चर्च की बेशकीमती जमीन बेची और खुद ही खरीददार बन गया बिशप

ईओडब्ल्यू की जाँच में खुला एक और राज: औने-पौने दामों में खरीदी भूमि, दस्तावेजों की बरामदगी करने फिर पीसी सिंह के घर पहु चर्च की बेशकीमती जमीन बेची और खुद ही खरीददार बन गया बिशप


डिजिटल डेस्क जबलपुर। द बोर्ड आफ एजुकेशन चर्च आफ नार्थ इंडिया जबलपुर डायोसिस के चेयरमैन बिशप प्रेमचंद उर्फ पीसी सिंह को रिमांड पर लिए जाने के बाद आज मंगलवार को ईओडब्ल्यू टीम द्वारा पूछताछ की गई। पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि नेपियर टाउन क्षेत्र मेंं पीसी सिंह ने बिशप हाउस के पास चर्च की बेशकीमती जमीन को बेचने का प्रोपेगेंडा किया और फिर खुद ही उस जमीन को औने-पौने दाम पर खरीद लिया। इसमें बड़ा फर्जीवाड़ा किया गया। ज्ञात हो कि रिमांड पर लिए जाने के बाद बिशप ने पूरी रात गोरखपुर थाने में काटी और आज सुबह उसे थाने से ईओडब्ल्यू कार्यालय ले जाया गया था जहाँ अधिवक्ताओं की मौजूदगी में जाँच टीम ने पूछताछ की।
किया बड़ा फर्जीवाड़ा
सूत्रों के अनुसार पूछताछ में पीसी सिंह ने बताया कि बिशप हाउस के पास स्थित चर्च के बाजू में दो प्लाट थे। कलेक्टर गाइडलाइन के मुताबिक इन प्लॉटों की कीमत करीब दो करोड़ थी। बिशप ने फर्जीवाड़ा कर नियम विरुद्ध तरीके से इन प्लॉटों को बेचा और खुद ही खरीददार बनकर सवा करोड़ में इन्हें खरीदा था। इस जमीन को खरीदने के लिए राशि कहाँ से आई थी इसकी भी जाँच की जा रही है। इसके अलावा जाँच टीम जमीन से जुड़े इस फर्जीवाड़ा से जुड़े दस्तावेजों के संबंध में जानकारी हासिल कर रही है। इसके लिए एक टीम दोपहर में बिशप हाउस भी पहुँची थी। पूरे दिन चली पूछताछ के बाद बिशप को देर शाम गोरखपुर थाने के लॉकअप में पहुँचाया गया।
बैंक खातों से जुड़ी जानकारी माँगी
सूत्रों के अनुसार बिशप पीसी सिंह के नाम पर खुद के 128 बैंक खाते व परिजनों व संस्थाओं के 46 खातों से जुड़ी जानकारी के संबंध में पूछताछ के बाद बैंकों से जानकारियाँ मँगाई जा रही हैं। बैंक संबंधी दस्तावेजों से इस बात का खुलासा हो सकेगा कि बिशप द्वारा किन-किन संस्थाओं को कितनी धनराशि किस कार्य के लिए दी है। इसके अलावा बिशप के द्वारा कहाँ-कहाँ सम्पत्तियाँ बेचीं और खरीदी गई हैं इसकी जानकारी भी जुटाई जा रही है।
लंदन जाने की थी तैयारी
जाँच में पता चला कि जर्मनी यात्रा से लौटे बिशप को 26 सितम्बर को लंदन जाना था। वहाँ मिशनरी संस्था की एक बड़ी बैठक में उसे शामिल होना था। उसके पास कई देशों का स्थाई वीजा था और वह अब तक कई देशो की यात्राएँ कर चुका है। जाँच टीम द्वारा इन यात्राओं के संबंध में पूछताछ कर जानकारियाँ जुटाई जा रही हैं।
कहाँ से होती थी फंडिंग
जानकारों के अनुसार ईओडब्ल्यू बिशप से जुड़ी हर गतिविधि की बारीकी से जाँच कर रही है और यह भी पता लगाया जा रहा है कि पीसी सिंह जिन संस्थाओं से जुड़े थे उन संस्थाओं को देश-विदेश में कहाँ-कहाँ से फंडिंग की जाती थी। ज्ञात हो कि बिशप के रुतबे को देखते हुए कुछ समय पहले उन्हें वल्र्ड क्रिश्चियन काउंसिल-डब्ल्यू सीसी में शामिल किया गया था। इसके अलावा पीसी सिंह देश की कई बड़ी मिशनरी संस्थाओं के प्रमुख पदों पर रह चुके हैं।

Created On :   13 Sept 2022 11:36 PM IST

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