टाटा कैंसर हॉस्पिटल बना रहा 300 बेड की धर्मशाला, दूर-दराज से आनेवाले मरीजों को मिलेगी राहत
-दर्जनों गरीब पेशेंट और उनके परिजन फुटपाथ पर गुजारते हैं रात
- हाफकिन परिसर में हो रहा निर्माण
- जून तक हो जाएगा तैयार
डिजिटल डेस्क, मुंबई, मोफीद खान, टाटा कैंसर अस्पताल में इलाज के लिए मुंबई सहित देश के कोने-कोने से लोग आते हैं। अधिकांश मरीज गरीब तबके के होने से इनके पास मायानगरी में रहने की कोई व्यवस्था नहीं होती। मजबूरी में ऐसे लोग सड़कों के फुटपाथ पर रहते हैं। ऐसे मरीजों को न्यूनतम दर में टाटा अस्पताल की ओर से रहने की व्यवस्था की जाती है। हालांकि मरीजों की संख्या की तुलना में अस्पताल के पास पर्याप्त घर नहीं हैं। मरीजों की सहूलियत के लिए हाफकिन परिसर में 300 बेड की एक धर्मशाला बनाई रही है। यह धर्मशाला तैयार होने के बाद अस्पताल के पास गरीब तबके के मरीजों के लिए बेडों की संख्या बढ़ कर 2 हजार हो जाएगी।
गरीब मरीजों की सहूलियत के लिए पूर्व गृह निर्माण मंत्री जीतेंद्र अाव्हाड की पहल पर म्हाडा 100 फ्लैट टाटा मेमोरियल अस्पताल को देने वाला है। इसमें से 10 फ्लैट अस्पताल को मिल चुके हैं। शेष 90 फ्लैट भी मई तक िमल जाएंगे।
60% मरीज अन्य राज्यों से
अस्पताल में इलाज कराने वाले लगभग 60% रोगी अन्य प्रदेशों से आते हैं। अस्पताल के पास पहले से ही बांद्रा, दादर जैसे इलाकों में एनजीओ संचालित छोटे केंद्र हैं। हॉस्पिटल के उप-निदेशक डॉ. शैलेश श्रीखंडे ने कहा कि रोजाना 50 आवेदन आते हैं, जिनमें से आधे को आवासीय सुविधा हम दे पाते हैं।
85 हजार का इलाज
अस्पताल के निदेशक डॉ. राजेंद्र बडवे ने बताया कि पिछले साल 85 हजार रोगियों का यहां इलाज किया गया। हम मरीजों के िलए आवासीय सुविधाएं बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। भोईवाड़ा की म्हाडा बिल्डिंग में 100 फ्लैट िमलेंगे। हाफकिन परिसर में 300 बेड की धर्मशाला जून तक तैयार हो जाएगी।
40 से 500 रुपए तक किराया
अस्पताल प्रशासन के पास विभिन्न श्रेणी के मकान हैं। जनरल से लेकर डीलक्स तक की सुविधा इनमें शामिल है। ये कमरे रोजाना 40 से 500 रुपए तक किराए पर दिए जाते हैं। गरीब मरीजों को 200 बेड मुफ्त दिए जाते हैं।
Created On :   29 March 2023 4:10 PM GMT