Jabalpur News: बूंद के आकार का तालाब, भीषण गर्मी में भी नहीं घटेगा पानी

बूंद के आकार का तालाब, भीषण गर्मी में भी नहीं घटेगा पानी
  • सेना ने भैरोताल को संवारने का जिम्मा उठाया देश की सेवा करने वाले जवान जनसेवा में भी जुटे
  • 120 रेन ट्री ऑक्सीजन के साथ खूबसूरती बढ़ाएंगे

Jabalpur News: अदम्य साहस, पराक्रम के लिए पहचानी जाने वाली सेना पर्यावरण संरक्षण और सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी में नया उदाहरण देने जा रही है। झाड़ियाें और कचरे से भरे पड़े चौथा पुल-सदर रोड पर स्थित भैरोताल में एक ऐसे तालाब ने आकार लेना शुरू कर दिया है जिसका वाॅटर लेवल भीषण गर्मी में भी कम नहीं होगा। बूंद के आकार में तैयार होने वाले इस ताल के चारों तरफ वॉकिंग ट्रैक बनाया जाएगा।

बच्चों के लिए झूलों के साथ बुजुर्गों की सेहत का भी बखूबी इंतजाम होगा। किसी ऑपरेशन की तरह ही सेना की अलग-अलग विंगें इस पर जुटी हुई हैं। मध्य भारत एरिया हेडक्वार्टर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल पीएस शेखावत ने नेतृत्व में शुरु की गई प्लानिंग इस प्राकृतिक लेक को नया स्वरुप देने लगी है। आर्मी ने वॉटर हार्वेटिंग का पूरा ब्लू प्रिंट बनाया है। सेना ने यहां के लिए प्लांट और घास को लेकर अपनी अलग तैयारी कर रखी है।

तीन प्वाॅइंट्स जो पानी की अहमियत बताएंगे

री-स्टोरिंग| तालाब में वॉटर लेवल बनाए रखने के लिए कई हिस्सों में बोरिंग कराई गईं हैं, जो पाइप लाइन के जरिए तालाब से भी जुड़ी होंगी। जल स्तर कम होते ही इसका उपयोग किया जा सकेगा।

वॉटर हार्वेस्टिंग| पानी को बचाने के लिए सेना के विशेषज्ञों की मदद से वाॅटर हार्वेस्टिंग का प्लान किया गया है। कई हिस्सों में पिट भी बनाए जा रहे हैं।

रेन ट्री| वॉकिंग ट्रैक के चारों तरफ रेन ट्री लगाए जाएंगे। विशेषज्ञों ने विशेष तौर पर इनका चयन किया और पेड़ों के बीच की एक निश्चित जरुरी दूरी भी तय की।

अभी स्कैच बना है, रंग भरे जाने बाकी हैं

प्रोजेक्ट को इस तरह से प्लान किया जा रहा है कि सिविलियन को बेहतर वातावरण हासिल हो। इसमें सैन्य अनुशासन और दृढ इच्छाशक्ति की भी झलक दिखाई देगी। शुरुआती दौर में सेना ने तकरीबन 350 फीट लंबाई और 450 फीट चौड़ाई में 7 से 8 फीट की गहराई से तालाब को बूंद जैसा आकार दिया है। 6 लाख क्यूबिक मिट्टी हटाई गई है। अब बारिश का पानी स्टोर होने लगा है। सैन्य अफसर बताते हैं कि पहले पूरे क्षेत्र से कचरे और झाड़ियों को साफ किया गया। जहां-तहां मौजूद गड्ढों की फिलिंग की गई। फिलहाल पूरे एरिया को समतल बनाने का कार्य चल रहा है।

Created On :   7 Aug 2025 5:31 PM IST

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