- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- शीतल हवाओं में घुल गई गर्माहट,...
शीतल हवाओं में घुल गई गर्माहट, बारिश की बूँदों ने राहत बरसाई
डिजिटल डेस्क जबलपुर। खुशखबरज्। मानसून की आमद बस होने ही वाली है और इसके पहले असर भी दिखाई देने लगा है। रविवार को दोहपर तक गर्माहट ने खूब हलाकान किया लेकिन शाम होने से पहले शीतल हवाओं के झौंकों ने खूब सुकून बाँटा। हवाएँ चलीं तो बादल आसमान पर घुमडने लगे और कुछ देर में बरस भी पड़े। हालाँकि राहत की बँूदे शहर के कुछ हिस्सों को ही नसीब हो पाईं। दूसरी तरफ कुछ क्षेत्रों में पेड गिरे जिससे ट्रैफिक और बिजली आपूर्ति दोनों प्रभावित हुए। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अब मानसून का काउंट डाउन शुरू हो गया है।
बदलाव की वजह
पश्चिमी विक्षोभ का असर बना हुआ है। जानकारों का कहना है कि इसी वजह से पूर्वी मध्य प्रदेश के जिलों में रविवार को तेज हवाओं के साथ बूँदाबाँदी भी हुई। रविवार को तपन से थोड़ी राहत मिली लेकिन उमस ने जरूर हलाकान किया।
एक्सपर्ट के अनुसार इस तरह का मौसम 24 मई तक रह सकता है। हर रोज इसी तरह के नजारे देखने मिल सकते हैं। जिसमें संभाग के जिलों में तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
ऐसे लुढ़का तापमान
अधिकतम तापमान 24 घंटे के अंतर में 4 डिग्री तक नीचे आ गया। बीते दिन शनिवार को जहाँ अधिकतम तापमान 42 डिग्री दर्ज िकया गया था तो रविवार को 38 डिग्री दर्ज िकया गया। न्यूनतम तापमान भी कुछ घटकर 28.6 डिग्री दर्ज िकया गया। हवा का रुख जो अभी तक पूरी तरह से पश्चिमी था तो अब शहर और आसपास के एरिया में दक्षिण-पश्चिमी हवाएँ चल रहीं हैं।
दर्जनों पेड़ गिरे, ट्रैफिक थमा, देर रात तक ब्लैकआउट
132 केवी लाइन पर चिपके ग्रीन नेट, गढ़ा क्षेत्र में पेड़ गिरने से लाइन टूटी
रविवार की शाम तेज हवा और अंधड़ ने इस कदर कहर बरपाया कि शहर के कई स्थानों पर पेड़ उखड़कर बिजली लाइन पर जा गिरे, जिससे शहर के अधिकांश हिस्सों में शाम चार बजे के बाद से देर रात तक बिजली सप्लाई बंद रही। सबसे ज्यादा दक्षिण संभाग प्रभावित हुआ। ग्वारीघाट में 132 केवी लाइन पर घरों में लगा ग्रीन नेट गिरने से लाइन शॉर्ट हो गई और पूरे क्षेत्र की बिजली सप्लाई बंद हो गई। इसके अलावा मेडिकल और गढ़ा क्षेत्र में भी विद्युत लाइनों पर पेड़ गिरने से लाइट गुल रही। देर शाम तक 379 बिजली शिकायतें दर्ज हो चुकी थीं।
कहीं चार घंटे तो कहीं देर तक सप्लाई बंद
तेज अंधड़ से बिगड़े बिजली सिस्टम से शहर के अधिकांश क्षेत्र के लोग परेशान रहे। गढ़ा, मेडिकल, संजीवनी नगर, ग्वारीघाट, आदर्श नगर, रामपुर, सिविल लाइन सहित अन्य क्षेत्रों में तो पेड़ गिरने से बंद हुई बिजली सप्लाई देर तक चालू हो सकी थी। इसके अलावा अधारताल, राइट टाउन, तिलहरी, बिलहरी सहित अन्य क्षेत्रों में तो तीन से चार घंटे बिजली बंद रही। इस दौरान उपभोक्ता लगातार बिजली दफ्तरों में फोन लगाते रहे मगर कोई सुनवाई न होने से उनमें आक्रोश भी रहा।
1912 में दर्ज नहीं हुईं शिकायतें
बिजली विभाग द्वारा बिजली संबंधी शिकायतों के लिए सेंट्रल कंप्लेंट सेंटर बनाया गया है, जिसका नंबर 1912 जारी किया गया है। इसे जबलपुर के अलावा आसपास के िजलों से भी जोड़ा गया है। उपभोक्ताओं में इस बात को लेकर भी आक्रोश था कि इस नंबर में कई बार फोन करने के बाद भी शिकायतें दर्ज नहीं हो रहीं थीं, बल्कि यह नंबर आउट ऑफ सर्विस बता रहा था। जानकार बताते हैं कि इस सेंटर में एक बार में मात्र सौ कंप्लेंट ही दर्ज करने की सुविधा है, मगर रविवार को अचानक सप्लाई बंद होने से जबलपुर के अलावा आसपास के क्षेत्रों से भी शिकायतें आने लगीं, जिसमें एक बार में दो से तीन सौ शिकायतें तक आईं जिसके चलते यह नंबर उन्हें रिसीव नहीं कर पा रहा था।
Created On :   22 May 2022 11:37 PM IST