मंत्री के सामने फूटा विधायकों का गुस्सा, बोले- महज कागजों और बैठकों में न बर्बाद करें समय

The MLAs anger erupted in front of the minister, saying - dont waste time just on papers and meetings
मंत्री के सामने फूटा विधायकों का गुस्सा, बोले- महज कागजों और बैठकों में न बर्बाद करें समय
मंत्री के सामने फूटा विधायकों का गुस्सा, बोले- महज कागजों और बैठकों में न बर्बाद करें समय

डिजिटल डेस्क जबलपुर । सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन विभाग के मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया के सामने सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक टूट पड़े। दरअसल, श्री भदौरिया की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला आपदा प्रबंधन की बैठक बुलाई गई। विधायकों का कहना रहा कि कोरोना के संक्रमण से निपटने के लिये कोई कारगर कदम नहीं उठाये जा रहे हैं। न रेमडेसिविर इंजेक्शन मिल रहे हैं न बेड और न ही ऑक्सीजन। इससे मरीजों की मौत हो रही है।विधायकों ने यह भी कहा कि प्रशासन स्तर पर संक्रमण रोकने कोई रणनीति नहीं बनाई गई है। कई-कई दिनों में िरपोर्ट आ रही हैं, संक्रमित व्यक्ति घूम-घूमकर संक्रमण फैला रहे हैं। विधायकों ने कहा कि कागजों में पूरी तैयारियाँ हैं जमीन पर कुछ नजर नहीं आ रहा। बैठकों में आदेश-निर्देश दिये जा रहे हैं लेकिन अमल किसी पर नहीं होता। पिछली बैठक पर अभी तक अमल नहीं हुआ है। 
भदौरिया सन्न पड़े, फिर बोले 6 विधायकों की सुनने के बाद श्री भदौरिया कुछ पलों के लिए सन्न पड़ गए। फिर बाद में बोले, "कोरोना के नियंत्रण के लिए सभी को मिलजुलकर हर संभव प्रयास करना चाहिए।" उन्होंने कोविड की रोकथाम के लिए सुझाव भी माँगे और कहा कि यदि कोई टेस्ट कराने आता है तो उसे तब तक होम आइसोलेशन में रखें जब तक उसके रिपोर्ट नहीं आ जाती। बैठक में कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. प्रदीप कसार, शशिकांत सोनी आदि मौजूद रहे।
सबने रखी बात - हर पीडि़त को मिले उसका जायज हक
सांसद राकेश सिंह - परिस्थितियाँ एकदम से आई हैं। अत: सकारात्मक रूप से समाधान हो। रेमडेसिविर जिनको आवश्यक है उनको मिले।
अजय विश्नोई - टेस्ट की रिपोर्ट जल्दी मिले जिससे संक्रमित व्यक्ति का इलाज जल्दी हो सके।
इंदू तिवारी - पंचायत स्तर पर घर-घर कराया जाये सर्वे, क्षेत्र में बाँटी जाये मेडिकल किट। बार-बार होने वाली बैठकों को बंद किया जाये और ठोस कदम उठाया जाये।
अशोक रोहाणी - संक्रमित लोगों की पहचान कर दवाई उपलब्ध कराई जाये, ताकि वे दूसरों को संक्रमित न करें। 
नंदनी मरावी- उनके क्षेत्र में ऑक्सीजन की कमी बनी है इसे दूर किया जाये। मरीजों के उपचार की समुचित व्यवस्था प्रशासन स्तर पर की जाये।
तरुण भनोत - गैलेक्सी अस्पताल में हुए घटना की पुनरावृत्ति न हो, इस दौरान उन्होंने 18 वर्ष के ऊपर के लोगों के वैक्सीनेशन, अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी आदि की व्यवस्था रहे।
लखन घनघोरिया - कोरोना नियंत्रण के साथ मूलभूत सुविधाओं की सुनिश्चितता के साथ बीपीएल में अपात्र लोगों को खाद्यान्न  पर चर्चा की।
विनय सक्सेना - शहर में वेंटीलेटर की स्थिति, कोविड केयर सेंटर की व्यवस्था, ऑक्सीजन प्लांट लगाने, अस्पतालों में बिस्तरों का सत्यापन, प्राइवेट नर्सिंग कॉलेज व हॉस्पिटल से सहयोग पर चर्चा की।
संजय यादव - ग्रामीण क्षेत्र में मरीजों की संख्या बढ़ रही है उनके समुचित उपचार की व्यवस्था व दवा का वितरण हो।
 

Created On :   1 May 2021 2:45 PM IST

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