- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- 3 लाख घरों का सर्वे, मिले 2 लाख से...
3 लाख घरों का सर्वे, मिले 2 लाख से ज्यादा बुखार पीडि़त
डिजिटल डेस्क जबलपुर । मौसम में बदलाव के बाद डेंगू के मामले कम जरूर हुए, लेकिन पूरी तरह इस पर लगाम नहीं लगी है। डेंगू के डंक के आगे तमाम प्रयास बौने साबित हो रहे हैं। डेंगू के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, वहीं स्थिति बिगडऩे पर मरीज की जान भी जा रही है। बुधवार को त्रिमूर्ति नगर में डेंगू के चलते एक घर का चिराग बुझ गया। माँ-बाप का इकलौता सहारा उनसे छिन गया। इसके पूर्व में इसी क्षेत्र में एक महिला आरक्षक की मौत भी डेंगू के चलते हुई थी। शहर में डेंगू के चलते पीडि़तों की जान गई है, लेकिन अफसोस कि इन मौतों को सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किया जाता। स्वास्थ्य विभाग केवल एलाइजा टेस्ट में पॉजिटिव मिले मरीज को ही डेंगू पीडि़त मानता है, जो कि बेहद कम संख्या में ही होते हैं। शहर में दो माह पहले तक डेंगू और संदिग्धों सहित एक्टिव मामले इतनी अधिक संख्या में थे कि अस्पताल में बेड मिलना मुश्किल था। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस वर्ष अब तक जिले के करीब 3 लाख घरों का सर्वे कराया गया है, जिसमें 3 हजार 600 से ज्यादा घरों में डेंगू के लार्वा मिले हैं। इसके अलावा सर्वे में 2 लाख से ज्यादा बुखार पीडि़त भी सामने आए।
करीब 10 दिनों से चल रहा था इलाज, 8 हजार बची थीं प्लेटलेट्स
त्रिमूर्ति नगर निवासी एनके यादव ने बताया कि उनके बेटे 37 वर्षीय रचित यादव को बुखार एवं अन्य लक्षणों के चलते एक निजी चिकित्सक से इलाज चल रहा था। डॉक्टर ने कुछ जाँचें कराई थीं, जिसमें प्लेटलेट्स गिरने और डेंगू होने की बात सामने आई थी। करीब एक सप्ताह तक घर पर रहकर ही इलाज चला, लेकिन तबियत ज्यादा खराब होने पर एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था, जहाँ चिकित्सकों ने जानकारी दी कि डेंगू के चलते मरीज मल्टी ऑर्गन फेलियर की स्थिति में पहुँच गया है। प्लेटलेट्स भी कम होकर 8 हजार पर पहुँच चुकी थीं। बुधवार की सुबह मरीज ने दम तोड़ दिया। रचित अपने माता-पिता का इकलौता सहारा था।
26 घरों के 35 कंटेनरों में मिला डेंगू का लार्वा
सरकारी आँकड़ों में अब तक 700 से ज्यादा डेंगू पीडि़त सामने आ चुके हैं। 26 अक्टूबर तक 741 मरीज मिले थे। यह सिलसिला अभी भी जारी है। इधर बुधवार को 2 हजार 436 घरों में मच्छरों के लार्वा सर्वे में 26 घरों के 35 कंटेनरों में डेंगू लार्वा मिले। वहीं 533 बुखार पीडि़त रोगियों की रक्त पट्टी और आर.डी. किट द्वारा जाँच की गई जिसमें मलेरिया पॉजिटिव शून्य था।
ये क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित
यूँ तो शहर के लगभग हर क्षेत्र से डेंगू पीडि़त सामने आए हैं, लेकिन सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में रांझी, घमापुर और लालमाटी जैसे क्षेत्र शामिल रहे। इसके अलावा त्रिमूर्ति नगर, शांति नगर, गढ़ा, शास्त्री नगर जैसे क्षेत्रों में मरीज सामने आए।
Created On :   28 Oct 2021 2:51 PM IST