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नरवाई की आग ने खाक कर दी बेटी की शादी के अरमान, मदद के लिए उठे सैकड़ों हाथ

डिजिटल डेस्क, सतना। जिले के कोटर थाना अंतर्गत करही कला गांव के निवासी रमेश द्विवेदी की बेटी सारिका की शादी बिरसिंहपुर के हलावन गांव में तय हुई थी, उसकी बारात 3 मई को आनी है, निमंत्रण कार्ड बांटने से लेकर सारी तैयारियां हो चुकी थीं लेकिन 30 अप्रैल को कुछ किसानों के द्वारा खेतों की नरवाई जलाने के लिए लगाई गई आग की चपेट में आने से द्विवेदी परिवार की पूरी गृहस्थी खाक हो गई और शादी होना तो दूर खाने के भी लाले पड़ गए, मगर सकंट की इस घड़ी में सारिका के भाई की तरफ से सोशल मीडिया पर मदद की करुण पुकार ने सतना के समाजसेवियों को झकझोर कर रख दिया और देखते ही देखते सहायता के लिए लोग आगे आने लगे।
सामाजिक, राजनीतिक संगठनों के साथ ही व्यक्तिगत रूप से भी लोग यथासंभव सहयोग प्रदान करने लगे। आम लोगों से मदद मिलने के बाद जिला प्रशासन भी हरकत में आया और भूल सुधार करते हुए त्वरित सहायता उपलब्ध कराने के लिए सक्रिय हो गया। मध्यप्रदेश शासन के राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल से लेकर मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने भी त्वरित सहायता उपलब्ध कराई। बदले हालातों में अब सारिका की शादी धूमधाम से संपन्न होने की संभावना बलवती हो गई है। जिस तरह मदद के लिए लोग आगे आए उसको देखते हुए सारिका अब सिर्फ द्विवेदी परिवार की बेटी न होकर जिले के हर घर की बेटी बन चुकी है।
ये है घटना-
कोटर क्षेत्र के करही कला निवासी रमेश द्विवेदी के परिवार में बेटी की शादी की तैयारी चल रही थी। गहने-जेवर से लेकर खाने पीने और दान का सामान इकठ्ठा कर लिया था लेकिन नरवाई की आग में घर तक चला गया। परिवार अब दुविधा में है कि बारात के स्वागत की तैयारी करे या फिर गृहस्थी संभाले।
वाकया सतना जिले का है। यहां की कोटर तहसील के गांव करही कला के रमेश द्विवेदी के घर में 30 अप्रैल को आग लग गई। आग खेतों की ओर से आई। जिनके खेत थे उन्होंने नरवाई जलाई थी। यह आग बढ़ते-बढ़ते रमेश द्विवेदी के घर तक पहुँच गई और घर में रखा अनाज, बर्तन, बेटी की शादी के लिए लाया गया सामान सब राख हो गया। रमेश की बेटी सारिका का विवाह हलावन गाँव में तय हुआ है। जिसकी बारात 3 मई को आना है। दोनों ही परिवारों की ओर से निमंत्रण कार्ड भी बांट दिए गए हैं। अब द्विवेदी परिवार के सामने बारात के स्वागत और अपनी गृहस्थी को लेकर चिंता बढ़ गई है। इधर, वर पक्ष शादी टालने के लिए तैयार नहीं है। यह बात द्विवेदी परिवार को और भी चिंतित कर रखी है।
पीड़ित परिवार के बेटे प्रसून ने बताया कि जब आग लगी और हमारे घर की ओर बढ़ रही थी तभी डायल 100 और फायर ब्रिगेड को फोन लगाया था लेकिन कोई नहीं पहुँचा। अब चिंता इस बात की है कि बहन की शादी कैसे हो पाएगी। गौरतलब है कि सतना जिले में नरवाई यानि पराली जलाने पर सरकारी तौर पर रोक लगाई गई है। जिले में अब तक नरवाई जलाने वाले 8 किसानों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है।
Created On :   2 May 2022 5:45 PM IST