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खुद ठग के झाँसे में आई पुलिस, पेट्रोल पंप संचालक से खाते में ट्रांसफर कराए 50 हजार
पनागर थाने में राजस्थान के दौसा से जालसाज ने एएसपी बनकर किया था कॉल, राज खुलते ही मचा हड़कंप
डिजिटल डेस्क जबलपुर । जालसाजों पर शिकंजा कसने वाली पुलिस खुद ही एक ठग के झाँसे में आ गई। इसका हैरान कर देने वाला उदाहरण पनागर थाना क्षेत्र में बुधवार की रात सामने आया। हुआ यूँ कि थाने में एक कॉल आया। ड्यूटी पर मौजूद सिपाही ने कॉल रिसीव किया तो बात करने वाले ने रौबदार अंदाज में खुद को एएसपी बताते हुए सिपाही से थाना क्षेत्र स्थित एक पेट्रोल पंप संचालक के पास पहुँचकर बात कराने के लिए कहा। िसपाही भी तत्काल साहब का आदेश पूरा करने के लिए अपने साथी को लेकर पेट्रोल पंप पहुँचा और अपने मोबाइल से साहब का नंबर लगाकर पंप संचालक से बात करने के लिए कहा। साहब ने पंप संचालक से 50 हजार की माँग की और खाता नंबर बताकर उसमें राशि ट्रांसफर करवा ली। लेकिन कुछ ही िमनट में पंप संचालक समझ गया कि वह ठगी का शिकार हो गया है, इसलिए उसने अधिकारियों से संपर्क किया। सच्चाई खुलते ही पुलिस कर्मियों के होश उड़ गए और पूरे महकमे में हड़कंप मच गया। देर रात कई अधिकारी थाने पहुँचे और फिर अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर जाँच शुरू हुई।
सूत्रों के अनुसार बीती रात पनागर थाने में पदस्थ सिपाही नरेंद्र पाटिल ड्यूटी पर था, उसी दौरान थाने के लैण्ड लाइन पर कॉल आया और कॉल करने वाले ने खुद को एएसपी बताते हुए नरेंद्र से कहा कि पनागर स्थित प्रवीण मिश्रा के पेट्रोल पंप पर जाकर पंप संचालक से बात कराओ। इसके बाद नरेंद्र अपने साथी रूपेश सहारे को लेकर पंप पर पहुँचा और जालसाज द्वारा बताए गए नंबर पर कॉल करके पंप संचालक की बात कराई। मोबाइल के ट्रू कॉलर में जालसाज के नाम की जगह एएसपी शो कर रहा था। बातचीत के बाद पंप संचालक को जालसाज ने एक खाता नंबर बताकर 50 हजार रुपए ट्रांसफर करने की हिदायत दी। रकम खाते में ट्रांसफर नहीं किए जाने पर सिपाही पुन: पंप पर पहुँचे तब कहीं जाकर पंप संचालक ने आरटीजीएस के माध्यम से उक्त खाता जो कि किसी घनश्याम नामक व्यक्ति का था उमसें राशि ट्रांसफर कराई।
50 हजार देने के बाद खुला राज
पंप संचालक द्वारा आरटीजीएस के माध्यम से 50 हजार की राशि जिस खाते में जमा कराई गई थी, वह घनश्याम के नाम पर था और उसका पता दौसा राजस्थान होने का पता लगने पर संचालक को संदेह हुआ और उसने वरिष्ठ अधिकारियों से बात की, जिसके बाद ठगी का राज खुला और अधिकारियों के निर्देश पर देर रात पनागर थाने में मामला दर्ज किया गया।
साइबर टीम ने शुरू की जाँच
मामले का खुलासा होने पर अधिकारियों के निर्देश पर साइबर टीम को जाँच में लगाया गया है। वहीं स्थानीय पुलिस द्वारा राजस्थान पुलिस से भी संपर्क किया गया और नंबर व बैंक खाते के आधार पर अज्ञात आरोपी की पतासाजी के प्रयास शुरू किए गए हैं। वहीं पुलिस अधिकारियों द्वारा बैंक अधिकारियों से चर्चा कर ट्रांसफर की गई राशि को खाते में ट्रांसफर करने पर रोक लगवा दी गई है।
Created On :   30 July 2021 2:57 PM IST