फॉरेन जाने की जरूरत नहीं सब कुछ तो भेड़ाघाट में ही है...

There is no need to go abroad, everything is in Bhedaghat.
फॉरेन जाने की जरूरत नहीं सब कुछ तो भेड़ाघाट में ही है...
सिटी गेस्ट-फिल्म अभिनेत्री और पॉलीटीशियन जया प्रदा ने कहा- फिल्मी कैरियर में मुझे लोगों का इतना प्यार मिला कि मैं चाहती फॉरेन जाने की जरूरत नहीं सब कुछ तो भेड़ाघाट में ही है...

डिजिटल डेस्क जबलपुर। जबलपुर का नाम बहुत सुना था, बहुत दिनों से इच्छा थी कि यहाँ की धरती पर कदम रखूँ। आज यहाँ आई सबसे पहले नवरात्रि के पहले दिन माँ त्रिपुर सुंदरी के दर्शन किए, फिर भेड़ाघाट की संगमरमरी वादियों में नौका विहार आनंद लिया। सच कहूँ तो दिल खुश हुआ, इस धरती पर कदम रखकर। यहाँ की खूबसूरती देखकर लगा कि विदेश जाने की जरूरत नहीं है, सबकुछ तो यहीं है। कुछ ऐसी ही बातें शहर पहुँची फिल्म अभिनेत्री जया प्रदा ने एक प्रेसवार्ता के दौरान साझा की। भेड़ाघाट के लिए उन्होंने कहा कि मैं सीएम से अपील करना चाहती हूँ कि इस स्पॉट को बेहतर टूरिस्ट स्पॉट बनाया जाए, जिसकी पहचान देश और विदेश में भी हो सके।
माँ से माँगी जबलपुर की खुशहाली
जया ने कहा कि माँ के दर्शन करने के साथ मैंने जबलपुर की खुशहाली माँगी। यहाँ के लोगों का बहुत सा प्यार लेकर जा रही हूँ। मैंने सुना है कि भेड़ाघाट में कई शूटिंग्स हुई हैं, यहाँ का नेचर गॉड गिफ्टेड है इसलिए इसे अब शूटिंग का केन्द्र बनाना चाहिए।
अगले जन्म में मुझे जया प्रदा का ही जीवन मिले
जया ने अपने फिल्मी और राजनैतिक कैरियर पर बात रखते हुए कहा कि हर फील्ड में प्लस और माइनस दोनों हैं। मैंने फिल्म इंडस्ट्री में कई किरदार निभाए और सभी फिल्मी हिट रहीं। लोगों ने मेरे अभिनय को बहुत पसंद किया, मैं चाहती हूँ कि अगले जन्म में मुझे जया प्रदा का ही जीवन मिले। आने वाले समय में मेरे तीन प्रोजेक्ट रिलीज होने वाले हैं। एक पंजाबी फिल्म, दूसरी हिन्दी में फातिमा और तेलूगु में भी एक फिल्म आने वाली है। मैं कोशिश करूंगी कि आने वाले समय में मैं भी किसी फिल्म की शूटिंग भेड़ाघाट में करूँ। वे कहती हैं कि पॉलिटिकल क्षेत्र ऐसा है जहाँ कई लोग आते हैं कई जाते हैं, इस कैरियर में स्थिरता नहीं है। लेकिन मुझे खुशी है कि राजनीति में आकर मैं लोगों की सेवा कर पा रही हूँ।
 फिल्म पर न हो राजनीति
राजनीतिक पक्ष पर बात करते हुए जया ने कहा कि योगी जी फिर से उप्र में आए हैं, जिस प्रदेश को गुंडाराज कहा जाता था, अब वहाँ अब महिलाएँ और जनता धैर्य से रह सकती हैं। द कश्मीर फाइल्स फिल्म पर उन्होंने बोला कि फिल्म में महिलाओं पर हुए अत्याचार को बखूबी दर्शाया है लेकिन इस पर राजनीति नहीं होना चाहिए।कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बोला कि राहुल सोचते कुछ हैं और बोलते कुछ हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक कंपलीट लीडर हैं उनकी सोच और काम करने का तरीका सबसे अलग है जो देशवासियों ने देखा है। मप्र में उमा भारती की शराब बंदी के प्रश्न पर उत्तर देते हुए कहा कि वे बहुत सीनियर लीडर हैं और उनके द्वारा अगर यह कदम उठाया गया है तो अच्छा ही होगा। वहीं सपा पार्टी से जुड़े प्रश्न पर उन्होंने कहा कि जहाँ तक सपा पार्टी का सवाल है उसमें मैं अब आखिरी दम तक नहीं आना चाहूँगी। मैं अखिलेश को भाई नहीं मानती हूँ, जिस पार्टी में मेरा अपमान हुआ, मैं वहाँ नहीं जाना चाहूँगी।

 

Created On :   2 April 2022 11:06 PM IST

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