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अपनी तरह का पहला केस - वृद्ध में एक साथ मिला क्रीम व ब्लैक फंगस
अब तक पोस्ट कोविड फंगस से 7 लोगों की मौत, मेडिकल में इलाजरत हैं 113 मरीज
डिजिटल डेस्क जबलपुर । कोरोना इलाज के बाद एक 74 वर्षीय मरीज में दो तरह के फंगस सामने आए हैं। यह अपनी तरह का एक अलग मामला है। मेडिकल कॉलेज के नाक, कान, गला विभाग ने नेजल एंडोस्कोपी में पाया कि पेशेंट में ब्लैक फंगस के साथ क्रीम कलर का फंगस भी है। ब्लैक और क्रीम फंगस जो आमतौर पर देखने नहीं मिलता है। इस मरीज के तालू, जबड़े की जाँच की गई, जिसमें जबड़े की तुरंत सर्जरी करने की जरूरत पड़ी। विभाग की सर्जन डॉ. कविता सचदेवा ने बताया कि ब्लैक के अलावा एक फंगस क्रीम जैसे कलर का है, इस पेशेंट का ऑपरेशन बीती रात किया गया। यह अलग तरह का केस था, जिसमें समय रहते सर्जरी की गई। डॉ. सचदेवा के अनुसार पेशेंट यदि समय पर आए तो इलाज बेहतर तरीके से संभव है लेकिन अभी पोस्ट कोविड के दौर में गाँव में उतनी जागरुकता नहीं है जितनी जरूरत है। यदि फंगस के किसी तरह से लक्षण मिलते हैं तो मरीज को त्वरित उपचार की जरूरत है। मेडिकल कॉलेज में अलग-अलग तरह से फंगस के 113 मरीजों का उपचार किया जा रहा है। पोस्ट कोविड के बाद 7 लोगों की इससे मौत हो चुकी है।
कई बीमारियों के बाद लग सकता है फंगस 6 विशेषज्ञों के अनुसार अभी आमतौर पर यही देखा जा रहा है कि कोरोना के दौरान स्टेरॉयड का ज्यादा इस्तेमाल, शुगर का बैलेंस न रहना इम्युनिटी को घटाता है जिससे फंगस हो सकता है। इसके अलावा कीमोथैरेपी, गुर्दा प्रत्यारोपण के बाद भी फंगस मरीजों को होता रहा है। अभी महामारी के दौर में जब प्रतिरोधक क्षमता आदमी की घट रही है तो यह फंगल इन्फेक्शन ज्यादा सामने आ रहा है। यदि सावधानी रखी जाए तो इससे बचाव पूरी तरह संभव है।
Created On :   26 May 2021 4:23 PM IST