हाईटेंशन विद्युत तारों से टकराकर सारस की मौत, 25 दिनों में चार पक्षियों ने तोड़ा दम

Stork died after colliding with high tension electric wires
हाईटेंशन विद्युत तारों से टकराकर सारस की मौत, 25 दिनों में चार पक्षियों ने तोड़ा दम
गोंदिया हाईटेंशन विद्युत तारों से टकराकर सारस की मौत, 25 दिनों में चार पक्षियों ने तोड़ा दम

डिजिटल डेस्क, गोंदिया.  आमगांव वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आनेवाले ग्राम घाटटेमनी में शनिवार को एक सारस पक्षी की हाईटेंशन विद्युत तारों से टकराकर मृत्यु हो गई। यह घटना 10 दिसंबर को शाम 5 बजे के दौरान घटी, ऐसी जानकारी मिली हैं। इस घटना में मृत सारस को मिलाकर पिछले 25 दिनों में कुल चार सारस पक्षी की मृत्यु हो चुकी हैं। दुर्लभ सारस पक्षी की एक के बाद एक असामयिक मृत्यु की घटनाओं से जिले के वन्यजीव प्रेमियों की चिंता बढ़ गई है। इधर, शासन की ओर से सारस संरक्षण के लिए बड़ी-बड़ी घोषणाएं एवं उपाय योजनाएं करने के दावे किए जाते हैं। इसके बावजूद एक माह में जिले में विभिन्न घटनाओं में चार सारस पक्षियों की मौत ने जहां एक ओर सरकारी दावों पर प्रश्न चिह्न लगा दिया है। गौरतलब है कि दुर्लभ सारस पक्षी यह महाराष्ट्र का गौरव माना जाता है और राज्य में सिर्फ गोंदिया-भंडारा जिले में ही यह पक्षी दिखाई पड़ते हैं। पहले ही इनकी संख्या अब उंगलियों पर गिनने लायक बची हैं। ऐसे में इस वयस्क दुर्लभ सारस पक्षी की असामयिक मृत्यु ने जिले के ही नहीं, बल्कि संपूर्ण परिसर के वन्यजीव एवं प्रकृति प्रेमियों को चिंता में डाल दिया है। गत माह की शुरुआत में ही कामठा-झिलमिली परिसर में सारस का एक जोड़ा विद्युत तारों की चपेट में आकर दम तोड़ चुका हंै। इसके बाद 25 नवंबर को गोंदिया तहसील की डांगोर्ली परिसर में एक सारस पक्षी घायल अवस्था में पाया गया था। जिसे प्राथमिक उपचार के बाद नागपुर के गोरेवाड़ा में वन विभाग की ओर आगे उपचार के लिए ले जाया गया था। जहां उपचार के दौरान 1 दिसंबर को उसकी मृत्यु हो गई थी। 

विद्युत तारों से टकराकर हुई मौत 

रवि भगत, वन परिक्षेत्र अधिकारी के मुताबिक आमगांव वन परिक्षेत्र अंतर्गत आनेवाले ग्राम घाटटेमनी में एक सारस की बिजली के हाईटेंशन तारों से टकरा जाने की वजह से मृत्यु हुई है। यह जानकारी मुझे भी कुछ देर पहले ही मिली हंै एवं मै घटनास्थल की ओर जा रहा हूं। यह घटना काफी दुखद हंै। विद्युत वाहिणीयों पर प्लास्टिक कोटेड परत चढ़ाने से इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकेगा। 


 

Created On :   11 Dec 2022 7:47 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story