सिटी अस्पताल में मरीजों को लगाए 2 सौ नकली रेमडेसिविर

Two hundred fake Remedesvir applied to patients in city hospital
सिटी अस्पताल में मरीजों को लगाए 2 सौ नकली रेमडेसिविर
सिटी अस्पताल में मरीजों को लगाए 2 सौ नकली रेमडेसिविर

बड़ा खुलासा : एसआईटी के सामने आरोपी देवेश ने खोले राज, इंदौर की एक कंपनी के मैनेजर व मोखा के बेटे हरकरण को भी बनाया गया आरोपी 
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
नकली रेमडेसिविर मामले में सिटी अस्पताल के दवा इंचार्ज देवेश चौरसिया ने बड़ा खुलासा किया है। पूछताछ में उसने बताया कि इंदौर से सिटी अस्पताल पहुँचे 465 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की खेप में से करीब 200 नकली इंजेक्शन मरीजों को लगाए गए, वहीं करीब ढाई सौ इंजेक्शनों को मोखा के इशारे पर उसके घर ले जाकर नष्ट किया गया था। इस दौरान देवेश के कब्जे से दो नकली इंजेक्शन भी जब्त किए गये। बुधवार को उसकी रिमांड अवधि पूरी होने पर उसे कोर्ट में पेश किया गया जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया। वहीं एफआईआर में दो नये आरोपी बनाए गये हैं, इसमें मोखा का बेटा हरकरण व इंदौर की एक फूड कंपनी का मैनेजर राकेश शर्मा शामिल है। 
सूत्रों के अनुसार रिमांड पर लिए गए सिटी अस्पताल के दवा इंचार्ज देवेश चौरसिया ने जाँच टीम के सामने यह कबूल किया कि अस्पताल में नकली इंजेक्शनों की दो खेप बुलाई गई थी। इसमें 23 अप्रैल को मंगाए गए नकली इंजेक्शनों में से दो सौ इंजेक्शन अलग-अलग मरीजों को लगाए गए थे। दस्तावेजों की जाँच में भी करीब दो सौ इंजेक्शन मरीजों को लगाए जाने की जानकारी सामने आई है।  वहीं दूसरी खेप 28 अप्रैल को आने के कुछ दिन बाद ही नकली इंजेक्शन की फैक्ट्री पकड़े जाने का खुलासा हो गया था। पूछताछ के दौरान जाँच टीम ने उसके पास से दो नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन भी जब्त किए हैं। पूछताछ के बाद देवेश को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया जहाँ से उसे जेल भेजा गया है। 
भोपाल से पहुँची साइबर टीम
जानकारों के अनुसार सिटी अस्पताल मामले में कम्प्यूटराइज्ड डाटा रिकवर करने के लिए भोपाल से साइबर विशेषज्ञों की एक टीम बुधवार को जबलपुर पहुँची। यहाँ एसआईटी के साथ टीम के सदस्य जाँच करने के लिए सिटी अस्पताल पहुँचे थे। जानकारों के अनुसार टीम द्वारा अस्पताल में मोखा, उसके बेटे व मैनेजर सोनिया के कक्षों में रखे कम्प्यूटर व हार्ड डिस्क आदि जब्त किए गए हैं ताकि अस्पताल के रिकार्ड को फिर से जनरेट किया जा सके। 
सील होंगे खाते जुटा रहे जानकारी
सूत्रों के अनुसार एसआईटी द्वारा मोखा व उसके परिवार के सदस्यों के नाम पर बैंकों में जो खाते हैं उनकी जानकारी जुटाई जा रही है और जल्द ही इन सभी खातों की सील करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा मोखा के पास लायसेंसी हथियार होने की जानकारी लगी है। एसआईटी द्वारा एक पत्र कलेक्ट्रेट स्थित शस्त्र शाखा को लिखकर जानकारी माँगी गई है उस आधार पर शस्त्र लायसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। 
खाली शीशियों की तलाश
उधर मोखा की पत्नी जसमीत व मैनेजर सोनिया को रिमांड पर लिए जाने के बाद पुलिस द्वारा उनसे खाली शीशियों के संबंध में पूछताछ की गई। वहीं शीशियों की बरामदगी के लिए उन्हें गोहलपुर रद्दी चौकी स्थित एक निजी अस्पताल परिसर ले जाया गया जहाँ उनके द्वारा खाली शीशियाँ फेंकना बताया गया था। इसके अलावा मोखा के पुल नंबर दो स्थित प्लांट की भी तलाशी ली गई। इन स्थानों से कुछ नकली रेमडेसिविर की खाली शीशियाँ व रेपर आदि जब्त किए गये हैं। 
नाली में बहाए गए इंजेक्शन 
जाँच के दौरान पता चला कि आरोपी अस्पताल संचालक मोखा के कहने पर करीब ढाई सौ इंजेक्शन अस्पताल की मैनेजर सोनिया खत्री शुक्ला ने बैग में रखकर मोखा के घर पहुँचाए थे। वहाँ पर मोखा की पत्नी जसमीत कौर ने अपने नौकर संदीप कुशवाहा और पप्पू की मदद से नष्ट कराए। मोखा के घर पर इंजेक्शनों की भरी शीशियों को गर्म पानी में उबालकर रैपर हटाकर नाली में बहा दिया गया था। वहीं खाली शीशियाँ फोड़कर नष्ट की गईं थीं। 
हरकरण की तलाश, दिल्ली जाएगी टीम
नकली इंजेक्शन मामले में मोखा के बेटे हरकरण की भूमिका भी महत्वपूर्ण होने के प्रमाण मिलने पर उसे आरोपी बनाया गया है। पिछले कुछ दिनों से पुलिस उसकी तलाश में जुटी है लेकिन उसका सुराग नहीं लग सका है। जानकारों के अनुसार संभवत: हरकरण की ससुराल दिल्ली में है और वह दिल्ली भाग सकता है। इस जानकारी के बाद पुलिस की एक टीम जल्द ही दिल्ली भेजी जाएगी।    
इंदौर से लाए जाएँगे आरोपी 
जानकारों के अनुसार सिटी अस्पताल मामले में मोखा सहित कुल 8 आरोपी बनाए गये हैं। इसमें अधारताल निवासी दवा सप्लायर सपन जैन व रीवा निवासी सुनील मिश्रा  गुजरात पुलिस के पास हैं। इनके द्वारा क्या बयान दिए गये हैं इसकी जानकारी भी एसआईटी द्वारा जुटाई जा रही है। जल्द ही इन दोनों आरोपियों को जबलपुर लाया जाएगा वहीं मामले में आरोपी बनाए गये राकेश शर्मा की गिरफ्तारी के लिए भी इंदौर पुलिस से मदद माँगी गई है। 
पूछताछ में लगे अहम सुराग 
नकली इंजेक्शन मामले में रिमांड पर लिए गये देवेश चौरसिया से अहम सुराग लगे हैं। रिमांड अवधि पूरी होने पर उसे जेल भेजा गया वहीं मोखा की पत्नी जसमीत व मैनेजर सोनिया से पूछताछ की जा रही है।        
  सिद्धार्थ बहुगुणा, एसपी जबलपुर

Created On :   20 May 2021 2:14 PM IST

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