शिंदे की रैली में दो लाख और उद्धव की रैली में पहुंचे थे एक लाख लोग

Two lakh people had reached Shindes rally and one lakh people had reached Uddhavs rally
शिंदे की रैली में दो लाख और उद्धव की रैली में पहुंचे थे एक लाख लोग
मुंबई पुलिस का दावा शिंदे की रैली में दो लाख और उद्धव की रैली में पहुंचे थे एक लाख लोग

डिजिटल डेस्क, मुंबई. बुधवार को हुई शिवसेना के दोनों गुटों की दशहरा रैली के दौरान शिंदे गुट ज्यादा भीड़ जुटाने में कामयाब रहा। मुंबई पुलिस का अंदाजा है कि बीकेसी पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुआई में जो रैली हुई उसमें करीब दो लाख लोग पहुंचे थे जबकि उद्धव ठाकरे की अगुआई वाली शिवसेना की दादर के शिवाजी पार्क मैदान में हुई रैली में एक लाख लोग मौजूद थे। पुलिस के मुताबिक शिवाजी पार्क की क्षमता 80 हजार लोगों की है जबकि बीकेसी के मैदान में एक लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था हो सकती है। 

हालांकि दोनों गुटों के अपने-अपने दावे हैं और वे इस आंकड़े को भी बढ़ा चढ़ाकर बता रहे हैं। उद्धव ठाकरे के गुट का दावा है कि उद्धव ठाकरे की रैली में ढाई लाख लोग पहुंचे थे जबकि एकनाथ शिंदे गुट उनकी रैली में तीन लाख लोगों के शामिल होने का दावा कर रहा है। उद्धव की अगुआई वाली शिवसेना की ओर से दावा किया गया है कि शिंदे ने जब अपना भाषण शुरू किया उससे पहले ही रैली में आए 50 फीसदी लोग वापस जा चुके थे। सोशल मीडिया पर भी इस तरह के वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें दावा किया जा रहा है कि शिंदे गुट से जुड़े नेता लोगों को अपने साथ बसों में भरकर लाए थे लेकिन उन लोगों को भी यह जानकारी नहीं थी कि वे कहां और क्या करने आए हैं।

शिवाजी पार्क में ज्यादा शोर

दशहरा रैली के दौरान शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के मुकाबले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ज्यादा तेज आवाज में भाषण दिया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के भाषण के दौरान ध्वनि का स्तर 83.5 से 89.6 डेसिबल तक रहा जबकि ठाकरे के भाषण के दौरान ध्वनि का स्तर 68.6 से 88.6 डेसिबल तक रहा। शिवाजी पार्क में सबसे तेज आवाज में किशोरी पेडणेकर ने भाषण किया और इस दौरान ध्वनि स्तर 84.6 से 97 डेसिबल तक रहा जबकि शिंदे गुट के धैर्यशील माने ने सबसे तेज 88.5 डेसिबल की आवाज से भाषण दिया। आवाज फाउंडेशन द्वारा इकठ्ठा किए गए आंकड़े बता रहे है कि शिवाजी पार्क के मुकाबले बीकेसी मैदान पर काफी ज्यादा लोग मौजूद थे लेकिन ध्वनि प्रदूषण शिवाजी पार्क में ज्यादा हुआ। आवाज संगठन की प्रमुख सुमैरा अब्दुलअली ने बताया कि शिवाजी पार्क में सबसे ज्यादा 101.6 डेसिबल का शोर रिकॉर्ड किया गया जबकि बीकेसी मैदान पर सबसे ज्यादा शोर 91.6 डेसिबल शिंदे के मंच पर दाखिल होते समय हुआ। इससे पहले साल 2019 में शिवाजी पार्क में सबसे ज्यादा 93.9 डेसिबल शोर रिकॉर्ड किया गया था। 

लोकल में दिखी शिंदे की रैली, रेलवे ने मांगी सफाई

पश्चिम रेलवे की लोकल ट्रेनों में बैठे लोग उस वक्त हैरान हो गए जब ट्रेन के कोच में लगे टीवी सेट पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुआई में हो रही दशहरा रैली का प्रसारण होने लगा। पश्चिम रेलवे के मुताबिक सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी मिलने के बाद इसका प्रसारण रोक दिया गया। प्रसारण करीब 15 मिनट तक चला था। शर्तों के मुताबिक कोच में टीवी लगाने वाले ठेकेदार को किसी तरह की राजनीतिक रैली या विज्ञापन दिखाने की इजाजत नहीं है इसलिए मामले में ठेकेदार से स्पष्टीकरण मांगा गया है। 

Created On :   6 Oct 2022 10:01 PM IST

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