- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- छेड़छाड़ से परेशान होकर किशोरी ने...
छेड़छाड़ से परेशान होकर किशोरी ने की आत्महत्या, परिजनों ने दो छात्रों पर लगाए आरोप
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)। एक तरफ प्रदेश मुख्यमंत्री भांजियों (बेटियों) की सुरक्षा के लिये अभियान चला रहे हैं, वहीं दूसरी ओर छेड़छाड़ से तंग छात्रा ने कुंए में कूद कर जान दे दी। छात्रा के परिजन अपनी बेटी की मौत का जिम्मेदार उसके साथ पढऩे वाले दो छात्रों को ठहरा रहे हैं। दरअसल, यह मामला माड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम असनी है। यहां 16 वर्षीय अंजना शाह का शव का गांव के कुंए में मंगलवार को मिला था। जिसे लेकर पुलिस द्वारा मामले में प्रथम दृष्टया आत्महत्या की आशंका जतायी जा रही थी। लेकिन अब इस मामले में मृतका के पिता लालचंद गुप्ता ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। श्री गुप्ता का आरोप है कि उनकी पुत्री को स्कूल में दो लड़कों द्वारा परेशान किया जा रहा था। इन लड़कों में से एक लड़के पर उन्हें काफी पहले से शक था। सालभर पहले उन्होंने उस लड़के के खिलाफ माड़ा थाने में शिकायत भी की थी, लेकिन उस समय भी पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया था और उनकी लड़की की मौत हो गई है। उन्होंने मामले में शुरूआत से पुलिस की भी सक्रियता पर सवाल उठाए हैं।
किशोरी के पिता को मिला पे्रम पत्र-
मृत किशोरी के पिता का कहना है कि उन्हें उनकी बेटी के ड्राइंग बाक्स से एक लेटर मंगलवार को मिला था। जिसमें कुछ लड़कों का नाम था। जिस लड़के द्वारा लेटर लिखा गया था, उसने उसमें एक दूसरे लड़के के प्रति नाराजगी जतायी थी। इसलिए वह लेटर लेकर स्कूल गए और वहां प्राचार्य ने उन बच्चों को बुलवाया, जिनके नाम लेटर में थे। इन लड़कों में एक ने कबूल किया कि वह लेटर उसने लिखा था। इसके बाद यह लेटर वह लेकर माड़ा थाने गए। जहां पुलिस वालों ने दोनों लड़कों को पहले तो स्कूल से ले गई, लेकिन इसके बाद एक लड़के को छोड़ दिया। मृतका के पिता का कहना है कि उन्हें शक है कि पुलिस मामले को रफा-दफा करने में लगी है।
घटना के 1 दिन पहले जबरन दे रहे थे फूल-
श्री गुप्ता का कहना है कि जिस दिन उनकी बेटी के साथ घटना हुई, उसके एक दिन पहले स्कूल की छुट्टी के बाद स्कूल के बाहर कुछ लड़के परेशान कर रहे थे। इस दौरान एक लड़का उनकी लड़की को जबरन फूल देने का प्रयास कर रहा था। उन्होंने बताया है कि उन्हें यह बातें स्कूल में पढऩे वाली कुछ लड़कियों से पता चली है।
पुलिस से मदद के बजाए परेशानी मिली ज्यादा-
श्री गुप्ता आरोप है कि वह जब बेटी के ड्राइंग बाक्स में मिले लेटर को देने के लिए माड़ा थाने गए थे, तो उनसे वहां वह लेटर ले लिया गया। उन्होंने जब उस लेटर की एक प्रति कराने की बात कही, तो उन्हें लेटर देने से इनकार कर दिया गया और परेशान किया जाता रहा। इसके बाद टीआई के कहने पर लेटर दिया गया, तो उसकी सिर्फ एक प्रति दी गई और एएसआई रैंक के पुलिस अधिकारी ने यह कहाकि तुम क्या करोगे, इस लेटर का? ऐसे में उन्हें एएसआई रैंक के पुलिस अधिकारी पर भी इस मामले में हेराफेरी करने का शक है।
इनका कहना है-
यह मामला हत्या का है या फिर आत्महत्या का, इसके लिए विवेचना की जा रही है। मिले पत्रों के आधार पर भी पूछताछ जारी है। मामले में अभी पीएम रिपार्ट आनी बाकी है, रिपोर्ट आने के बाद काफी हद तक स्थिति क्लियर हो जाएगी, जिससे मामले में नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
- रावेन्द्र द्विवेदी, टीआई माड़ा
Created On :   14 Jan 2021 1:39 PM IST