महाकौशल में हुआ हिंदू एजेंडे और आगामी चुनाव को लेकर चिंतन

Thinking about the Hindu agenda and upcoming elections in Mahakaushal
महाकौशल में हुआ हिंदू एजेंडे और आगामी चुनाव को लेकर चिंतन
महाकौशल में हुआ हिंदू एजेंडे और आगामी चुनाव को लेकर चिंतन

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। महाकौशल में हुई बीजेपी की गोपनीय बैठक में हिंदू एजेंडे को आगे बढ़ाने और राष्ट्रविरोधी ताकतों को सबक सिखाने के लिए चिंतन किया गया। अग्रसेन कल्याण मंडपम में आयोजित की गई बैठक सुबर 9 बजे से शुरू होकर देर रात तक चली। इस दौरान आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पार्टी को लक्ष्य तक पहुंचाने की नसीहत भी दी । बैठक में मंत्रियों को हिदायत दी गयी कि वे आपसी मतभेद भुलाकर पद की गरिमा के अनुरूप कार्य करें।

जानकारों के मुताबिक बैठक में मुख्य रूप से हिंदू एजेंटे पर चर्चा करते हुए सभी को हिदायत दी गयी कि जहां कही भी हिंदू विरोधी गतिविधियां चल रही है उस पर नजर रखें और रोकने का प्रयास करें। इसके लिए प्रांत स्तर पर समितियां बनाई जाए। इसके अलावा सामाजिक व धार्मिक आयोजनों पर भी नजर रखी जाए। सभी को नसीहत दी गयी कि पार्टी संगठन और सत्ता में समन्वय स्थापित रहे व आपसी मामले आपस में निपटाए जाए, पार्टी कार्यकर्ता उपेक्षित न होने पाये। साथ ही मंदसौर जैसी घटनाओं पर चिंता जाहिर करते सरकार से कहां चूक हुई इस पर विचार विमर्श किया गया।

बैठक में तय हुआ कि प्रांत की बैठक वर्ष में 2 बार होगी व संभाग की 4 बैठकें होगी। बैठक में क्षेत्रीय प्रचारक अरूण जैन, प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान संगठन महामंत्री सुहास भगत प्रांत संघ चालक प्रशांत सिंह प्रांत प्रचारक श्रीरंगराजे प्रांत संगठन मंत्री अतुल राय प्रदेश सरकार के मंत्री भूपेंद्र सिंह, जयंत मलैया, गौरीशंकर बिसेन, गोपाल भार्गव, राजेंद्र शुक्ला, कुसुम महदेले के अलावा युवा मोर्चा, विद्यार्थी परिषद विहिप वनवासी विकास आदि अनुसांगिक संगठनों के प्रांत पदाधिकारी मौजूद थे।

चाइनीज उत्पादों का विरोध

बैठक में चाइना उत्पादों का विरोध कर उसे आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए कदम उठाए जाने पर चर्चा की गयी। इसके लिए स्वदेशी जागरण मंच के चलाए जा रहे आंदोलन को मजबूती प्रदान करने एवं 25 सितम्बर से 15 अक्टूबर तक स्वदेशी आंदोलन को गति प्रदान करते हुए लोगों को चाइना उत्पादों के उपयोग से होने वाले नुकसान से अवगत कराने के लिए कहा गयय।

वहीं बैठक में राजनैतिक मुद्दे पर चर्चा के दौरान गोंगपा के बढ़ते प्रभाव को लेकर चिंता जताई गयी। संघ का कहना था कि जनजातिय इलाकों में सरकार की योजनाओं का लाभ आदिवासियों को नही मिल पा रहा है जिससे लोगों का झुकाव गोंगपा की ओर बढ़ रहा है। इसके अलावा उमरिया व डिंडौरी क्षेत्र में पार्टी का जनाधार बढ़ाने की नसीहत दी गयी।

Created On :   8 July 2017 8:17 AM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story