बेटे ने हासिल किए पिता से ज्यादा वोट, बढ़ा चव्हाण का कद

Son got more votes than father, Chavans height increased
बेटे ने हासिल किए पिता से ज्यादा वोट, बढ़ा चव्हाण का कद
उपचुनाव  बेटे ने हासिल किए पिता से ज्यादा वोट, बढ़ा चव्हाण का कद

डिजिटल डेस्क, मुंबई।  नांदेड़ की देगलूर सीट के उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार जितेश अंतापुरकर ने 1 लाख 8 हजार 840 वोट हासिल करके बेहतरीन प्रदर्शन किया है। जितेश साल 2019 के विधानसभा चुनाव में जीतने वाले अपने पिता दिवंगत रावसाहब अंतापुरकर से बेहतर प्रदर्शन किया है। जितेश अपने पिता रावसाहब के मुकाबले दोगुने वोटों से जीत हासिल कर विधानसभा की दहलीज पर पहुंचे हैं। समझा जा रहा है कि जितेश को शिवसेना और राकांपा का वोट भी ट्रांसफर हुआ है। इससे जितेश के जीत का अंतर बढ़ा है। इस उपचुनाव में जितेश ने 41 हजार 93 वोटों से जीत दर्ज की है। जबकि रावसाहब ने साल 2019 के विधानसभा चुनाव में 22 हजार 433 वोट मिले थे। हालांकि जितेश की जीत में पीडब्लूडी मंत्री अशोक चव्हाण की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जा रही है। नांदेड चव्हाण का गढ़ माना जाता है। इस जीत से पार्टी में चव्हाण का कद और बढ़ा है। रावसाहब ने साल 2019 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना के उम्मीदवार रहे सुभाष साबने को हराया था। अब भाजपा के टिकट पर उपचुनाव लड़ने वाले साबने को रावसाहब के बेटे जितेश ने हराया है। भाजपा प्रत्याशी साबने को अंतापुरकर परिवार के पिता-पुत्र दोनों से चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। 

पार्टी बदलने के बाद भी ज्यादा कम नहीं हुआ साबने का वोट 

भाजपा के टिकट पर उपचुनाव में उतरे साबने को 66 हजार 907 वोट मिले हैं। जबकि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना-भाजपा प्रत्याशी के रूप में साबने ने 66 हजार 974 वोट हासिल किए थे। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार रहे रावसाहब को 89 हजार 407 वोट मिले थे। साल 2014 के विधानसभा चुनाव में साबने ने 66 हजार 852 वोट हासिल कर विधायक बने थे। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार रहे रावसाहब ने 58 हजार 204 मत हासिल किए थे। वहीं साल 2009 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना से लड़ने वाले साबने को 58 हजार 398 वोट प्राप्त हुए थे। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में रावसाहब ने 64 हजार 409 वोट हासिल करके जीत दर्ज की थी। इससे साफ है कि इस उपचुनाव में शिवसेना छोड़कर भाजपा में आने के बावजूद साबने को पिछले तीन विधानसभा चुनाव के लगभग ही वोट मिले हैं। 

वीबीए का वोट भी नहीं हुआ कम 

दूसरी ओर वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के प्रत्याशी उत्तम इंगोले को इस उपचुनाव में 11 हजार 348 वोट मिले हैं। जबकि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में वंचित बहुजन आघाड़ी के प्रत्याशी रामचंद्र भारांडे को 12 हजार 57 वोट मिले थे। इस उपचुनाव में वीबीए को ज्यादा वोटों का नुकसान नहीं हुआ है। 

जनता महाविकास आघाड़ी के साथ - चव्हाण

प्रदेश के सार्वजनिक निर्माण कार्य मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि महाविकास आघाड़ी के सभी घटक दलों के सामूहिक प्रयास से देगलूर उपचुनाव में कांग्रेस को जीत मिली है। उपचुनाव में जीत का श्रेय देगलूर की जनता को जाता है। चव्हाण ने कहा कि भाजपा की सरकार गिराने की लगातार कोशिश के बीच जनता का जनादेश काफी महत्वपूर्ण है। उपचुनाव के परिणाम से साफ है कि जनता महाविकास आघाड़ी के साथ है। चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस को मिली जीत पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फोन करके बधाई दी है। मैंने भी मुख्यमंत्री को दादरा और नगर हवेली लोकसभा उपचुनाव में शिवसेना को मिली जीत पर उन्हें शुभकामनाएं दी है। चव्हाण ने कहा कि भाजपा उम्मीदवार साबने के प्रचार के लिए कई केंद्रीय राज्य मंत्री नांदेड़ में जमे हुए थे लेकिन भाजपा की कोशिश नाकाम रही। 
 

Created On :   2 Nov 2021 9:33 PM IST

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