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हजारों क्विंटल धान खुले में, बारिश से बढ़ा खतरा, तिरपाल और सुरक्षा के इंतेजाम नहीं
डिजिटल डेस्क बरघाट/धारनाकला/सिवनी। अचानक बदले मौसम से खरीदी केंद्रों में हजारों क्विंटल रखी धान के खराब होने के आसार हैं। दरअसल, समितियों में धान की सुरक्षा के इंतेजाम नहीं हैं। अभी भी खुले में धान बड़ी मात्रा में रखी है। किसान ही अपनी ओर से उपनी उपज की सुरक्षा में लगे है। ज्ञात हो कि मौसम में अचानक बदलाव आ गया है और आसमान में काले बादलों ने डेरा डाल रखा है और बीच-बीच में हल्की बूंदाबांदी भी शुरू हो गई है।बारिश होती है तो धान भीगने की संभावना जिससे नुकसान हो सकता है।
सभी जगह अव्यवस्था
बरघाट के धान खरीदी के लिए 32 केन्द्र बनाए गए हैं। इनमें से अधिकांश धान खरीदी केन्द्रों में धान खरीदी के बाद हजारों बोरा धान खुले आसमान के नीचे रखा हुआ है। अधिकांश केन्द्र ऐसे हैंए जहां खरीदी की गई धान को रखने के लिए न तो गोदाम है और न ही छत। दो दिनों से आसमान में बादलों के छाए रहने से बारिश की संभावना बनी हुई है। े किसानों का भी कहना है कि बारिश होने पर धान की फ सल को नुकसान पहुंचेगा।
धान रखने की व्यवस्था नहीं
कृषि उपज मंडी में पहुंचे किसानों ने बताया कि वे शुक्रवार को वह खरीदी केन्द्रों अपना धान लेकर पहुंचे थे। वे जल्द से जल्द कांटा कराने में लगे हुए थे। लेकिन शुक्रवार को तुलाई नहीं हो पाई शनिवार व रविवार को खरीदी केंद्र में अवकाश रहता है, यदि बारिश होती है तो उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता। कई खरीदी केन्द्रों में किसानों द्वारा लेकर पहुंचे धान को सुरक्षति रखने की व्यवस्था नहीं है। ऐसे केन्द्रों में कांटा कराने के पहले बारिश होती है, तो इससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ेगा।
तिरपाल ही नहीं खरीदे
कई केंद्र संचालकों द्वारा खरीदी की गई धान को ढकने के लिए तिरपाल की व्यवस्था नहीं की गई है।बरघाट के मार्केटिंग सोसायटी द्वारा किसानों की खरीदी गई धान के साथ साथ किसानों की धान को भी तिरपाल से ढका गया है लेकिन कृषि उपज मंडी में मलारा सहकारी समिति द्वारा वाह ग्राउंड बर्रा में वृताकार सेवा समिति द्वारा बारिश के लिए बिना किसी इंतजाम के बोरो को खुले रूप से छोड़ दिया गया है।
Created On :   13 Dec 2020 10:16 PM IST