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फिर आई 11.37 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन - रेल प्रशासन पूरे मध्यप्रदेश में कर रहा पहुँचाने का कार्य
डिजिटल डेस्क जबलपुर । कोरोना संक्रमण से मानव जीवन को बचाने के लिए लगातार मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई ट्रेन के माध्यम से की जा रही है। शहर में पाँचवीं ट्रेन जबलपुर के भेड़ाघाट पहुँची, जिसमें 11.37 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन है। बोकारो से आई ट्रेन से टैंकर को रेलवे प्रशासन द्वारा उतारा गया और स्वास्थ्य विभाग को सौंप गया है। रेल प्रशासन के अनुसार अभी तक 527.17 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन का परिवहन किया गया है। मप्र में 201.98 मीट्रिक टन ऑक्सीजन पहुँचाई गई है। जबलपुर में 5 मई को पाँचवीं ऑक्सीजन ट्रेन पहुँची और उसमें 11.37 मीट्रिक टन ऑक्सीजन है। लगातार आ रही ऑक्सीजन से जबलपुर में अब इसकी कमी नहीं है और संक्रमित व्यक्तियों की जान बचाई जा रही है।
ऑक्सीजन की कमी होने के पहले पहुँचे सिलेन्डर
उखरी स्थित मेडिसिटी अस्पताल में बुधवार को अचानक से ऑक्सीजन की कमी हो गयी, इसकी जानकारी जैसे ही प्रशासनिक अधिकारियों को लगी उन्होंने तत्काल एसएलआर ललित ग्वालवंशी को इसकी जानकारी दी, उन्होंने इमरजेंसी मोबाइल यूूनिट से सात सिलेंडर अस्पताल में पहुँचाए और इस लापरवाही केे िलए अस्पताल प्रबंधन को फटकार लगायी।
एचआरसीटी समेत अन्य जाँचों में फिर मनमानी वसूली
समाचार संवाददाता, जबलपुर 7 शहर के निजी अस्पतालों एवं अन्य डायग्नोस्टिक जाँच सेंटरों में एचआरसीटी स्कैन तथा अन्य जाँचों में मनमाने पैसे वसूलने की शिकायतों के बाद शासन द्वारा अप्रैल माह में दरें निर्धारित कर दी गईं थीं। हालाँकि प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्व में जारी किए गए आदेश को यथावत रखने के आदेश 23 अप्रैल को ही जारी कर दिए गए थे, जिसमें कहा गया कि एचआरसीटी स्कैन के 3 हजार रुपए ही लिए जा सकेंगे। वहीं एबीजी टेस्ट के 600 रु., डी-डायमर के 500 रु., प्रोकेल्किटोनिन के 1 हजार रु., सीआरपी के 200 रु., सीरम फेराटिन के 180 रु. और आईएल-6 के 1000 रु. से अधिक न लिए जाएँ। इसके बाद भी 30 अप्रैल के बाद फिर आम जनता से मनमाने पैसे वसूलने की शिकायतें विभाग को मिलने लगीं थीं, जिसके बाद बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कुछ अस्पतालों का दौरा भी किया।
Created On :   6 May 2021 2:32 PM IST