धान खा रहा था हाथी ,भैंस समझ कर ग्रामीण ने हांका तो पीछे दौड़ पड़ा और पीठ में गड़ा दिए दांत ; कुत्तों ने बचाई जान

The elephant was eating paddy, considering the buffalo, the villager ran back and buried his teeth in the back
धान खा रहा था हाथी ,भैंस समझ कर ग्रामीण ने हांका तो पीछे दौड़ पड़ा और पीठ में गड़ा दिए दांत ; कुत्तों ने बचाई जान
धान खा रहा था हाथी ,भैंस समझ कर ग्रामीण ने हांका तो पीछे दौड़ पड़ा और पीठ में गड़ा दिए दांत ; कुत्तों ने बचाई जान

भैसवाही बीजाडांडी के भगत गनेशा ने सुनाई आपबीती - करंट लगने से हुई साथी की मौत के बाद क्राधित होकर भटक रहा है दूसरा हाँथी 
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
हाँथी के हमले से बुरी तरह घायल भैसवाही बीजाडांडी निवासी 45 वर्षीय भगत गनेशा ने बताया कि मैं तो मौत के मुंह से बचा हूं। पिछली शाम जब अंधेरा हो गया था , घर पर बाड़ी में धान रखी था। उसने दखा तो  लगा कि काला सा जानवर धान खा रहा है । मुझे लगा भैंस होगी । आवाज लगा कर उस तरफ लपका तो पल भर में मेरे सामने मौत खड़ी थी सामने हाथी था उसने मुझे  सूंड से धक्का देकर गिरा दिया। मै पट्ट गिरा तो उसने नुकीले दांत मेरी पीठ में गड़ा दिए। वहीे कुछ कुत्ते भी थे जो कि हाथी कि हांथी को देखकर जोर-जोर से भौंकने लगे। वह मुझे छोड़कर कुत्तों की ओर झपटा और कुतों के पीछे भागा कुत्ते भी भागे और मै पूरी ताकत लगाकर उठा और शोर मचाते हुए दौड़ लगा दी। इसके बाद हाथी भाग गया।
 काफी गहरा घाव है
भगत काफी डरा हुआ है वह कहता है कि अब भी वह दृश्य मेरे आंखों के सामने घूम जाता है। भगवान की कृपा थाी कि मै जीवित बच गया। हाँथी द्वारा हमला करने के बाद भगत के बेटे अनिल कुमार ने डायल-100 पर सूचना दी। सूचना पाकर  पुलिस और फारेस्ट विभाग के लोग पहुंचे और भगत को बीजाडांडी अस्पताल ले गए ,यहां स प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल अस्पताल रेफर कर दिया। इस बौराए हाथी ने नगरार गांव निवासी 55 वर्षीय भूरा उर्फ राजकुमार यादव  को भी खेत में पटक कर घायल कर  दिया है, उसके चेहरे व पीठ पर चोट आई है। 

Created On :   30 Nov 2020 5:56 PM IST

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