हजारों की बस्ती में प्यास का डेरा, सुबह से रात तक पानी के लिए भटकते हैं लोग

Thirsty camp in the settlement of thousands, people wander for water from morning to night
हजारों की बस्ती में प्यास का डेरा, सुबह से रात तक पानी के लिए भटकते हैं लोग
हजारों की बस्ती में प्यास का डेरा, सुबह से रात तक पानी के लिए भटकते हैं लोग

आगा चौक उजारपुरवा में 5-10 मिनट से ज्यादा देर नलों से नहीं मिलता पानी
कई किलोमीटर दूर जाकर महिलाओं को लाना पड़ता है पानी
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
आगा चौक उजारपुरवा बस्ती में हजारों लोग रहते हैं और सभी गरीब वर्ग के हैं। बहुत कम घरों में ही नल कनेक्शन हैं।  कुछ सार्वजनिक नल लगे हैं, जिनसे बमुश्किल 5 या 10 मिनट ही पानी निकलता है, ऐसे में गिने-चुने लोगों को ही पानी मिल पाता है बाकी लोग भटकते रहते हैं। महिलाओं को बल्देवबाग या श्रीनाथ की तलैया तक पानी लेने पैदल जाना पड़ता है। यहाँ रहने वाले लोगों में अधिकांश तो नगर निगम के ही कर्मचारी हैं लेकिन इसके बाद भी निगम उनकी समस्या को हल नहीं कर पा रहा है। 
बताया जाता है कि चेरीताल वार्ड में आने वाले उजारपुरवा में 2 हजार से अधिक घर हैं और आबादी 5 हजार से अधिक है। यहाँ की पानी सप्लाई राइजिंग मेन लाइन से की जाती है और इसके साथ ही इस क्षेत्र में 5 बोरिंग भी कराए गए हैं, इसके बाद भी यहाँ की आबादी को पानी न मिलना एक बड़ी समस्या है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नलों से इतना कम पानी आ रहा है कि कुछ ही लोग अपने बर्तन भर पाते हैं और उसके बाद नल बंद हो जाते हैं, बाद में महिलाओं को पूरे दिन की जरूरत का पानी लाने दूर-दूर तक जाना पड़ता है। इस मामले में पूर्व पार्षद सविता संतोष दुबे का कहना है कि अन्य वार्डों में भी राइजिंग मेन लाइन से डायरेक्ट कनेक्शन दे दिए गए हैं, जिससे प्रेशर कम हो गया है साथ ही निगम कर्मचारी वॉल्व खोलने में भी लापरवाही करते हैं, जिससे यह समस्या विकराल हो गई है। 
इनका कहना है
उजारपुरवा बस्ती में पानी की समस्या की शिकायत आई है जिस पर जाँच कराई जा रही है। यह भी पता चला है कि कई लोग पम्प लगाकर भी पानी खींच रहे हैं, जिससे प्रेशर कम हो रहा है। अब पम्प जब्त किए जाएँगे और प्रेशर का भी ध्यान रखा जाएगा। 
-कमलेश श्रीवास्तव, कार्यपालन यंत्री ननि 
 

Created On :   7 May 2021 3:13 PM IST

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