फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट देकर कनाडा और अमेरीका के दो नागरिकों ने लिया स्थाई नागरिकता कार्ड
डिजिटल डेस्क, मुबई, आशीष सिंह। स्पेशल ब्रांच की शिकायत पर आजाद मैदान पुलिस ने एक महिला को गोवा से गिरफ्तार किया है। शांति नाईक नाम की महिला शांति नाईक उन चार आरोपियों में एक है, जिन्होंने स्पेशल ब्रांच के सामने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मैरिज सर्टिफिकेट को ओसीआई यानी ओवरसीज़ सिटीज़नशिप ऑफ इंडिया कार्ड बनवाने के लिए किया था। शिकायत के मुताबिक महाराष्ट्र की दो महिलाओं ने दो विदेशी नागरिकों के साथ शादी का फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट पेश किया था। जिससे उन विदेशी नागरिकों के लिए फर्जी तरीके से स्थाई नागरिकता के लिए भारतीय का नागरिक कार्ड हासिल करने में मदद की.
आजाद मैदान पुलिस थाने के सिनीयर ऑफिसर के मुताबिक गिरफ्तार की गई महिला आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसे बस अपने पैनकार्ड, आधारकार्ड, वोटर आईडी समेत फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट बनवाकर पेश करने के लिए और कनाडा के विदेशी नागरिक का ओवरसीज़ सिटीज़नशिप ऑफ इंडिया का कार्ड बनवाने 1 लाख रुपए दिए गए थे.
भारत सरकार भारतीय नागरिकता अधिनियम 1955 के तहत- ओवरसीज़ सिटीज़नशिप ऑफ इंडिया, उन्हीं विदेशी नागरिकों को दी जा सकती है, जिसमें वो भारतीय मूल की किसी महिला के साथ विवाह कर लें. या फिर उनके कोई पूर्वज भारत में रहते हों।
हाल ही में दस्तावेजों की जांच के दौरान पाया गया कि भारत की स्थायी नागरिकता पाने के लिए दो विदेशी नागरिकों ने दो भारतीय महिलाओं के साथ विवाह का मैरिज सर्टिफिकेट स्पेशल पेश किया और फर्जी तरीके से भारतीय की नागरिकता हासिल कर ली.
स्पेशल ब्रांच के मुताबिक हाल ही में उन्होंने विदेशी नागरिकों को मिले प्रवासी भारतीय नागरिक कार्ड के दस्तावेजों को खंगालने के दौरान पाया कि अमेरीका के रहनेवाले डेविड जॉन लिनिकोलिन ने ज्योति कृष्णा विशे नाम की महिला के साथ साल 2015 में शादी की थी, स्पेशल ब्रांच में शादी का बीएमसी से बनवाया मैरिज सर्टिफिकेट दिया था। जिसके बाद इस अमेरीकन नागरिक को ओवरसीज़ सिटीज़नशिप ऑफ इंडिया का कार्ड मिला था।
इसी तरह से कनाडा के नागरिक डेनियल हैरेस एक्लेर ने साल 2019 में गिरफ्तार की गई महिला शांति सुरेन्द्र नाईक के साथ शादी की और उसने भी स्पेशल ब्रांच के सामने बीएमसी से बना अपना मैरिज सर्टिफिकेट सबमिट किया था।
स्पेशल ब्रांच की टीम फर्जी दस्तावेजों को लेकर विभागीय स्तर पर जांच कर रही है। इस दौरान जब ये दो मामले सामने आए, तो स्पेशल ब्रांच को शक हुआ, दोनो ही मामलों में दोनो विदेशी नागरिकों की उम्र और पत्नी के उम्र के बीच अंतर काफी ज्यादा था। मामलों में महिलाओं ने अपना जो पता लिखवाया था, वो पता भी सिंघुदुर्ग का था। शक के आधार पर दोनो के शादी से जुडे मैरिज सर्टिफिकेट के दस्तावेजों की जांच कराने मैरिज रजिस्ट्रार के पास भेजा गया। मैरिज रजिस्ट्रार ने लिखित तौर पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि ये दोनों सर्टिफिकेट फर्जी हैं।
मुबई पुलिस की टीम ने शांति नाईक को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 1 दिन की रिमांड पर भेजा गया। जबकि इस मामले में पुलिस की टीम कनाडा के नागरिक डेनियल हैरेस एक्लेर और अमेरीकन नागरिक डेविड जाॉन लिनिकोलिन और ज्योति कृष्णा विशे की तलाश कर रही है। पुलिस के मुताबिक उन्हें शक है इस तरह के फर्जी दस्तावेजों को बनाने में कोई क्रिमिनल सिंडिकेट काम कर रहा होगा। मामले की पड़ताल जारी है।
Created On :   18 April 2023 10:30 PM IST