बैंक मैनेजर ने फर्जी दस्तावेजों से अपने साले के नाम पर भी लिया था 30 लाख का लोन

The bank manager had also taken a loan of 30 lakhs in the name of his brother-in-law with fake documents.
बैंक मैनेजर ने फर्जी दस्तावेजों से अपने साले के नाम पर भी लिया था 30 लाख का लोन
बड़ा फर्जीवाड़ा : ईओडब्ल्यू के हाथ लगे अहम साक्ष्य, निकाले गए पौने दो करोड़ बैंक मैनेजर ने फर्जी दस्तावेजों से अपने साले के नाम पर भी लिया था 30 लाख का लोन

डिजिटल डेस्क जबलपुर। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया विजय नगर के पूर्व ब्रांच मैनेजर कमल कुमार मिश्रा द्वारा पौने दो करोड़ का लोन निकाले जाने के मामले में ईओडब्ल्यू द्वारा मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में ईओडब्ल्यू के हाथ कुछ और दस्तावेज लगे हैं जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि पूर्व ब्रांच मैनेजर ने फर्जी दस्तावेेजों का इस्तेमाल करके अपने साले के नाम पर भी एक अन्य बैंक से 30 लाख का लोन लिया था। इस संबंध में बैंक के दस्तावेजों में भ्रामक जानकारी दर्ज की गई थी।
ज्ञात हो कि कोरोना काल में तत्कालीन बैंक मैनेजर द्वारा ओएमपी एसोसिएट्स के प्रोप्राइटर सचिन पटैल के साथ मिलीभगत कर एक दर्जन से अधिक हितग्राहियों के नाम पर 10 से 25 लाख तक के लोन पास कराए गये लेकिन लोन की राशि हितग्राहियों को नहीं मिली थी। इस मामले में ईओडब्ल्यू द्वारा तत्कालीन मैनेजर कमल मिश्रा, ओएमपी एसो. के सचिन पटैल, प्रियम तिवारी व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। मामले की जाँच में इस बात का खुलासा हुआ कि तत्कालीन बैंक मैनेजर का साला प्रियम तिवारी भोपाल में किसी शासकीय विभाग में नौकरी करता है। कोरोना काल में फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर तत्कालीन बैंक मैनेजर द्वारा अपने साले प्रियम के नाम पर बैंक ऑफ महाराष्ट्र की लमती शाखा से भी 30 लाख का होम लोन फाइनेंस कराया था। जाँच टीम को प्रकरण से जुड़े दस्तावेज मिले हैं जिसमें बैंक मैनेजर द्वारा अपने साले प्रियम तिवारी को ओएमपी एसोसिएट्स का प्रोप्राइटर बताकर लोन फाइनेंस कराया गया है। लोन के लिए लगाए गये दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा किए जाने की भी जाँच की जा रही है।  

 

 

Created On :   10 Dec 2022 11:19 PM IST

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