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औरंगाबाद, जालना और सोलापुर में शुरू हुई टेली आईसीयू सेवा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के औरंगाबाद, जालना और सोलापुर जिले में टेली आईसीयू सेवा शुरू हो गई है। रविवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने तीनों जिलों की टेली आईसीयू सेवा का शुभारंभ किया। टोपे ने कहा कि राज्य में कोरोना के मरीजों की मृत्यु दर चिंता की बात है। कोरोना मरीजों का मृत्यु दर तीन प्रतिशत से कम करके एक प्रतिशत तक लाने के लिए विशेष प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कहा कि कोरोना के कारण होने वाली मौत को रोकने के लिए टेली आईसीयू उपयुक्त है। टेली आईसीयू सेवा का प्रदेश भर में विस्तार करने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार से चर्चा की जाएगी। जिससे आईसीयू के मरीजों को प्रौद्योगिकी की मदद से समय पर उपचार और मार्गदर्शन मिल सकता है। सुदूर इलाकों के कोरोना के मरीजों को भी विशेषज्ञों का भी उपचार हो सकेगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल समय की जरूरत है। राज्य में विशेषज्ञों की महसूस हो रही कमी टेली आईसीयू तकनीक से कुछ हद तक दूर हो सकेगी। कोरोना के गंभीर रोगियों का इलाज विशेषज्ञों के माध्यम से होने पर मृत्यु दर कम होने में मदद मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि मेडिस्केप इंडिया फाउंडेशन के जरिए कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएआर) निधि के माध्यम से टेली आईसीयू सेवा प्रदान की जा रही है। इससे पहले 14 अगस्त को भिवंडी में राज्य की पहली टेली आईसीयू सेवा शुरू की गई थी।
अनलॉक के कारण कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही- राजेश टोपे
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य में अनलॉक के कारण कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। रविवार को पत्रकारों से बातचीत में टोपे ने कहा कि लॉकडाउन के बाद प्रदेश सरकार की नीति अब अनलॉक करने की है। अनलॉक के तहत प्रदेश में एक जिले से दूसरे जिले में जाने के लिए ई-पास को रद्द कर दिया गया है। होटलों को शुरू करने की अनुमति दी गई है। सरकारी और निजी कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति बढ़ाई गई है। इससे बड़े पैमाने पर एक-दूसरे से लोगों का संपर्क होने के कारण कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। टोपे ने केंद्र सरकार से निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई किट) और आरटी-पीसीआर किट समेत अन्य स्वास्थ्य सामग्री उपलब्ध नहीं कराने को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि बीते दिनों केंद्र सरकार से एक पत्र मिला है। जिसमें केंद्र ने कहा है कि पीपीई किट, आरटी-पीसीआर किट, मास्क और वेटिंलेटर राज्य सरकार को नहीं दिया जाएंगे। इस पर मैंने केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडेकर से कहा है कि केंद्र सरकार की ओर से सहयोग न करना उचित नहीं है। मैंने उनसे कहा है कि जितनी सामग्री अभी तक उपलब्ध कराई जा रही थी कम से कम उतनी सामग्री तो मुहैया कराई जाए। इस पर जावडेकर ने मुझे स्वास्थ्य सामग्री की आपूर्ति करने का भरोसा दिया है। टोपे ने कहा कि स्वास्थ्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा जाएगा। टोपे ने कहा कि यदि लोग स्वयं अनुशासन में रहेंगे तो मुझे विश्वास है कि कोरोना का प्रसार रूक सकता है। इसलिए लोगों को स्वयं अनुशासन का पालन करना चाहिए।
Created On :   6 Sept 2020 6:18 PM IST