विदर्भ से दो-मराठवाडा से चार मंत्री तो उत्तर महाराष्ट्र से सर्वाधिक पांच बने मंत्री 

Two from Vidarbha, four from Marathwada and five from North Maharashtra
विदर्भ से दो-मराठवाडा से चार मंत्री तो उत्तर महाराष्ट्र से सर्वाधिक पांच बने मंत्री 
औरंगाबाद जिले से तीन मंत्री विदर्भ से दो-मराठवाडा से चार मंत्री तो उत्तर महाराष्ट्र से सर्वाधिक पांच बने मंत्री 

डिजिटल डेस्क, मुंबई, अमित कुमार। प्रदेश की शिंदे सरकार के पहले राज्य मंत्रिमंडल विस्तार में प्रादेशिक असंतुलन सामने आया है। नए मंत्रिमंडल में विदर्भ और मराठवाड़ा के मुकाबले उत्तर महाराष्ट्र, पश्चिम महाराष्ट्र और कोंकण अंचल का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। मंत्रिमंडल विस्तार में विदर्भ अंचल से सिर्फ 2 मंत्री बनाए गए हैं। जबकि मराठवाड़ा संभाग से 4 मंत्री बने हैं। जिसमें से अकेले औरंगाबाद जिले से 3 मंत्रियों ने शपथ ली है। जबकि उत्तर महाराष्ट्र से सबसे अधिक 5 मंत्री बनाए गए हैं। मंत्रिमंडल में इस बार उत्तर महाराष्ट्र का दबदबा नजर आ रहा है। पश्चिम महाराष्ट्र अंचल से 3 और कोंकण संभाग से 4 मंत्री मंत्रिमंडल में शामिल किए गए हैं। मंत्रिमंडल विस्तार में राज्य के 36 में से 15 जिलों को प्रतिनिधित्व मिल सका है। इन 15 जिलों से 18 नए कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। जबकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को मिलाकर मंत्रिमंडल में कुल 16 जिलों से 20 मंत्री हैं। 

विदर्भ से केवल 2 मंत्री  

मंत्रिमंडल विस्तार में विदर्भ के 11 जिलों में से महज 2 जिले चंद्रपुर और यवतमाल को प्रतिनिधित्व मिल सका है। भाजपा ने चंद्रपुर की बल्लारपुर सीट से विधायक सुधीर मुनगंटीवार को कैबिनेट मंत्री बनाया है। जबकि शिवसेना के बागी शिंदे गुट के यवतमाल की दिग्रस सीट से विधायक संजय राठोड कैबनेट मंत्री बने हैं। मुनगंटीवार पूर्व में साल 2014 की भाजपा सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। राठोड पूर्व की महाविकास आघाड़ी सरकार में वन मंत्री थे। हालांकि पुणे के पूजा चव्हाण आत्महत्या मामले में विपक्ष में रही भाजपा के दबाव के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। उपराजधानी नागपुर से सत्तारूढ़ किसी विधायक को मंत्रिमंडल विस्तार में जगह नहीं दी गई है। मंत्रिमंडल में फिलहाल उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस नागपुर का प्रतिनिधत्व कर रहे हैं। फडणवीस नागपुर दक्षिण-पश्चिम सीट से विधायक हैं। उद्धव ठाकरे सरकार में विदर्भ से 8 मंत्री थे। इनमें से अधिकांश कांग्रेस के विधायक थे।   
मराठवाड़ा संभाग से 4 नए मंत्री 

मराठवाड़ा संभाग के 8 जिलों में से मंत्रिमंडल में केवल दो जिलों औरंगाबाद और उस्मानाबाद को स्थान मिला है। शिंदे मंत्रिमंडल में औरंगाबाद से सर्वाधिक 3 मंत्री हैं। जबकि उस्मानाबाद से 1 मंत्री बनाए गया है। भाजपा ने औरंगाबाद पूर्व सीट से विधायक अतुल सावे को कैबिनेट मंत्री पद दिया है। सावे पूर्व की भाजपा सरकार में राज्य मंत्री थे। शिवसेना के शिंदे गुट की ओर से औरंगाबाद के सिल्लोड सीट से विधायक अब्दुल सत्तार और औरंगाबाद के पैठण सीट से विधायक संदीपान भुमरे कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। पूर्व की उद्धव ठाकरे सरकार में सत्तार राज्य मंत्री थे जबकि भुमरे कैबिनेट मंत्री थे। शिवसेना से पाला बदलकर शिंदे गुट में शामिल होने वाले सत्तार को पदोन्नति मिली है। मंत्री बनने को लेकर अब्दुल सत्तार और औरंगाबाद पश्चिम सीट से शिवसेना के बागी विधायक संजय शिरसाट के बीच रस्साकशी शुरू थी। मगर आखिरी मौके पर सत्तार ने बाजी मार ली है। वहीं उस्मानाबाद के पंराडा सीट से शिवसेना के बागी विधायक तानाजी सावंत को भी कैबिनेट मंत्री पद मिला है। सावंत पूर्व की भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। मगर उद्धव ठाकरे की महाविकास आघाड़ी सरकार में उन्हें मंत्री पद नहीं मिला था। उसके बाद से ही सावंत ठाकरे से खफा थे। 

उत्तर महाराष्ट्र से 5 नए मंत्री 

मंत्रिमंडल विस्तार में उत्तर महाराष्ट्र संभाग से सबसे अधिक 5 मंत्री बनाए गए हैं। उत्तर महाराष्ट्र के 5 जिलों में से केवल धुलिया को छोड़कर बाकी 4 जिलों को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व मिला है। भाजपा ने जलगांव के जामनेर सीट से विधायक गिरीष महाजन और शिवसेना शिंदे गुट के जलगांव ग्रामीण से विधायक गुलाबराव पाटील को कैबिनेट मंत्री पद दिया है। भाजपा ने अहमदनगर की शिर्डी सीट से विधायक राधाकृष्ण विखे पाटील और नंदूरबार सीट से विधायक विजयकुमार गावित को कैबिनेट मंत्री पद की जिम्मेदारी दी है। वहीं शिवसेना के शिंदे गुट ने नाशिक के मालेगांव बाहरी सीट से विधायक दादाजी भुसे को कैबिनेट मंत्री बनाया है। भुसे पूर्व की महाविकास आघाड़ी सरकार में कृषि मंत्री थे।

पश्चिम महाराष्ट्र से 3 नए मंत्री बने

पश्चिम महाराष्ट्र के 5 जिलों में से 3 जिलों को मंत्रिमंडल में स्थान मिला है। भाजपा ने पुणे के कोथरूड सीट से विधायक चंद्रकांत पाटील और सांगली के मिरज सीट से विधायक सुरेश खाडे को कैबिनेट मंत्री बनाया है। पाटील और खाडे पूर्व की भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। सातारा के पाटण सीट से शिंदे गुट के विधायक शंभुराज देसाई को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। पूर्व की महाविकास आघाड़ी सरकार में देसाई वित्त और गृह राज्य मंत्री थे। 

कोंकण संभाग से बने 4 मंत्री

शिंदे सरकार में कोंकण संभाग के 7 जिलों से 4 मंत्री बने हैं। शिवसेना के शिंदे गुट ने सिंधदुर्ग की सावंतवाडी सीट से दीपक केसरकर और रत्नागिरी सीट से उदय सामंत को कैबिनेट मंत्री बनाया है। सामंत पूर्व की महाविकास आघाड़ी सरकार में मंत्री रह चुके हैं। जबकि केसरकर पहली बार कैबिनेट मंत्री बने हैं। वे साल 2014 में पूर्व की फडणवीस के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में राज्य मंत्री बनाए गए थे। भाजपा ने मुंबई के मलबार हिल सीट से विधायक मंगल प्रभात लोढा और ठाणे की डोंबिवली सीट से विधायक रविंद्र चव्हाण को कैबनेट मंत्री पद की जिम्मेदारी दी है। चव्हाण पूर्व की भाजपा सरकार में राज्य मंत्री थे। जबकि इस सरकार में लोढा ही ऐसे विधायक हैं जो पहली बार मंत्री बने हैं। जबकि बाकी सभी कैबिनेट मंत्रियों को पूर्व की महाविकास आघाड़ी, भाजपा और कांग्रेस-राकांपा की आघाड़ी सरकार के दौरान कैबिनेट मंत्री अथवा राज्य मंत्री के रूप में काम करने का अनुभव है। कोंकण संभाग के 4 मंत्रियों के अलावा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी ठाणे जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं। शिंदे ठाणे की कोपरी-पाचपखाड़ी सीट से विधायक हैं। 

किस अंचल से बने कितने मंत्री 

अंचल               जिला को मिला प्रतिनिधित्व     भाजपा   शिंदे गुट 

विदर्भ -                   2                                        1          1
मराठवाड़ा  -            2                                        1           3 
उत्तर महाराष्ट्र -      4                                        3           2           
पश्चिम महाराष्ट्र-     3                                        2          1
कोंकण-                  4                                        2           2 

Created On :   9 Aug 2022 7:12 PM IST

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