नशे का अवैध व्यापार करने ड्राइवर की हत्या कर लूटी थी कार - 72 घंटों के भीतर जेल भेजे गए दोनों आरोपी

The car was robbed after killing the driver for illegal trade of intoxicants - both the accused sent to jail
नशे का अवैध व्यापार करने ड्राइवर की हत्या कर लूटी थी कार - 72 घंटों के भीतर जेल भेजे गए दोनों आरोपी
नशे का अवैध व्यापार करने ड्राइवर की हत्या कर लूटी थी कार - 72 घंटों के भीतर जेल भेजे गए दोनों आरोपी

डिजिटल डेस्क सतना। रेलवे स्टेशन से दोस्त की बर्थ-डे पार्टी में रीवा जाने की बात कहकर टैक्सी बुक करने के बाद रामपुर बाघेलान थाना क्षेत्र के जमुना में चालक की हत्या कर कार लूटने के दोनों आरोपियों को पुलिस ने 72 घंटों के भीतर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। पुलिस कप्तान धर्मवीर सिंह ने इस सनसनीखेज घटना का खुलासा करने के लिए 10 हजार का इनाम घोषित किया था। उन्होंने शुक्रवार दोपहर को घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों का मकसद कार लूटना था मृतक से उनकी कोई दुश्मनी नहीं थी।
दोस्त के साथ मिलकर बनाई योजना
कफ सिरप की तस्करी के अपराध में जेल की हवा खा चुके दीपक सिंह उर्फ गोलू पटेल पुत्र रामनिवास पटेल 23 वर्ष निवासी हरदुआ थाना सेमरिया जिला रीवा, हाल उतैली थाना कोलगवां को रीवा के एक साथी ने कुछ दिन पूर्व नशीले पदार्थो का बड़े पैमाने पर अवैध व्यापार करने के लिए लग्जरी कार का इंतजाम करने को कहा था, तब आरोपी दीपक ने सतना लौटकर उतैली निवासी वीरेन्द्र उर्फ प्रिंस सोनी पुत्र स्वर्गीय नरेन्द्र सोनी 19 वर्ष के साथ मिलकर योजना बनाई और 16 मार्च को शाम करीब 8 बजे रेलवे स्टेशन पहुंचा, जहां 2-3 टैक्सी वालों से एक दोस्त की बर्थ-डे पार्टी के लिए रीवा चलने की बात करने के बाद सुशील कुमार वर्मन उर्फ कल्लू पुत्र स्वर्गीय शंभू वर्मन 50 वर्ष निवासी साहू मोहल्ला धवारी के पास गया, जिन्होंने 1 हजार रुपए व डीजल के खर्चे पर जाने की बात कही, तो आरोपी मान गया और स्टेशन से कार क्रमांक एमपी 19 सीसी- 4238 में बैठकर आरएस पेट्रोल पंप पर गया, जहां सुशील ने 1 हजार का डीजल भरवाया। यहां तक प्रिंस उर्फ वीरेन्द्र साथ में नहीं था, प्लान के तहत बस स्टैंड से उसको गाड़ी में बैठाया।
बस स्टैंड से शराब, चाकू और केक खरीदा
आरोपियों ने सेमरिया चौक की शराब दुकान से वियर व शराब की दो बोतल लेने के अलावा सिंधी कैम्प की एक दुकान से केक पैक कराया तो प्लास्टिक का चाकू खराब होने की बात कहकर लोहे का चाकू भी खरीदा। तीनों चीजें लेने के बाद कार रीवा की तरफ रवाना हो गई, मगर जैसे ही रामपुर बाघेलान बायपास से आगे   पहुंचे तो जमुना गांव से एक और दोस्त को ले चलने के  लिए कार गांव के रास्ते पर मोड़ दी और स्टेशन के पास से कच्चे रास्ते में सूनसान जगह पर ले गए।
नशे में धुत होने पर गला रेता
फिर यह कहकर कार रुकवा दी कि आगे रोड खराब है, दोस्त यहां तक चलकर आ जाएगा। उसके आने में कम से कम आधे घंटे लगेगा, तब तक शराब पी लेते हैं। सुशील पहले से ही नशे में था, जिसका फायदा उठाकर दिलीप ने उसे ज्यादा शराब पिलाई, वहीं प्रिंस वियर पीने का नाटक करता रहा। जब ड्राइवर सुशील बुरी तरह नशे में धुत होकर जमीन पर लेट गया तब आरोपी दिलीप ने उसकी छाती पर बैठकर बेरहमी से गला रेत दिया। कत्ल करने के बाद मृतक का मोबाइल, पर्स लेकर दोनों आरोपी कार से रीवा की तरफ निकल गए, मगर कुछ दूर जाने पर उन्हें ड्राइवर के जीवित होने का संदेह हुआ तो वापस आकर दाहिने हाथ की कलाई काट दी, और सीने पर भी ताबड़तोड़ वार किए।
पहले रीवा, फिर गांव और आखिर में लौटे सतना
टैक्सी ड्राइवर की हत्या कर दोनों आरोपी कार से गांव के रास्तों से होकर रीवा शहर पहुंचे और फिर यूनिवर्सिटी के पास से इटौरा बायपास पर चढ़े, मगर जैसे ही दूसरा टोल प्लाजा आया तो गाड़ी रोक दी और कुछ देर तक खड़े रहने के बाद लौट आए। इसी दौरान पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपियों ने ड्राइवर का मोबाइल यूपी जा रहे ट्रक में फेंकने का प्रयास किया, मगर निशाना चूक जाने से फोन पुलिया के ऊपर गिर गया, जो अगले दिन कबाड़ी को मिला। इस बीच दीपक ने कार के सौदे के लिए दोस्त से बात की, मगर बात नहीं बनी, तो रीवा से वापस सेमरिया होकर अपने गांव हरदुआ चला गया, जहां कुछ घंटे रूककर प्रिंस के साथ सतना आ गया।
बस स्टैंड में ठीक कराई कार, दिनभर घूमा
सेमरिया से लौटते समय कार की किसी वाहन से टक्कर हो गई, ऐसे में सतना आकर बस स्टैंड के पास स्थित गैरेज में ले जाकर दीपक ने कार ठीक कराई, और नंबर प्लेट भी नई बनवाकर लगवाया था। अगले पूरे दिन आरोपी कार लेकर शहर में अलग-अलग जगह घूमता रहा, उसने अपने फोन पर सेल्फी और वीडियो भी कार के साथ रिकॉर्ड किया था। आरोपी दीपक और प्रिंस के द्वारा की गई दुस्साहस पूर्ण घटना सामने आने के बाद आईपीसी की धारा 302, 394, 201, 120बी और आम्र्स एक्ट की धारा 25बी का अपराध दर्ज कर रामपुर पुलिस ने साइबर सेल के जरिए सुराग जुटाए तो सतना से लेकर रीवा के रास्ते पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले, जिनसे अहम सुराग हाथ लगे, तब पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कार, चाकू, खून से सने कपड़े और उनके मोबाइल जब्त कर लिए। मुख्य आरोपी दीपक को शिनाख्त के लिए रेलवे स्टेशन की पार्किंग में भी लाया गया था। आरोपियों को शुक्रवार दोपहर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।  
इनको मिली सफलता
लूट और हत्या की वारदात का खुलासा करने में रामपुर बाघेलान टीआई अनिमेष द्विवेदी, सिविल लाइन टीआई एसएम उपाध्याय, एसआई राजेन्द्र तिवारी, शिवनंदन पुसाम, दिनेश बघेल, ओशो गुप्ता, साइबर सेल प्रभारी अजीत सिंह, एएसआई दीपेश पटेल, हर्षवर्धन तिवारी, प्रधान आरक्षक खेमराज बागरी, तुलसीदास, आरक्षक कमलाकर
सिंह, अंकेश मरमट,  विकास सिंह, रामानुज शर्मा, शुभम सिंह परिहार, नीतिश यादव, विश्वदीप तिवारी, अनूप मिश्रा, संदीप पांडेय, सैनिक राममन  त्रिपाठी, मुकेश यादव ने अहम भूमिका निभाई।
 

Created On :   20 March 2021 6:32 PM IST

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