भगवान जगन्नाथ स्वामी की पिछली रथ यात्रा का नहीं हुआ भुगतान

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सीएम हेल्पलाइन तक हो चुकी है शिकायत भगवान जगन्नाथ स्वामी की पिछली रथ यात्रा का नहीं हुआ भुगतान

डिजिटल डेस्क, पन्ना। बुंदेलखंड के पन्ना में डेढ़ सौ वर्षों से भी अधिक समय से भगवान श्री जगन्नाथ स्वामी जी की रथ यात्रा आषाढ़ माह में निकाली जाती है। निकाली जाने वाली रथ यात्रा पूरी राजसी ठाठ बाट से निकाले जाने की परंपरा है जो दस दिनों तक चलती है। आयोजित होने वाली रथयात्रा में पन्ना जिले के अलावा प्रदेश के विभिन्न जिलों से भारी तादाद में श्रद्धालु शामिल होने के लिए यहां पहुंचते हैं। पन्ना के ऐतिहासिक व प्राचीन मंदिर शासन के अधीन है और इन मंदिरों के पास स्वयं की संपत्ति भी है धर्मस्व विभाग के द्वारा हर वर्ष आयोजित होने वाली श्री जगन्नाथ स्वामी की रथ यात्रा के लिए बजट का प्रावधान किया जाता है। जिससे इस रथयात्रा में होने वाले खर्च को बजट अनुरूप किया जाता है लेकिन अभी तक पिछली रथ यात्रा मैं जो राशि जिला प्रशासन के द्वारा तय की गई थी राशि से भुगतान ना हो पाना अत्यंत ही चिंतनीय है गौरतलब हो कि रथयात्रा के पूर्व 15 दिनों के लिए भगवान जगन्नाथ बीमार पड़ते है और उस अवसर को स्नान यात्रा के रूप में मनाया जाता है।

आयोजित होने वाले धार्मिक कार्यक्रम का भुगतान भी मंदिर से जुड़े लोगों ने कर दिया है लेकिन अभी तक अन्य खर्चों का भुगतान न होने से संबंधित व्यक्ति मंदिर के एवं समिति से जुड़े लोगों के चक्कर काटने के लिए मजबूर हैं इस संबंध में जो जानकारी  निकलकर सामने आई है उसके अनुसार स्थानीय मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह व कलेक्टर तक यह फरियाद की गई। उसके बाद जब भुगतान नहीं हुआ तो सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत दर्ज कराई गई लेकिन उससे भी कोई असर नहीं हुआ। 01 जुलाई से फिर से भगवान श्री जगन्नाथ स्वामी की रथ यात्रा का शुरुआत होने जा रही है तथा 14 जून की स्नान यात्रा का कार्यक्रम हैं। ऐसी स्थिति में जब पिछली बार की रथ यात्रा का भुगतान नहीं हुआ है तो इस बार की रथ यात्रा के लिए रथों आदि की मरम्मत एवं रथ यात्रा में जरूरत पडऩे वाली आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए कौन तैयार होगा यह बहुत ही विचारणीय बिंदु है। जिला प्रशासन को चाहिए कि पन्ना में निकाली जाने वाली यह ऐतिहासिक रथ यात्रा की परंपरा बनी रहे वह टूटे नहीं इसलिए मंदिरों से ही होने वाली आय से रथ यात्रा में होने वाले खर्च का भुगतान समय अवधि में किया जाए तो इस रथयात्रा में कार्य करने वालों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

 

Created On :   9 May 2022 7:30 PM IST

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