जरंडेश्वर चीनी कारखाना खरीद मामले में नहीं हुई कोई अनियमितता

There was no irregularity in Jarandeshwar sugar factory purchase case- Ajit Pawar
जरंडेश्वर चीनी कारखाना खरीद मामले में नहीं हुई कोई अनियमितता
 उपमुख्यमंत्री का दावा  जरंडेश्वर चीनी कारखाना खरीद मामले में नहीं हुई कोई अनियमितता

डिजिटल डेस्क, मुंबई। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सातारा के जरंडेश्वर चीनी कारखाना को कौड़ियों के दाम पर बेनामी रूप से खरीदने के आरोपों को खारिज कर दिया है। पुणे में पत्रकारों से बातचीत में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जरंडेश्वर चीनी कारखाना खरीदी में बेईमानी का आरोप लगाने वालो को क्या थोड़ी भी शर्म नहीं आती? यदि किसी ने बेईमानी की है तो उसके खिलाफ मामला दर्ज करें। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जरंडेश्वर चीनी कारखाना खरीदी मामले की जांच केंद्र सरकार की जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रही है। ईडी की जांच में तथ्य सामने आ जाएंगे। 

राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित ने कहा कि जरंडेश्वर चीनी कारखाना खरीदी मामले की प्रदेश सरकार की एसीबी, सीआईडी, ईओडब्ल्यू और न्यायधीश की अध्यक्षता वाली एक सदस्यीय समिति जांच कर चुकी है। इन सभी जांच में कोई अनियमितता सामने नहीं आई है। उपमुख्यमंत्री ने मीडिया के सामने राज्य में अभी तक विभिन्न कंपनियों द्वारा खरीदे गए 64 सहकारी चीनी कारखाना और 1 सूत मिल की सूची रखी। उन्होंने कहा कि कुछ कंपिनयां चीनी कारखाने को खुद चला रही हैं जबकि कई कंपनियों ने दूसरे कंपनी को चीनी कारखाना बेच दिया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि चीनी कारखाना खरीद में कुछ लोगों ने 25 हजार और कई लोगों ने 10 हजार करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। इसके बाद पूर्व की भाजपा सरकार ने अलग-अलग जांच एजेंसियों से जांच कराई थी। 

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बाम्बे हाईकोर्ट के आदेश पर महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक ने नीलामी के जरिए जरंडेश्वर चीनी कारखाना को 66 करोड़ 75 लाख में मुंबई कि गुरु कमोडिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को बेचा था। इसके बाद बीवीजी ग्रुप के हणमंतराव गायकवाड ने इस कारखाने को खरीदा था। फिर गायकवाड ने इसको जरंडेश्वर चीनी मिल कंपनी को बेच दिया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जरंडेश्वर कारखाना को लेकर मेरे और मेरे परिवार के सदस्यों के खिलाफ लगातार आरोप लगाए जाते हैं। इन आरोपों में कोई तथ्य नहीं है। 

मेरे पास सिर्फ यहीं एक काम नहीं

उपमुख्यमंत्री ने भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया का नाम लिए बैगर कहा कि कोई हर बार आरोप लगाए और मैं उसका जवाब देता रहुं। मेरे पास केवल यही काम नहीं है। कुछ लोग यहां-वहां घुमने के लिए खाली बैठे हैं। उपमुख्यमंत्री के सफाई के बाद सोमैया ने फिर से पलटवार किया है। सोमैया ने कहा कि अजित ने बेनामी पद्धति से जरंडेश्वर कारखाना खरीदा है। अभी भी वे ही कारखाना चला रहे हैं। मैंने जरंडेश्वर कारखाना से जुड़े जो भी तथ्य मीडिया के सामने रखे थे। उसके बारे में उपमुख्यमंत्री ने कोई टिप्पणी नहीं की। अजित के बहनों के ठिकानों पर आयकर के छापेमारी हुई थी। इसके बारे में उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया है। 

किसी के बेटे का नाम लेकर बदनाम करना ठीक नहीं

इसी बीच क्रूज में रेव पार्टी मामले में कथित रूप से पार्थ पवार का नाम उछाले जाने पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जिस पर संदेह है उसकी जांच करें। नियम और कानून सभी के लिए समान है। लेकिन बिना कारण किसी के बेटे का नाम लेकर बदनामी क्यों की जाती है? उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों सोशल मीडिया में किसी ने मेरी तस्वीर अपलोड कर दिया था। ऐसा करने वालों को कुछ शर्म है की नहीं। प्रदेश के अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक की ओर से एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेडे पर लगाए गए आरोपों पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं करनी है। दोबारा यही सवाल करने पर उपमुख्यमंत्री भड़क गए। उन्होंने कहा कि आप को सवाल पूछने का अधिकार है। तो मुझे किसी विषय पर टिप्पणी न करने का भी अधिकार है। मैं किसी के आरोप का जवाब देने के लिए उत्तरदायी नहीं हूं। 
 

Created On :   22 Oct 2021 8:56 PM IST

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