केन्द्रों पर बारदानों का संकट देखते हुए कलेक्टर ने समीक्षा बैठक में सख्ती बरती तब कहीं जाकर मंगलवार से खरीदी केन्द्रों पर बारदाने पहुँचने शुरू हुए। कलेक्टर ने स्पष्ट आदेश दिए हैं कि धान खरीदी के लक्ष्य के अनुरूप खरीदी केन्द्रों में पचहत्तर फीसदी बारदाने एडवांस में उपलब्ध कराए जाएँ और उपलब्ध कराये गये बारदानों की ऑनलाइन एंट्री की जाए। 
इनका कहना है
भुगतान की प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू हो रही है। पहले दौर में करीब 50 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाएगा। बारिश से धान को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। किसानों की हर समस्या पर ध्यान दिया जा रहा है।
विवेक तिवारी, डीएमओ

Created On :   2 Jan 2020 2:19 PM IST

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