स्टार हेल्थ ने बीमा क्लेम नहीं दिया, अब पॉलिसी रिन्यू कराने बना रहे दबाव - पीडि़तों का आरोप .. बीमा कंपनी कर रही हमारे साथ धोखा

Star Health did not give insurance claim, now the pressure is on to renew the policy - allegation of victims
स्टार हेल्थ ने बीमा क्लेम नहीं दिया, अब पॉलिसी रिन्यू कराने बना रहे दबाव - पीडि़तों का आरोप .. बीमा कंपनी कर रही हमारे साथ धोखा
स्टार हेल्थ ने बीमा क्लेम नहीं दिया, अब पॉलिसी रिन्यू कराने बना रहे दबाव - पीडि़तों का आरोप .. बीमा कंपनी कर रही हमारे साथ धोखा

डिजिटल डेस्क जबलपुर । भविष्य में स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत आती है तो बीमा पॉलिसी सहारा बनेगी इस उद्देश्य के साथ प्रत्येक व्यक्ति बीमा कराता है। बीमा कराने के बाद परिवार के सदस्यों को भरोसा रहता है कि हमें वक्त पर काम आएगा। पीडि़तों का आरोप है कि बीमा कंपनियों के दावे व वादे दोनों ही झूठे हैं। बीमा करने के बाद वे भूल जाते हैं कि ये हमारे बीमित सदस्य हैं और हमें हर संभव मदद करना है पर ऐसा नहीं किया जाता है, बल्कि जरूरत के समय बीमा कंपनी अपने हाथ खड़े कर लेती है। कैशलेस इलाज तो दूर की बात है जब बीमित बीमा कंपनी में बिल पास कराने के लिए अपने बिल लगाते हैं तो कई तरह के नुस्ख उसमें निकालकर दोबारा दस्तावेज सब्मिट करने को बोलते हैं और फिर अचानक उक्त क्लेम सेटल करने के बजाय रिजेक्ट कर देते हैं। ऐसा एक व्यक्ति के साथ नहीं किया जाता है, बल्कि अनेक पॉलिसी धारकों के साथ कुछ इसी तरह का व्यवहार किया जा रहा है। बीमा कंपनियों से पॉलिसी धारक परेशान हो गए हैं और अब तो पॉलिसी रिन्यू कराने में भी पीछे हट रहे हैं और कंपनी के लोग लगातार फोन कर उन्हें पॉलिसी रिन्यू कराने के लिए दबाव बना रहे हैं। 
केस. 1-  पाँच साल से लगातार पूरे परिवार का करा रहे बीमा
गोरखपुर निवासी जैनेन्द्र विश्वकर्मा ने अपनी शिकायत में बताया कि स्टार हेल्थ की पॉलिसी वे पिछले पाँच साल से लेते आ रहे हैं। उन्होंने अपने पूरे परिवार का बीमा कराकर रखा है कि जरूरत में काम आएगा। वर्ष 2019 में उनकी पत्नी बीमार हो गईं। बीमारी के कारण सिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहाँ पर बीमा कंपनी के द्वारा दिया गया कैशलेस कार्ड अस्पताल को दिया गया तो अस्पताल प्रबंधन ने कैशलेस इलाज करने से इनकार कर दिया। उसके बाद उन्होंने अस्पताल के सारे बिल बीमा कंपनी में ऑनलाइन व ऑफलाइन जमा कराए थे। बीमा कंपनी ने अनेक दस्तावेजों में कमी निकाली तो अस्पताल से सब कुछ उपलब्ध करा दिया गया था। उसके बाद वे बीमा कंपनी से लगातार संपर्क करते रहे कि उनका बीमा क्लेम सेटल कर दिया जाए पर अचानक बीमा कंपनी ने यह कह दिया कि आपकी पत्नी को पाँच साल पुरानी बीमारी है, इसलिए हम यह क्लेम नहीं दे सकते हैं। पीडि़त का कहना है कि हमसे पॉलिसी रिन्यू कराने के नाम पर हजारों रुपए ले लिए गए पर हमें क्लेम नहीं दिया। अब तो बीमा कंपनी वाले लगातार हमारे ऊपर दबाव बना रहे हैं। पॉलिसी रिन्यू कराने से इनकार करने के बाद भी लगातार हमें फोन किया जा रहा है। 
केस. 2- जरूरत में पॉलिसी बंद कराई पर आज तक नहीं मिला जमा रुपया
गुलौआ ताल नारायण नगर गढ़ा रोड निवासी श्रीकांत पचौरी ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने एक्साइड लाइफ इंश्योरेंस से पॉलिसी ली थी। उक्त पॉलिसी 16 साल संचालित करना थी और उसके बाद जमा रुपए डबल होकर मिलने थे। पॉलिसी धारक को लॉकडाउन के कारण पारिवारिक परेशानी आ गई और परिवार के सदस्य बीमार होने लगे। उन्हें लगा कि पॉलिसी से कुछ मदद मिलेगी तो बीमा कंपनी वालों ने हाथ खड़े कर दिए। उसके बाद उन्होंने अपनी पॉलिसी बंद कराने का बीमा कंपनी में आवेदन दे दिया। आवेदन के साथ ही रुपए वापस करने के लिए बीमा कंपनी के जिम्मेदार अधिकारियों को कहा। उन्होंने कहा कि आपके खाते में सीधे जमा होंगे। पीडि़त इसी भरोसे में बैठा था कि जल्द ही उसकी जरूरत पूरी हो जाएगी पर महीनों बीत जाने के बाद भी आज तक उनके खाते में रुपए नहीं आए। अब बीमा कंपनी वाले उक्त रकम देने से इनकार कर रहे हैं। उसने टोल फ्री नंबर पर संपर्क किया और अन्य अधिकारियों से बात की पर किसी तरह की सुनवाई कहीं नहीं हो रही है। पीडि़त का आरोप है कि बीमा कंपनी उनके साथ ठगी कर रही है। वहीं बीमा कंपनी का पक्ष जानने के लिए मोबाइल नंबर 8041345444 पर संपर्क किया गया तो उक्त नंबर लग ही नहीं रहा और टोल फ्री नंबर नहीं लग रहे। 
इनका कहना है
जैनेन्द्र विश्वकर्मा को बीमा क्लेम क्यों नहीं मिला इस संबंध में पूरा परीक्षण कराने के बाद हम बात करेंगे। नियमानुसार उन्हें क्लेम दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
-कुलदीप मिश्रा स्टार हेल्थ
 

Created On :   29 May 2021 3:02 PM IST

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