सहकारी बैंक में पौने नौ करोड़ के गबन की जांच फाइलों में दफन

The investigation of the embezzlement of nine and a half crores in the cooperative bank buried in the files
सहकारी बैंक में पौने नौ करोड़ के गबन की जांच फाइलों में दफन
ईओडब्लू को प्रकरण ट्रांसफर करने की हुई थी सिफारिश, शासन से नहीं मिली मंजूरी सहकारी बैंक में पौने नौ करोड़ के गबन की जांच फाइलों में दफन


छिंदवाड़ा। जिला सहकारी बैंक की कृषि शाखा में पौने नौ करोड़ रुपए के गबन की जांच फाइलों में दब गई है। ईओडब्लू को प्रकरण हस्तांतरित करने की सिफारिश के बाद पुलिस ने भी अपने हाथ रोक लिए हैं। यही वजह है कि बीते छह माह से इस मामले में कोई भी कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पाई।
गौरतलब है कि सहकारी बैंक की कृषि शाखा में अब तक पौने नौ करोड़ रुपए के गबन का खुलासा हुआ है। पुलिस ने अपराध दर्ज कर सवा सौ से ज्यादा आरोपियों के नामों का खुलासा किया था। इनमें से मुख्य सरगना के साथ छह आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया था। लेकिन आर्थिक अपराध से जुड़े इस मामले में लगातार बढ़ती राशि और तकनीकी एक्सपर्ट के अभाव के चलते छिंदवाड़ा पुलिस ने यह प्रकरण ईओडब्लू को सौंपने का प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय को भेजा था। पुलिस मुख्यालय ने भी इस प्रकरण को आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्लू) को सौंपने की स्वीकृति दे दी थी। लेकिन इस बात को भी छह माह से ज्यादा का समय बीत चुका है, पुलिस भी शासन के आदेश का इंतजार कर रही है। जिसके चलते जांच आगे नहीं बढ़ पाई।
पूरा घटनाक्रम एक नजर में
- 30 जनवरी को कृषि शाखा प्रबंधक ने डेढ़ करोड़ रुपए के गबन के मामले में कोतवाली थाने में आऊटसोर्स कम्प्यूटर ऑपरेटर कृष्णा साहू और तत्कालीन शाखा प्रबंधक संदीप सूर्यवंशी के खिलाफ षडय़ंत्र रचकर गबन की धाराओं में अपराध दर्ज कराया था।
- 3 फरवरी को इसी मामले में 5 लाख के गबन के दूसरे जांच प्रतिवेदन को भी एफआईआर में शामिल कराया गया था।
- 21 जून को सहकारी बैंक की तीसरी जांच रिपोर्ट मिली थी। जिसमें 4 करोड़ 57 लाख 8 हजार 250 रुपए के गबन का खुलासा किया गया था।
- 20 नवंबर को पेश किए गए चौथे जांच प्रतिवेदन में ढाई करोड़ रुपए के गबन का खुलासा हुआ था।
6 आरोपी हो चुके गिरफ्तार, 100 से ज्यादा फरार
 इस मामले में पुलिस ने मुख्य सरगना कृष्णा साहू के साथ तत्कालीन ब्रांच मैनेजर फूलसिंग चौरे, संदीप सूर्यवंशी और बैंक खाताधारक मोहनलाल साहू,रामाधार, ऋषि को गिरफ्तार किया है। शेष आरोपियों की संख्या 100 के पार है।
इनका कहना है
एक मूल व दो पूरक चालान कोर्ट में पेश किए जा चुके हैं, करीब 12 हजार पेज में यह चालान है। ईओडब्लू को प्रकरण के हस्तांतरण के आदेश शासन स्तर पर लंबित है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
एसआई रविंद्र पवार, विवेचक

Created On :   18 Sept 2022 10:37 PM IST

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