होस्टल में छात्र की संदिग्ध मौत, सीएम शंदे ने कहा - मामले को गंभीरता से लेकर सख्ती से करें जांच

डिजिटल डेस्क, अमरावती। होस्टल में 12 साल के छात्र की संदिग्ध मौत की खबर जब राज्य के सीएम एकनाथ शिंदे तक पहुंची, तो उन्होंने मेलघाट के विधायक राजकुमार पटेल और अधिकारियों से संपर्क किया, सीएम का फोन आते ही प्रशासनिक हलके में हड़कंप मचा और मामले की गंभीरता से जांच करने के आदेश दिए गए।
डीसीपी मकानदार, एसीपी पूनम पाटील और पुलिस निरीक्षक आसाराम चोरमले ने मौके पर पहुंच कर पड़ताल शुरु कर दी। आदर्श कोगे का शव पोस्टमार्टम के लिए अकोला भेजा गया है। उसके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। जिस बच्चे को पढ़ने के लिए घर से दूर होस्टल में भेजा, अब वो इस दुनिया में नहीं, हालांकि परिजन का आरोप है कि उनके बच्चे के साथ मारपीट की गई। पिता ने चार दिन पहले ही उसे होस्टल में भर्ती करवाया था। उसके कुछ दोस्त भी बन चुके थे, लेकिन बुधवार रात उनसे सब कुछ छिन गया।
एक तरफ परिवारवालोंं का बुरा हाल है, दूसरी तरफ छात्रावास के कुछ शिक्षक मामले को रफादफा करने की कोशिश करने लगे, पुलिस को जब सही कारण नहीं बताया जा रहा था, तो दोपहर 1 बजे होस्टल वार्डन रवींद्र दिघाडे को हिरासत में लिया गया।
मामला गाडगे नगर थाना क्षेत्र स्थित जिला परिषद समाज कल्याण के छात्रावास का बताया जा रहा है, जहां गुरुवार सुबह छात्र की संदिग्ध मौत की खबर आग की तरह फैल गई।
छात्र ने मौत से पहले अपने अभिभावकों को मैसेज किया था, जिसमें उसने कहा था कि मुझे मारा है। छात्र को अस्पताल लाया गया था, जब्कि उसकी पहले ही मौत हो चुकी थी। जैसे ही परिजन को सूचना मिली, उन्होंने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। छात्र का नाम आदर्श कोगे है, जो चिखलदरा तहसील के जामली गांव में रहता था।
आदर्श सातवीं कक्षा का छात्र था। बुधवार को एक छात्र के साथ उसका झगड़ा हुआ था, तब सुरक्षाकर्मी ने समझा बुझाकर उसे शांत किया था। आदर्श ने इसकी जानकारी अपने पिता को वॉट्सएप पर मैसेज टाइप कर दी थी। इसके बाद रात 8 बजे आदर्श ने वीडियो कॉलिंग पर पिता से बातचीत की और कहा कि अभी सब ठीक है, लेकिन उसी रात 1 बजे के करीब आदर्श ने मां को वॉट्सएप पर मैसेज किया, उसमें लिखा था कि मुझे मारा है। सुबह जब रसोइया प्रेमसिंह ठाकुर बच्चों को उठाने पहुंचा, तो आदर्श बेसुध पड़ा था। इसकी जानकारी छात्रावास प्रशासन को दी गई। तभी उसे निजी अस्पताल लाया गया, जहां भर्ती करने से साफ इंकार किया गया।
सुबह 7 बजे जब आदर्श को जिला अस्पताल लाया गया। तब पता चला कि दो घंटे पहले ही उसकी मौत हो चुकी है। इसकी जानकारी आदर्श के घरवालों को दी गई, सूचना मिलते ही परिजन और गांववाले इर्विन अस्पताल पहुंच गए। छात्रावास प्रशासन पर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया गया। तनाव की स्थिति बन चुकी थी।
तीन सदस्यीय समिति की उपस्थिति में होगा पोस्टमार्टम
लगभग 7 घंटे तक आदर्श का शव इर्विन अस्पताल के बिस्तर पर पड़ा था, मामला गरमाता देख शव मरच्यूरी में रख दिया गया। अब तीन सदस्यीय समिति की उपस्थिति में गुरुवार रात पोस्टमार्टम किया जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मामले में खुलासा हो सकेगा।
पीठ पर मारपीट के निशान
आदर्श की मौत को लेकर छात्रावास प्रशासन पल्ला झाड़ता नजर आया। आदर्श के पीठ पर मारपीट के कई निशान दिखे। उसके साथ बुधवार रात मारपीट होने का संदेह जताया जा रहा है। मामले को लेकर छात्रावास प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है।
छात्रावास से पेटी और मोबाइल जब्त किया
कमरा नंबर 1 से आदर्श की पेटी और मोबाइल जब्त कर लिया है। फॉरेंसिक टीम ने मौके से कुछ सबूत जुटाए हैं। परिसर में केवल एक ही सीसीटीवी है। उसके भी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
सभी बच्चों को घर भेजने की जल्दबाजी
छात्रावास में कुल 100 छात्र हैं। जो 5 वीं से 10 वीं कक्षा में पढ़ते हैं। मामला रफादफा करने होस्टल प्रबंधन ने खुद छुट्टी के आवेदन लिखे और परिजन से संपर्क कर बच्चों को ले जाने के लिए कहा। बच्चों ने भी महज दो घंटे में अपना सामान बंध लिया था, लेकिन समय रहते पुलिस मौके पर पहुंच गई, सभी छात्रो को वहीं रूकने के लिए कहा गया। कुछ छात्रों के साथ पूछताछ हुई। जिप समाज कल्याण के अधिकारी और कर्मचारी भी पड़ताल में जुट गए।
पीएम रिपोर्ट के बाद होगा मामला दर्ज
पुलिस निरीक्षक आसाराम चोरमले के मुताबिक मृतक आदर्श के पिता नीतेश कोगे की शिकायत लिखित में ली गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामला दर्ज कर आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
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Created On :   21 July 2022 8:34 PM IST