मोबाइल की फर्जी खरीद-फरोख्त के साथ ही धोखाधड़ी मामले में दो धराए - 54 मोबाइल जब्त, पुलिस जांच जारी 

Two arrested in fraud case along with fake purchase and sale of mobile - 54 mobiles seized
मोबाइल की फर्जी खरीद-फरोख्त के साथ ही धोखाधड़ी मामले में दो धराए - 54 मोबाइल जब्त, पुलिस जांच जारी 
मोबाइल की फर्जी खरीद-फरोख्त के साथ ही धोखाधड़ी मामले में दो धराए - 54 मोबाइल जब्त, पुलिस जांच जारी 

डिजिटल डेस्क बालाघाट । मोबाइल की फर्जी खरीद-फरोख्त एवं धोखाधड़ी मामले में पुलिस दो युवको को गिरफ्तार किया है जिनके कब्जे से 54 मोबाइल भी जब्त किए है। पुलिस जानकारी के अनुसार मुखबीर द्वारा सूचना मिली थी कि भटेरा निवासी मनोज राणा  बालाघाट के द्वारा एक अन्य साथी के साथ मिलकर फर्जी ग्राहक का नाम बताकर फ्लीप कार्ड के माध्यम से मोबाईल बुलाकर ग्राहकों को बेचकर भारी लाभ कमाते है, जिसके पास आज भी फ्लीप कार्ड के काफी मात्रा में मोबाइल है। 
करीब 7 लाख के थे 74 नग मोबाइल 
सूचना पर स्वतंत्र साक्षियों को साथ लेकर मुखबिर के बताये अनुसार आरोपी के घर जाकर तलाशी की गई तो एक सफेद रंग की बोरी में पीओसीओएम 3 कंपनी के 15 नग मोबाइल तथा रेडमी नोट 10 कंपनी के 4 नग मिले जिनमें अलग-अलग पता लिखा था। संदेही मनोज राणा से उक्त मोबाइल के बिलों के संबंध में पूछने पर मौके पर किसी प्रकार का बिल पेश करने में असमर्थ रहा। आरोपी मनोज राणा के द्वारा अपने साथी हुकुम बिसेन  ग्राम रमगढ़ी थाना किरनापुर के साथ मिलकर यह कृत्य करना बताया गया। पुलिस द्वारा हुकुम बिसेन को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ करने पर 54 नग मोबाईल कीमती 7,01,946/- रूपये तथा मोबाइल की राशि 6,36,000/- की विधिवत रूप से जप्त कर कब्जा पुलिस में लिया गया है। पुलिस ने इस मामले में धारा  413,419, 420, 467, 468, भादवि  तथा धारा 66 बी, 66 डी आईटी एक्ट मे तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। पुलिस द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है और संभावना व्यक्त की जा रही है कि इस मामले मे और भी आरोपी जद में आ सकते है।   
बगैर बिल के करते थे बिक्री 
पुलिस जानकारी के अनुसार आरोपी हुकुम बिसेन बिहार, उड़ीसा, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल के अन्य साथियों के साथ मिलकर बिना बिल तथा फर्जी बिल के मोबाइल को फ्लिपकार्ड के माध्यम से बुलाकर उन्हें ग्राहकों तथा दुकानदारों को देता था। उक्त प्रकरण मे पूछताछ कर उसके साथियों के पूरे नाम पता एवं उन्हें दिये गये मोबाइल एवं ऑनलाईन ट्रांजेक्शन की जानकारी एकत्रित की जा रही है। आरोपी के बैंक एकाउंट के संबंध में पूछताछ कर उसके ट्रांजेक्शन की जानकारी प्राप्त की जा रही है। जांच उपरांत इस काम मे  गिरोह के तार अंतर्राज्जीय स्तर पर जुड़े होने की बात कहीं जा रही है।
 

Created On :   14 Jun 2021 7:10 PM IST

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