- क्रिकेटर युवराज सिंह समेत मशहूर लोगों को हाईकोर्ट की नसीहत, कहा- सोच-समझकर बोलें
- नरेंद्र मोदी मुझे नहीं डरा सकते हैं, इसका एकमात्र कारण है कि मैं भ्रष्ट नहीं हूं: राहुल गांधी
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज करेंगे 'मन की बात'
- चिराग पासवान ने खुद को बताया शबरी का वंशज, राम मंदिर के निर्माण के लिए दिए 1.11 लाख रुपये
- असम: कांग्रेस नेतृत्व वाले महागठबंधन का हुआ विस्तार, बीपीएफ और राजद शामिल
शराबियों ने युवक को चाकू मारकर मौत के घाट उतारा, आरोपी फरार

डिजिटल डेस्क, सतना। तीन शराबियों ने मिलकर युवक पर चाकू से दनादनबार कर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर फरार आरोपियों की पताशाजी में जुट गई है। घटना के बाद से क्षेत्र में सनसनी व्याप्त है। घटना का कारण मामूली विवाद बताया जा रहा है।
चीखते हुए जमीन पर गिर गया युवक
कोलगवां थाना अंतर्गत नई बस्ती में शराबियों ने चाकू घोंपकर युवक की हत्या कर दी, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक हनुमान नगर नई बस्ती में चार मंदिर के पास रहने वाला लक्ष्मण गुप्ता पुत्र मानिकचन्द्र 20 वर्ष, शनिवार रात करीब साढ़े 10 बजे खाना खाने के बाद दोस्त सर्फराज उर्फ चांद खान 22 वर्ष के साथ टहलने निकल गया। दोनों लोग चलते हुए अवंतिका स्कूल के पास पंचू धोबी की दुकान के सामने पहुंच गए, जहां तीन व्यक्ति शराब पी रहे थे। उनकी नजर लक्ष्मण व सर्फराज पर पड़ी तो पूछने लगे कि तुम लोग यहां कैसे आए। बातों-बातों में विवाद शुरू हो गया, जिस पर शराबियों ने मारपीट शुरू कर दी। जवाब में युवकों ने पत्थर उठा लिया। इसी दौरान एक शराबी चाकू निकालकर लक्ष्मण पर टूट पड़ा। उसने बाईं तरफ सीने में पूरी ताकत वार किया, जिससे गहरा घाव हो गया और युवक चीखते हुए जमीन पर गिर पड़ा। तब हमलावर मौके से भाग निकले। उधर साथी ने शोर मचाया तो घायल युवक के बड़े भाई कुलदीप समेत मोहल्ले-पड़ोस के लोग एकत्र हो गए।
जिला अस्पताल लाते समय मौत
परिजन द्वारा घायल युवक को मोहल्ले के ही एक डॉक्टर के पास ले जाया गया, जिसने हाथ खड़े कर दिए, तब उसे बिरला हॉस्पिटल ले गए पर वहां भी डॉक्टरों ने भर्ती नहीं किया। ऐसे में रात करीब साढ़े 11 बजे जिला अस्पताल लाए, जहां डॉ. एचके अग्रवाल ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। यह खबर मिलने पर कोलगवां टीआई आरपी सिंह जिला अस्पताल आ गए। उन्होंने मृतक के परिजन से पूछताछ करने के बाद साथी चांद खान को गाड़ी में बैठाया और घटना स्थल के लिए रवाना हो गए। हत्या की बात पता चलते ही बड़ी संख्या में लोग अस्पताल में एकत्र हो गए थेे।
कमेंट करें
ये भी पढ़े
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।