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विधानसभा में तालिका अध्यक्ष ने कहा- सबको पता है पुलिस विभाग में कैसे होते हैं तबादले
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पुलिस विभाग के तबादलों में भ्रष्टाचार के विपक्षी पार्टियों के आरोपों में घिरी महाविकास आघाड़ी सरकार को शिवसेना विधायक व विधानसभा के तालिका अध्यक्ष संजय शिरसाट ने भी इस मुद्दे पर खरी खोटी सुनाई। शिरसाट ने सवाल किया कि तबादले कैसे होते हैं यह लोगों को पता नहीं है क्या? उन्होंने कहा कि पोस्टिंग के लिए जो पैसे देता है वह वसूल भी करता है। शिरसाट ने कहा कि उनके पास तबादलों में भ्रष्टाचार से जुड़ी कई शिकायतें हैं। मैं एक उदाहरण देता हूं। गडचिरोली के ऑपरेशन्स विभाग में तैनात एक पुलिस वाले ने जिस तरह काम किया उसको देखते हुए सरकार ने भी उनका सम्नान किया। लेकिन उसने जो पोस्टिंग मांगी वह नहीं दी गई। नई मुंबई में वह पद तीन महीने तक खाली रहा जिसके बाद वहां किसी और की नियुक्ति हुई। शिरसाट ने कहा कि उनके पास ऐसी कई शिकायतें हैं। उन्होंने कहा कि छोटे कांस्टेबलों को पकड़ने के बजाय तबादले के सर्कल पर ध्यान दें। ऐसे मामलों में पीआई और सर्कल अधिकारी का नाम कभी नहीं आता इसलिए सरकार को समस्या के मूल पर ध्यान देना चाहिए। लोगों को गृहराज्यमंत्री बता रहे हैं कि कांस्टेबल का नाम पूछे, बैंच नंबर नोट करें फिर ऊपर शिकायत करें। ऐसे काम नहीं होता है।
सदन में उठा था नाशिक में पुलिस की वसूली का मामला
शिरसाट के कड़े तेवर के बाद गृहराज्य मंत्री शंभूराज देसाई ने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा। मामला प्रश्नकाल के दौरान उठा जब नाशिक में हेलमेट न पहनने वाले वाहन चालकों से पुलिसवालों द्वारा जबरन वसूली को लेकर शिवसेना के शांताराम मोरे ने सवाल उठाया था। जवाब में गृह राज्यमंत्री ने कहा कि पुलिसवाले नियमों के मुताबिक ही जुर्माना वसूल रहे हैं। पहली बार गलती पर 500 और दूसरी बार एक हजार रुपए जुर्माना वसूला जाता है। इस साल 18 जनवरी से 11 मार्च के बीच 8472 लोगों से 42 लाख 36 हजार जुर्माना वसूला गया। शिवसेना के आशीष जैस्वाल ने सवाल किया कि पुलिसवाले आरोपियों की तस्वीर खींचकर उसे अपलोड कर जुर्माना क्यों नहीं वसूलते इससे भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी। देसाई ने इस पर जवाब दिया कि हाईवे पर यह प्रक्रिया अपनाई जाती है। शहरों में भी सीसीटीवी की मदद से ऐसा किया जाता है लेकिन हर जगह फिलहाल यह संभव नहीं है। इस दौरान भाजपा की देवयानी फरांदे ने भी नाशिक में यातायात और पुलिसवालों द्वारा वसूली को लेकर सवाल उठाए।
Created On :   25 March 2022 9:29 PM IST