अब तक 200 मैराथन दौड़ चुका है यह स्पोर्टी सिख, आंखे नहीं- दुनिया को दिखा रहे हैं रास्ता

This sporty Sikh has run 200 marathons, Showing way to world
अब तक 200 मैराथन दौड़ चुका है यह स्पोर्टी सिख, आंखे नहीं- दुनिया को दिखा रहे हैं रास्ता
अब तक 200 मैराथन दौड़ चुका है यह स्पोर्टी सिख, आंखे नहीं- दुनिया को दिखा रहे हैं रास्ता

डिजिटल डेस्क, मुंबई। 64 साल के अमरजीतसिंह चावला उन लोगों में से हैं जो खुद तो देख नहीं सकते लेकिन अपनी मेहनत और लगन के बल पर दूसरों को रास्ता दिखा रहे हैं। रविवार को आयोजित हुई मुंबई मैराथन चावला की 200 मैराथन दौड़ थी। हर बार वे हर बार दुनियां को बेहतर बनाने के लिए लोगों को संदेश देते हैं। मुंबई मैराथन में शामिल हुए चावला ने बताया कि आगामी दो फरवरी को वे औरंगाबाद में होने वाली मैराथन में भी हिस्सा लेंगे और महिलाओं की बेहतरी के लिए समाज को संदेश देंगे।

महानगर के कांदीवली इलाके में परिवार के साथ रहने और लॉटरी बेंचकर गुजरबसर करने वाले चावला आज स्पोर्टी सिख के नाम से मशहूर हैं। उनका फेसबुक प्रोफाइल भी इसी नाम से है। चावला ने बताया कि उन्होंने 48 साल की उम्र में पहली मैराथन दौड़ी। इसके बाद उन्होंने इसे अपनी जिंदगी की हिस्सा बना लिया और देशभर में होने वाले मैराथनों में हिस्सा लेने लगे। चावला के मुताबिक वे अब तक 200 मैराथनों में हिस्सा ले चुके हैं। इनमें से 125 हाफ मैराथन और 69 दस किलोमीटर की दौड़ शामिल है। उन्होंने बताया कि मैराथन भागने की शुरूआत भी एक इत्तेफाक था।

13 साल की उम्र में एक बीमारी के चलते उन्हें दिखाई देना कम हो गया और 40 साल का होते होते उन्हे दिखाई देना पूरी तरह बंद हो गया। चावला धनबाद गए थे यहीं उन्हें मोबाइल पर एक संदेश मिला जिसमें लिखा था कि नेत्रहीनों के लिए फंड जमा करने के लिए एक मैराथन आयोजित की गई है इसमें शामिल हों। चावला ने बताया कि मुझे पता ही नहीं था कि मैराथन क्या होता है। मैंने लोगों से इसके बारे में पूछा तो जानकारी मिली। इसके बाद थोड़ी तैयारी की और छोटी रेस में शामिल हुआ। इसके बाद हौसला बढ़ा और तैयारी शुरू कर दी और धीरे धीरे मैराथन में हिस्सा लेने लगा।

चावला ने 15 साल पहले शुरू हुई पहली मैराथन में हिस्सा लिया था और आज तक हर साल इसमें शामिल होते रहे हैं। के कहते हैं कि 64 साल की उम्र में बिना आंखों के जब मैं मैराथन भाग सकता हूं और सेहत का खयाल रख सकता हूं तो युवाओं को भी इससे सीखना चाहिए। चावला ने बताया कि वे मुंबई से पुणे, चंडीगढ़ से चेन्नई और सूरत से कोलकाता के बीच भी दौड़ लगा चुके हैं। 


 

Created On :   20 Jan 2020 10:43 AM GMT

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