चलती ट्रेन में महिला यात्री का गला दबाया, जेवरों से भरा पर्स लेकर कूद गया लुटेरा

Thief attack lady in train and robbed her purse and many items
चलती ट्रेन में महिला यात्री का गला दबाया, जेवरों से भरा पर्स लेकर कूद गया लुटेरा
चलती ट्रेन में महिला यात्री का गला दबाया, जेवरों से भरा पर्स लेकर कूद गया लुटेरा

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। रेलवे प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा को लेकर जितने चाहे दावे कर ले, लेकिन GRP की लापरवाही की वजह से ट्रेनों में लूट और चोरी की घटनाएं थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं। GRP स्टाफ की नियमित गश्त न होने के कारण जहां एक ओर यात्री अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, वहीं लूटपाट करने वालों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। इस बार लूट का ताजा मामला ओवर नाइट एक्सप्रेस का है, जिसमें भोपाल से जबलपुर अपने रिश्तेदार के यहां शादी का उत्सव मनाने आ रही महिला यात्री का एक असामाजिक तत्व ने गला दबाकर पर्स लूट लिया और चलती ट्रेन से कूद कर फरार हो गया।

पीड़ित महिला के पर्स में लाखों के सोने के जेवर, 50 हजार रुपए कैश, तीन कीमती मोबाइल, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड के अलावा अन्य जरूरी सामाना था। खुले आम हुई इस लूट की घटना के समय ट्रेन में कोई भी GRP का सिपाही नहीं था, जिसकी वजह से महिला यात्री की रास्ते भर कहीं सुनवाई नहीं हुई।

विवाह समारोह में शामिल होने जबलपुर आ रही थीं
पीड़ित यात्री बबीता चौरसिया ने GRP जबलपुर में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए कहा है कि जबलपुर के साठिया कुआं में उनका परिवार रहता है और वो अपने पति कैलाश चौरसिया के साथ विवाह समारोह में शामिल होने के लिए सोमवार को ओवर नाइट एक्सप्रेस से जबलपुर आ रही थीं। ट्रेन के कोच एस-5 में उनका रिजर्वेशन था। भोपाल से जब ट्रेन इटारसी के आगे सोनतलाई स्टेशन पर पहुंची तो रात को करीब ढाई बजा था। सुबह जल्द ही ट्रेन जबलपुर पहुंचने वाली थी इसलिए नींद नहीं आ रही थी। सोनतलाई स्टेशन पर जब ट्रेन चलने लगी तो करीब 24 साल का एक युवक जो नीली जींस और क्रीम शर्ट पहने था, वो कोच के अंदर आया और उसने आते ही मेरा गला दबाने लगा, जिससे मेरी चीख निकल गई, आंखों के आगे अंधेरा छा गया, इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, उस लुटेरे ने मेरे हाथों से जेवरों से भरा पर्स छीना और चलती ट्रेन से छलांग लगा दी।

चेन पुलिंग की लेकिन कोई नजर नहीं आया
पत्नी के चीखने की आवाज सुनकर जैसे ही पति कैलाश ने उनकी ओर देखा तो वो चिल्लाई कि वो लुटेरा मेरा पर्स लेकर भाग रहा है। कैलाश ने तुरंत ट्रेन की चेन पुलिंग की और लुटेरे को देखने का प्रयास किया, लेकिन रात के अंधेरे में न जाने वो कहां गुम हो गया। बाद में कई लोगों के साथ लुटेरे को खोजने की कोशिश की गई, लेकिन निराशा ही हाथ लगी।

पिपरिया थाने में सब सो रहे थे
श्री चौरसिया ने बताया कि आगे के स्टेशन पिपरिया में लूट की रिपोर्ट लिखवाने के लिए जब  वो पहुंचे तो देखा थाने में सारा स्टाफ सो रहा था। उन्होंने एक सिपाही को जगाया तो उसने अनमने मन से कहा कि अब जबलपुर जाकर ही रिपोर्ट लिखवाना। उसके बाद वो बिना कुछ सुने सो गया।

जबलपुर में लूट नहीं चोरी की रिपोर्ट दर्ज
पीड़ितों का कहना कि जब सुबह ट्रेन जबलपुर पहुंची और उन्होंने GRP में लूट की रिपोर्ट लिखानी चाही तो स्टाफ ने लूट की रिपोर्ट लिखने की बजाय चोरी की रिपोर्ट लिखवाई। उनका कहना है कि GRP की इस लापरवाही की वजह से ही लुटेरों के हौसले बुलंद हैं। पुलिस को लूट की रिपोर्ट लिखने में परेशानी होती है और चोरी की रिपोर्ट लिखकर गुमराह करने की कोशिश की जा रही है।

Created On :   4 July 2018 8:21 AM GMT

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