टीआरपी घोटाला : आरोपी चैनल मालिक को जमानत, अब तक 11 की हो चुकी गिरफ्तारी

Till now 11 arrests in TRP scam case
टीआरपी घोटाला : आरोपी चैनल मालिक को जमानत, अब तक 11 की हो चुकी गिरफ्तारी
टीआरपी घोटाला : आरोपी चैनल मालिक को जमानत, अब तक 11 की हो चुकी गिरफ्तारी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई सत्र न्यायालय ने टीआरपी मामले में आरोपी फक्त मराठी चैनल के मालिक शिरीष पट्टनशेट्टी को जमानत प्रदान की है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश पी आर सित्रे के सामने मामले की सुनवाई हुई। आरोपी की ओर से पैरवी कर रहे अधिवक्ता अनिकेत निकम ने कहा कि मेरे मुवक्किल की इस मामले में कोई भूमिका नहीं है। उन्हें इस मामले में फसाया गया है और प्रतिशोध के तहत कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि मेरे मुवक्किल ने टेलीविजन रेटिंग पॉइंट में कोई छेड़छाड़ व हेराफेरी नहीं की है। पुलिस को मेरे मुवक्किल से पूछताछ के दौरान कुछ नहीं मिला है। इसलिए उन्हें हिरासत में रखने की जरूरत नहीं है। इन दलीलों को सुनने के बाद न्यायाधीश ने आरोपी को 50 हजार रुपए के मुचलके पर जमानत प्रदान कर दी। 

टीआरपी घोटाला मामले में अब तक 11 की हो चुकी है गिरफ्तारी

आपको बता दें इससे पहले टीआरपी मामले की छानबीन कर रही मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने मामले में 11वें आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम आशीष चौधरी है। पुलिस का दावा है कि चौधरी ने पूछताछ के दौरान रिपब्लिक और वाउ टीवी की टीआरपी बढ़ाने के लिए पैसे देने की बात स्वीकार की है। 50 वर्षीय चौधरी ठाणे के हीरानंदानी मिडोज का रहने वाला है। वह क्रिस्टल ब्रॉडकास्ट नाम की कंपनी मेंं डिस्ट्रिब्यूूटर का काम करता है। उसे बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे उसके घर से गिरफ्तार किया गया। कोर्ट में पेशी के बाद उसे दो नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस के मुताबिक शुरूआती जांच में उसके खिलाफ दो चैनलों की टीआरपी बढ़ाने में फर्जीवाडा करने के सबूत मिले हैं लेकिन उसने हर महीने चार चैनलों के लिए 5-5 लाख रुपए यानी कुल 20 लाख रुपए मामले में गिरफ्तार एक और आरोपी अभिषेक कोलवडे को देने की बात स्वीकार की है। इसी साल अगस्त महीने में उसने आखिरी बार अभिषेक को चार लाख रुपए दिए थे। यह पैसे उन लोगों में बांटने के लिए दिए गए थे जिनके घर टीआरपी के लिए बैरोमीटर लगे हुए थे। जिन चैनलों के लिए पैसे दिए गए उनमें रिपब्लिक और वाउ टीवी के अलावा दूसरे कौन से चैनल हैं पुलिस इसकी छानबीन कर रही है। पुलिस को शक है कि मामले में हवाला के जरिए भी लेन देन किया गया है। पुलिस ने मामले में बयान दर्ज करने के लिए कुछ और लोगों को भी समन भेजे हैं।

 

Created On :   29 Oct 2020 5:54 PM IST

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