मध्यांचल ग्रामीण बैंक की खिड़की से बैंक में घुसे चोर

Thieves entered in the Madhyanchal Gramin Bank from the window
मध्यांचल ग्रामीण बैंक की खिड़की से बैंक में घुसे चोर
मध्यांचल ग्रामीण बैंक की खिड़की से बैंक में घुसे चोर

डिजिटल डेस्क, सतना। चोरी करने की नियत से मध्यांचल ग्रामीण बैंक में खिड़की से घुसे चोरों की कोशिशें नाकाम रहीं। चोरों ने बैंक में रखे रुपए चुराने के लिए लॉकर काटने का प्रयास किया, लेकिन लॉकर नहीं कटा और चोर बैंक का सामान बिखराकर फरार हो गए। पुलिस ने मामला को दर्ज करते हुए विवेचना में लिया है।

उल्लेखनीय है कि उचेहरा-मैहर मार्ग पर इचौल में संचालित मध्यांचल ग्रामीण बैंक की शाखा में चोरी की कोशिश से सनसनी फैल गई। बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात खिड़की के रास्ते से घुसे बदमाशों ने लॉकर काटने का प्रयास किया। थाना प्रभारी डीआर शर्मा ने बताया कि बुधवार शाम को कार्यालय समय समाप्त होने पर मैनेजर बृजेंद्र जादवा समेत अन्य स्टाफ  ताला लगाकर अपने-अपने घर चला गया। देर रात अज्ञात बदमाशों ने पीछे की तरफ  का रोशनदान काटकर बैंक में प्रवेश किया और रुपयों की तलाश में पूरा परिसर अस्त-व्यस्त करने के बाद लाकर काटने की कोशिश की, लेकिन लेकिन वे लॉकर नहीं काट पाए, जिससे चोरी की वारदात को वे अंजाम नहीं दे सके हैं।

बैंक मैनेजर के उड़े होश
सबसे पहले मकान मालिक ने गुरुवार सुबह टूटी खिड़की देखकर बैंक मैनेजर को अवगत कराया तो वह सहयोगी स्टाफ के साथ तुरंत इंचौल पहुंच कर मौका मुआयना करने के बाद थाना प्रभारी को सूचित किया, जिस पर पुलिस टीम ने बैंक पहुंचकर जांच शुरू कर दी। इतना ही नहीं भौतिक साक्ष्य जुटाने के लिए फॉरेंसिंक अधिकारी डॉ. महेंद्र सिंह और फिंगर प्रिंट विशेषज्ञ अजीत सिंह को भी बुलाया गया।  

स्थानीय बदमाशों के होने की संभावना
बताया जाता है कि इचौल की वारदात में स्थानीय बदमाशों के शामिल होने की संभावना है। पुलिस जेल से छूटे आदतन बदमाशों, पूर्व में इस तरह की चोरियों में लिप्त रह चुके अपराधियों और नकबजनों की गतिविधियों की जानकारी जुटाने का काम भी तेज कर दिया है। वहीं अज्ञात चोरों के खिलाफ मैनेजर की शिकायत पर अपराध क्रमांक 43/19 धारा 457, 511 आईपीसी के तहत कायमी की गई है।

खुली सुरक्षा व्यवस्था की पोल
इस वारदात ने एक बार फिर मध्यांचल ग्रामीण बैंक की शाखाओं में सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल कर रख दी है। किसी भी ब्रांच में न तो सीसीटीवी कैमरे लगे थे और न ही चौकीदारों की तैनाती की गई है, ऐसा ही हाल इचौल में भी रहा। गौरतलब है कि तीन वर्ष पूर्व सुरक्षा में इसी लापरवाही के चलते नादन ब्रांच में 12 लाख की डकैती पड़ी थी तो कई अन्य शाखाओं में चोरी के प्रयास हो चुके हैं।

Created On :   7 Feb 2019 8:20 PM IST

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