अब नहीं आ रही उद्योगों से मशीनों की आवाज, थम गया कारोबार

The sound of machines from industries not coming now, business stopped
अब नहीं आ रही उद्योगों से मशीनों की आवाज, थम गया कारोबार
अब नहीं आ रही उद्योगों से मशीनों की आवाज, थम गया कारोबार

जहाँ जरूरी वहाँ अब आधे से भी कम आ रही लेबर, भोजन तक की व्यवस्था नहीं होने से कर रहे पलायन
डिजिटल डेेेस्क जबलपुर ।
औद्योगिक क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण का इतना बुरा असर पड़ रहा है कि जहाँ दिन-रात काम होता था, अब वहाँ दिन में भी सन्नाटा पसरा हुआ है। बामुश्किल चार से पाँच घंटे ही मशीनें चल रही हैं। इन मशीनों में भी नियमित काम के अलावा उन कामों को ज्यादा तवज्जो दी जा रही है जिनसे वर्तमान हालात में निपटना जरूरी है। लॉकडाउन के चलते इंडस्ट्रियों में एक तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। जहाँ सैकड़ों की संख्या में लेबरों का हुजूम देखा जाता था, वहाँ अब आधे से भी कम वर्कर आ रहे हैं।
मनेरी में थम गई मशीनों की रफ्तार 
 लॉकडाउन से सबसे ज्यादा प्रभावित मनेरी इंडस्ट्रियल एरिया है। जहाँ आसपास के लोगों का कहना है कि अब तो मशीनें चलने की आवाज तक सुनाई नहीं देती है। इस जगह जहाँ सुबह से ही श्रमिकों की आवाजाही और वाहनों की दौड़ देखी जाती थी, अब वहाँ केवल जरूरी सेवा में शामिल एचपी पेट्रोलियम और इंडियन ऑयल कारपोरेशन के अधिकारी व कर्मचारियों की ही आवाजाही नजर आ रही है। ऐसा नहीं है कि यहाँ और कोई दूसरी इकाइयाँ नहीं हैं, मगर जिन कार्यों की यहाँ अधिकता है उनकी ज्यादा मार्केट में डिमांड नहीं हैं। बताया जाता है कि यहाँ करीब 85 इकाइयाँ हैं, जिनमें सीमेंट की बोरियाँ, पीवीसी पाइप, खाद्य सामग्री सहित अन्य बड़े स्तर के कार्य किए जाते हैं। यहाँ एक इकाई में सौ से भी अधिक लेबर काम करती हैं, मगर जब से लॉकडाउन लगा लेबरों की संख्या आधे से भी कम हो गई है। यहाँ इकाई लगाने वालों का कहना है कि जिस काम को यहाँ बड़े स्तर पर किया जाता है उसकी फिलहाल कोई डिमांड नहीं हैं, अगर उत्पादन करते भी हैं तो माल कहाँ भेजेंगे। ऐसी स्थिति में काम बंद रखना ही ज्यादा बेहतर है।
 

Created On :   8 May 2021 3:00 PM IST

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