तेज रफ्तार मालगाड़ी ने लाल सिग्नल पारकर सिंहपुर स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी को किया ओवरशूट
डिजिटल डेस्क,शहडोल। सिंहपुर रेलवे स्टेशन पर बुधवार सुबह 6.45 बजे बिलासपुर की ओर से रही तेज रफ्तार मालगाड़ी लाल सिग्नल तोडक़र अंदर घुसी। तीन नंबर पटरी पर खड़ी मालगाड़ी को पीछे से ओवरशूट किया। यह ठोकर इतनी तेज थी कि खड़ी मालगाड़ी के पीछे लगी दो इंजन और ठोकर मारने वाली मालगाड़ी के 2 इंजन मिलाकर 4 रेल इंजन के परखच्चे उड़ गए। अलग-अलग मालगाड़ी के 9 डिब्बे बेपटरी हो गई। एक रेल इंजन हवा में उडक़र एक नंबर पटरी पर जा गिरी। इससे ओएचई (ओवर हेड एक्सटेंशन) के खंभे और तार टूटी तो बिजली इंजनों की आवाजाही ठप हो गई। हादसे के फौरन बाद राहत और बचाव के लिए शहडोल स्टेशन से दल रवाना हुआ।
बुधवार शाम तक राहत और बचाव का कार्य चलता रहा। इस बीच ट्रेनों की आवाजाही ठप रही। घटना स्थल पर कलेक्टर शहडोल वंदना वैद्य पहुंची। नगर पालिका शहडोल के दमकल दल ने इंजन में लगी आग बुझाई। सुबह 11.30 बजे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) के महाप्रबंधक आलोक कुमार व बिलासपुर डीआएम प्रवीण पांडेय सहित अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी पहुंचे। सिंहपुर में रेल हादसे के बाद 10 ट्रेनें निरस्त हो गई। शहडोल से संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के यात्रियों को बस से अनूपपुर ले जाया गया, वहां ट्रेन से बिलासपुर रवाना किया गया। तीन ट्रेनों को गंतव्य में पहुंचने से पहले निरस्त किया गया। इसमें बिलासपुर-कटनी मेमू को पेड्रारोड में, अंबिकापुर-जबलपुर एक्सप्रेस को बिजुरी में और जबलपुर-अंबिकापुर एक्सप्रेस को जबलपुर में ही रद्द किया गया। दुर्ग-उधमपुर एक्सप्रेस को रीशिड्यूल किया और बरौनी-गोंदिया व अजमेर-दुर्ग को डायर्वट किया गया।
रेलवे के प्रत्यक्षदर्शी गैंगमैन की जुबानी हादसे की कहानी-
सुबह के करीब 6.45 बजे सिंहपुर रेलवे स्टेशन के तीन नंबर पटरी पर कोयला लेकर बिरसिंहपुर पावर हाउस जाने ग्रीन सिग्नल का इंतजार कर रही मालगाड़ी को बुढ़ार की ओर से आ रही मालगाड़ी ने ओवरशूट किया। तेज ठोकर मारी। इस गाड़ी को बिलासपुर के ड्राइवर विनोद कुमार और सहायक आनंद तिवारी चल रहे थे। इसमें दो इंजन थी और पीछे के इंजन में प्रमोद कुमार लोको पायलट और संजीव कुमार सहायक लोको पायलट बैठे थे। ये दोनों खोंगसरा से ड्यूटी समाप्त कर शहडोल लौट रहे थे। इधर, जिस मालगाड़ी को पीछे ठोकर मारी उसमें ओवरलोड कोयला का परिवहन करने पीछे दो इंजन लगी थी।
पीछे के इंजन में ड्राइवर राजेश प्रसाद गुप्ता और सहायक लोको पायलट ऋतुराज नाथ बैठे थे। ठोकर लगने के बाद इस मालगाड़ी का एक इंजन हवा में उडक़र एक नंबर पटरी तक जा पहुंचा और एक इंजन दो नंबर पटरी पर जा गिरा। इस पटरी पर प्रेशर इतना तेज पड़ा की रेल पटरी उखडक़र इंजन में जा घुसी और उसी में रेल ड्राइवर राजेश प्रसाद फंस गए। उन्हे समय पर नहीं निकाला जा सका और इंजन के अंदर ही मौत हो गई। इसी इंजन पर बैठे सहायक लोको पायलट ऋतुराज का हाथ टूट गया। गर्दन पर चोट आई। वे किसी तरह इंजन से बाहर निकले। इधर, ठोकर मारने वाली मालगाड़ी के दो इंजन में सवार 4 ड्राइवर भी घायल हुए। इन पांचों ड्राइवर को इलाज के मेडिकल कॉलेज शहडोल भेजा गया। ऋतुराज की हालत गंभीर होने के बाद इलाज के लिए बाहर रैफर किया गया।
Created On :   20 April 2023 1:55 PM IST