टैटू बनाने वाले की हत्या - उसकी पत्नी से था प्यार इसलिए हटा दिया रास्ते से , गुत्थी सुलझी - गाजियाबाद से पकड़े गये 3 आरोपी 

Tattoo murderer - love for his wife removed from the path
टैटू बनाने वाले की हत्या - उसकी पत्नी से था प्यार इसलिए हटा दिया रास्ते से , गुत्थी सुलझी - गाजियाबाद से पकड़े गये 3 आरोपी 
टैटू बनाने वाले की हत्या - उसकी पत्नी से था प्यार इसलिए हटा दिया रास्ते से , गुत्थी सुलझी - गाजियाबाद से पकड़े गये 3 आरोपी 

डिजिटल डेस्क जबलपुर । टैटू बनाने वाले की हत्या के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है । हत्या करने वाला मृतक की पत्नी से प्यार करता था और अपना प्यार पाने के लिए ही उसने अपने रास्ते का रोड़ा हटाने की मंशा से वारदात को अंजाम दिया । गढ़ा थाना क्षेत्र में शारदा मंदिर रोड पर बुधवार की रात टैटू बनाने वाले अंकित चंडोक की कार सवारों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस अंधी हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली । 
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार गढ़ा थानांतर्गत स्वर्णिका होम्स के सामने शारदा मंदिर रोड में एक व्यक्ति केा गोली मारने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया था ।  विवेचना के दौरान घटनास्थल के आस पास के सीसीटीवी फुटेज खगांले गये, संदेहियो से पूछताछ करते हुये तकनीकी विवचेना के आधार पर  पाया गया कि गाजियाबाद उ.प्र. निवासी वैगनार कार क्रमांक डी.एल. 9 सी.आर 5292 में सवार अज्ञात आरोपियों ने  अंकित चंडोक की गोली मारकर हत्या की है ।
संदेहियो की तलाश पतासाजी वास्ते दो टीमें गाजियाबाद उ.प्र. रवाना की गयी । टीम के द्वारा पतासाजी करते हुये  गाजियाबाद उ.प्र. में स्थानीय पुलिस के सहयोग से तीन संदेही उत्कर्ष मिश्रा, मयंक अग्रवाल, शिवम छलेरिया को पूछताछ हेतु पुलिस अभिरक्षा में  जिला जबलपुर लाया गया, नगर पुलिस अधीक्षक गढ़ा रोहित काशवानी (भा.पु.से.) की उपस्थिति में सघन पूछताछ की गयी जिस पर पाया गया कि साहिल जग्गी जो कि मृतक अंकित चंडोक का रिश्ते का भाई लगता है, साहिल जग्गी के साथ उत्कष मिश्रा वर्ष 2018 में  जबलपुर में  नागपाल गार्डन में आयोजित डॉग शो में गया था । यहॉ मृतक की पत्नि भी सपरिवार गयी थी, डॉग शो के दौरान मृतक की पत्नि की उत्कर्ष मिश्रा से जान पहचान हुई थी, तभी से मोबाईल पर दोनो की बात होती थी । उत्कर्ष मिश्रा जब कभी जबलपुर आता था, साहिल जग्गी के पास रूकता था, जबलपुर में रूकने के दौरान  उत्कर्ष मिश्रा  मृतक अंकित की पत्नि से मुलाकात जरूर करता था । लगातार मोबाईल पर बातचीत एवं जबलपुर मे ंरूकने के दोैरान मुलाकात के कारण उत्कर्ष मिश्रा, मृतक की पत्नि से प्यार करने लगा था । उत्कर्ष ने यह सोचा कि यदि अंकित चंडोक को रास्ते से हटा दिया तो अपने प्यार को पा लेगा । तसे यह भी मालूम था कि अंकित चंडोक का व्यवसायिक प्रतिद्वंदिता को लेकर  समदडिय़ा मॉल में ही टैटू की दुकान संचालित करने वाले दीपक जैन से विवाद चल रहा है ऐसे में यदि वह हत्या करता भी है तो  किसी को उस पर शक नहीं होगा, दीपक जैन पर ही शक होगा । योजना के मुताबिक अपने प्यार को पाने के लिये वह अपने साथी मयंक अग्रवाल व शिवम छलेरिया के साथ मिलकर रैकी करने लगा और फिर  सूनसान रास्ते में अकेला पाकर अकित चंडोक की गोली मारकर हत्या कर दी । हत्या के बाद वह सीधे कार से पाटन सागर होते हुये गाजियाबाद उ.प्र. भाग गये। घटना में प्रयुक्त वैगनार कार जप्त करते हुये आरोपियों से घटना में प्रयुक्त देशी पिस्टल की बरामदगी हेतु आरोपियों का न्यायालय से पुलिस रिमाण्ड  लिया जा रहा है।

Created On :   19 Aug 2020 6:58 PM IST

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