एक्सिडेंट के बाद क्लेम देने से इनकार कर रही स्टार हेल्थ

Star Health refusing to pay claim after accident
एक्सिडेंट के बाद क्लेम देने से इनकार कर रही स्टार हेल्थ
एक्सिडेंट के बाद क्लेम देने से इनकार कर रही स्टार हेल्थ

पॉलिसी धारकों ने कहा - बीमा कंपनी हमें झूठा साबित करने में लगी, की जाए कड़़ी कार्रवाई
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
पॉलिसी बेचते वक्त तो पहले दिन से सारे क्लेम देने का वादा बीमा कंपनियाँ करती हैं लेकिन जब पॉलिसी धारकों को जरूरत पड़ जाए तो बीमा कंपनियाँ अपने हाथ खड़े कर लेती हैं। ऐसे एक नहीं बल्कि  अनेक मामले बीमा कंपनियों के सामने आ रहे हैं। तरह-तरह के गलत साक्ष्य प्रस्तुत कर बीमा कंपनियाँ पॉलिसी धारकों को झूठा साबित करने में जुटी हुई हैं। इसके पीछे का मूल उद्देश्य यह होता है कि उन्हें क्लेम का भुगतान न करना पड़े और उनकी कंपनी लाभ अर्जित करती रहे। बीमा कंपनियों के इस गोलमाल के सामने पॉलिसी धारक बौना साबित हो रहा है। बीमा कंपनियों के समक्ष सारे तथ्य देने के बाद भी बीमा कंपनियाँ अपने ग्राहकों की एक भी बात सुनने तैयार नहीं हैं। अब पॉलिसी धारक आरोप लगा रहे हैं कि पॉलिसी बेचकर बीमा कंपनियाँ लाभ का धंधा करने में जुटी हैं और इन्होंने नियम बना लिया है कि क्लेम किसी भी हालत में रिलीज न किया जाए। वहीं बीमा कंपनियों के इस गोलमाल पर अंकुश लगाने में प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी पूरी तरह मौन हैं। 
दस्तावेजों में बेवजह निकाली जा रहीं खामियाँ
यादव कॉलोनी निवासी हनीन्द्र हरने ने अपनी शिकायत में बताया कि 19 जनवरी 2021 को स्टार हेल्थ से उन्होंने पॉलिसी ली थी। पॉलिसी लेने के तीन दिन बाद सड़क हादसे में वे घायल हो गए थे और उन्हें जबलपुर अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। वहाँ पैर का चिकित्सकों द्वारा ऑपरेशन किया गया। बीमा कंपनी ने कैशलेस से इनकार कर दिया और जब हनीन्द्र ने बीमा कंपनी में सारे बिल सबमिट किए तो अनेक क्वेरी निकाली गईं। सारे दस्तावेज देने के बाद बीमा कंपनी ने कहा कि आपका पहले एक्सिडेंट हो गया और आप बाद में उसे एक्सिडेंट होना बता रहे हैं इसलिए हम यह क्लेम नहीं दे सकते। पॉलिसी धारक ने अनेक दस्तावेज उपलब्ध कराए उसके बाद भी बीमा कंपनी मानने तैयार नहीं है। बीमा कंपनी के समक्ष चिकित्सक की रिपोर्ट भी पेश की गई लेकिन एक लाख से अधिक का क्लेम बीमा कंपनी ने रिजेक्ट कर दिया। पॉलिसी धारक का कहना है कि बीमा कंपनी के इस व्यवहार से उन्हें मानसिक आघात पहुँचा है। 
सीने में दर्द का बीमा कंपनी ने नहीं किया भुगतान
विजय नगर निवासी राजेन्द्र शर्मा ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी से पॉलिसी ले रखी थी। तीन साल से वे लगातार पॉलिसी का संचालन करते आ रहे हैं। 27 सितम्बर 2019 को सीने में दर्द होने के कारण उन्हें शैल्बी अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। बीमा कंपनी ने इलाज के दौरान कैशलेस नहीं किया। इस कारण 3 लाख 65 हजार के बिल का भुगतान उन्हें अपने पास से करना पड़ा। अस्पताल से छुट्टी होने के बाद बीमा कंपनी में सारे बिल सबमिट किए तो जल्द भुगतान का दावा किया गया था। बीमा कंपनी द्वारा अनेक क्वेरी निकाली गईं, जिससे पॉलिसी धारक राजेन्द्र शर्मा द्वारा पूरा किया गया और अचानक उनके घर के पते पर पत्र भेजा गया कि आपके द्वारा जो क्लेम सबमिट किया गया है वह वेटिंग पीरियट में है, आपको क्लेम नहीं दिया जा सकता। पीडि़त का आरोप है कि बीमा कंपनी द्वारा हमारे साथ धोखा किया गया और अब हम कोर्ट की शरण में जाएँगे।
पहले हुआ था एक्सिडेंट
इनका कहना है
हमारी सर्वे टीम के द्वारा सर्च किया गया था कि पॉलिसी धारक श्री हरने का पहले से एक्सिडेंट हुआ था। सारे दस्तावेजों के माध्यम से उन्हें जानकारी दी गई थी और यही कारण है कि हमारी कंपनी द्वारा नो क्लेम किया गया है।
-कुलदीप मिश्रा स्टार हेल्थ
 

Created On :   9 July 2021 11:59 AM GMT

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