- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- स्वच्छ सर्वेक्षण - कहीं फिर से राह...
स्वच्छ सर्वेक्षण - कहीं फिर से राह में बाधक न बन जाएँ शहर के हालात
डिजिटल डेस्क जबलपुर । सड़कों के किनारे कचरे के ढेर लगे हैं, कॉलोनियों में झाड़ू नहीं लग रही और डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन करने वाली गाडिय़ाँ समय पर नहीं आतीं। नाले-नालियाँ खुले पड़े हैं। सड़कों पर धूल के गुबार हैं। संक्रामक रोग अलग कहर बरपा रहे हैं। इस बीच छटवें स्वच्छ सर्वेक्षण की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। हालाँकि पाँचवें स्वच्छ सर्वेक्षण का परिणाम अभी नहीं आया है, लेकिन चुनौतियाँ सामने दिख रही हैं। निगम का अमला इसके लिए तैयारी भी कर रहा है, लेकिन राह उतनी आसान नहीं दिख रही है। लोगों का मानना है कि रैंकिंग में बेहतर स्थान बनाने के लिए कागजी गुणाभाग से हटकर अभी से सक्रिय प्रयास करने होंगे। नगर निगम में छटवें स्वच्छ सर्वेक्षण की तैयारी की सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है। िनगमायुक्त ने इसके िलए जोन वाइज वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती भी कर दी है। जल्द ही अन्य गतिविधियाँ शुरू हो जाएँगी। कोरोना के पहले वाले सर्वेक्षणों में नगर िनगम ने गाने-बजाने से लेकर मुशायरों तक का आयोजन िकया, लेकिन वह नहीं िकया जो किसी शहर को सच में साफ-सुथरा बनाता है। वर्ष 2017 में स्वच्छ सर्वेक्षण शुरू हुआ था और पहली बार में ही शहर ने 21वीं रैंक हासिल की थी। इससे यह उम्मीद जगी थी िक आने वाले वर्षों में शहर देश के टॉप 10 शहरों में शामिल हो जाएगा, लेकिन ऐसा हो नहीं सका, यानी अगले दो सालों तक शहर की रैंिकंग 25वें स्थान पर ही रही। 2020 की रैंकिंग में थोड़ा सुधार हुआ और शहर ने 17वीं पॉजिशन पाई।
यहाँ फेल हो जाता है िनगम 6 स्वच्छ सर्वेक्षण के पहले जिस प्रकार ओडीएफ प्लसप्लस की टीम सर्वे करती है उसी प्रकार स्टार रेटिंग के लिए भी सर्वेक्षण होता है। हर शहर को अपनी सुविधाओं के अनुसार 7 स्टार तक के लिए आवेदन करना होता है। 2019 में नगर िनगम ने 7 स्टार के िलए आवेदन िकया था जिसमें 3 स्टार मिले थे। 2020 के सर्वेक्षण के िलए िनगम ने 5 स्टार रेटिंग का आवेदन किया था लेकिन कोई भी स्टार नहीं िमल पाया। इससे सीधे तौर पर भारी अंकों का नुकसान उठाना पड़ा था। इसके साथ ही रात में बाजारों की सफाई, मच्छरों की फौज के आगे िनगम बौना साबित होता है।
Created On :   30 Sept 2021 2:09 PM IST